उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव को सामने देख कर कांग्रेस, सपा, बसपा और रालोद जैसे जिन दलों के चेहरे सूख रहे हैं, वे टिकैत की किसान महापंचायत के कंधे पर बंदूक रखकर राजनीति कर रहे हैं. यह बातें बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कहीं. उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के आंदोलन में असली किसान नहीं, केवल भाजपा-विरोधी दलों के जमीन से कटे कार्यकर्ता रह गए हैं.
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) फ्लॉप रही, इसलिए राहुल गांधी ने भ्रम फैलाने के लिए पुरानी फोटो डाल दी. कांग्रेस (Congress) के राज में यूरिया के लिए किसानों को लाठी-गोली खानी पड़ती थी, जबकि एनडीए सरकार ने नीम लेपित यूरिया बाजार में लाकर इसकी किल्लत दूर कर दी. डीएपी (DAP) पर हमारी सरकार ने सब्सिडी बढ़ाकर 1200 रुपये प्रति बोरी कर किसानों को महंगाई से बड़ी राहत दी.
‘एनडीए के साथ देश के असली भाग्यविधाता’
राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 9 करोड़ किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि के लगभग डेढ़ लाख करोड़ रुपये बिना बिचौलिये के डाले गए. बिहार सहित पूरे देश का असली भाग्यविधाता एनडीए (NDA) के साथ है, इसलिए विपक्ष के आंदोलन, महापंचायत और भारत बंद जैसे नाटक सफल नहीं होते.
बता दें कि इसके पहले भी सुशील कुमार मोदी मौजूदा केंद्र की सरकार की ओर से किसानों को दिए गए लाभ को लेकर चर्चा करते रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की तारीफ करते रहे हैं. सोमवार को एक तरफ जहां उन्होंने किसानों के खाते में भेजी गई राशि की चर्चा की बल्कि इसके साथ ही यूपी महापंचायत को लेकर राकेश टिकैत और अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधा.