शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि विश्वविद्यालय शिक्षकेतरकर्मियों की नियुक्ति कर्मचारी चयन आयोग या अलग आयोग का गठन कर किया जायेगा। राज्य के परम्परागत विश्वविद्यालय एवं अधीनस्थ अंगीभूत महाविद्यालयों में विगत वषोंर् से शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों के पद रिक्त है। ॥ विश्वविद्यालय के शिक्षकेतरकर्मियों के स्वीकृत एवं कार्यरत पद एवं रिक्तियों के संबंध में पूर्ण सूचना पोर्टल के माध्यम से प्राप्त की जायगी। श्री चौधरी शिक्षा विभाग द्वारा स्नातक संबद्ध /प्रस्तावित संबद्ध महाविद्यालय के संबंधन‚ संबद्धता प्राप्त अनुदानित महाविद्यालयों के सहायक अनुदान की स्वीकृति एवं परम्परागत विश्वविद्यालयों में शिक्षकेत्तर कर्मियों की नियुक्ति की सूचना संग्रहण पोर्टल की शुरूआत के मौके पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि स्नातक संबद्ध/प्रस्तावित संबद्ध महाविद्यालयों के संबंधन के लिए महाविद्यालयों को इस पोर्टल के माध्यम से प्रस्ताव विश्वविद्यालय को दिया जाना है। विश्वविद्यालय ऑनलाईन प्रक्रिया के तहत ही उन महाविद्यालयों के संबंधन हेतु उच्च शिक्षा निदेशालय (शिक्षा विभाग) को अनुशंसित करेगा। यह पूरी प्रक्रिया निर्धारित संबंधन कार्यक्रम के अनुसार विभाग द्वारा १६.०४. २०२२ तक संपन्न की जायगी। मंत्री द्वारा बताया गया कि पोर्टल के प्रारम्भ हो जाने से महाविद्यालय‚ विश्वविद्यालय एवं निदेशालय स्तर पर संबंधन के कायोंर् में पारदर्शिता एवं जिम्मेदारी परिलक्षित होगी एवं संबंधन कायोंर् का त्वरित निष्पादन भी होगा। स्नातक संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों को अनुदान उपलब्ध कराये जाने हेतु संबंधित सूचना अनलाईन प्रक्रिया के तहत ही प्रवृष्टि /प्राप्त की जायगी और ससमय अनुदान प्रदत्त किये जाने की कार्रवाई विभाग द्वारा की जायगी। मंत्री ने बताया की महाविद्यालयों द्वारा जबतक आरटीजीएस के माध्यम से अनुदान की राशि एवं अपने संसाधन की ७० प्रतिशत राशि वेतन मद में नहीं भुगतान की जाएगी‚ तब तक अगले अनुदान की पात्रता नहीं बनेगी। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को इसकी कडाई से अनुपालन का निर्देश दिया। इन तीन पोर्टल से उच्च शिक्षा विभाग की कार्यशैली‚ पारदर्शिता एवं जबावदेही की व्यवस्था लागू हो जायगी। श्री चौधरी ने बताया कि इस सबसे मुख्यमंत्री की सकल नामांकन अनुपात की नीति को सफल बनाने में मदद मिलेगी। बैठक में संजय कुमार‚ अपर मुख्य सचिव‚ शिक्षा विभाग‚असंगबा चुबा आओ‚सचिव‚ शिक्षा विभाग‚ ड़ॉ.रेखा कुमारी‚ निदेशक‚ उच्च शिक्षा एवं सभी विभागीय पदाधिकारीगण एवं राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलसचिव एवं मिडिया कर्मियों ने भाग लिया। साथ ही इस अवसर पर राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण भी वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से बैठक में भाग लिये । कार्यक्रम की रूपरेखा सचिव ने प्रस्तुत की। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि पोर्टल की शुरूआत से गुणवत्तायुक्त उच्च शिक्षा के साथ–साथ बेहतर प्रबंधन पर बल मिलेगा। निदेशक‚ उच्च शिक्षा ने संचालन किया। विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलसचिव भी उपस्थित थे। उद्घाटन के द्वितीय सत्र में विभाग द्वारा सभी विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं संबंधित कर्मियों के साथ पोर्टल का प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया॥।
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