विजय रूपाणी (Vijay Rupani) के इस्तीफे के बाद गुजरात के नए मुख्यमंत्री को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया है. गुजरात का अगला सीएम कौन होगा यह आज यानि रविवार को होने वाली बैठक विधायक दल की बैठक में साफ हो जाएगा. इस बैठक में विधायक दल के नेता को चुना जाएगा. इसके साथ ही गुजरात के नए मुख्यमंत्री की घोषणा रविवार को की जाएगी. गांधीनगर स्थित भाजपा मुख्यालय में दोपहर दो बजे पार्टी के विधायकों और पदाधिकारियों की बैठक होगी और वहीं नए मुख्यमंत्री की घोषणा होगी.
सीएम के लिए रेस में ये नाम
विजय रुपाणी के इस्तीफे के बाद सीएम पद के लिए कई नाम चर्चा में हैं. 2017 के चुनाव के बाद बधाइयां लेते-लेते भी सीएम पद से दूर रह गए रुपाणी के डिप्टी रहे नितिन पटेल का नाम एक बार फिर रेस में है. इनके अलावा पाटीदार समाज से ही आने वाले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन, डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला के नाम भी शामिल हैं. लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल पटेल का नाम भी रेस में बना हुआ है. इसके साथ ही गोरधन जदाफिया का नाम भी मुख्यमंत्री पद के लिए रेस में चल रहा है.
पाटीदारों को साधने की चुनौती
पाटीदार आंदोलन ने 2017 के चुनाव में भाजपा की जीत को काफी संघर्षपूर्ण बना दिया था. सौराष्ट्र इलाके में तो पार्टी का एक तरीके से सूपड़ा साफ दिखा था. ऐसे में आने वाले चुनाव में भाजपा फिर इस समुदाय को नाराज नहीं कर सकती है. इसलिए जो भी अब राज्य की कमान संभालेगा, इस समुदाय को ठीक तरीके से साधना जरूरी रहेगा. ऐसे समय में जब गुजरात विधानसभा चुनाव में करीब सवा साल का समय बचा है, सत्ता परिवर्तन को लेकर सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चा भी शुरू हो गई है. पिछले चुनाव में 99 के फेर में फंसी पार्टी की ओर इसबार जनता का मिजाज भांपते हुए उस तरह की परिस्थिति से बचने के लिए उठाया गया कदम बता रहा है.
शनिवार को इस तरह बदला सियासी घटनाक्रम
शनिवार दोपहर तक गुजरात बीजेपी में सबकुछ सामान्य था. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अहमदाबाद में विश्व पाटीदार समाज के सरदार धाम के लोकार्पण कार्यक्रम में मौजूद थे. इस कार्यक्रम के खत्म होने के बाद ही सियासी घटनाक्रम तेजी से बदलने लगा. बीजेपी के संगठन मंत्री बीएल संतोष अचानक गांधीनगर पहुंचे और प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल और प्रदेश प्रभारी रत्नाकर के साथ बैठक की. बीएल संतोष की बैठक के बाद गुजरात में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई. विजय रुपाणी डिप्टी सीएम नितिन पटेल के साथ राज्यपाल से मिलने पहुंचे. हालांकि तब तक भी मंत्रिमंडल विस्तार के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन जब रुपाणी राज्यपाल से मिलकर लौटे तो हालात बदल चुके थे. विजय रुपाणी ने सीएम पद से इस्तीफे का ऐलान कर सबको चौंका दिया.