नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की तरफ से बड़ा बयान आया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर पंचायत चुनाव में अपनी पार्टी के प्रत्याशी न उतारने पर अफसोस जताया है। उन्होंने कहा, “मुझे खेद है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर पंचायत चुनाव में हिस्सा नहीं लिया, चुनाव में पार्टी को अपने उम्मीदवार उतारने चाहिए थे।”
पीआरआई मजबूत करने के लिए संसदीय सम्पर्क कार्यक्रम में फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि भारत विविधतओं वाला देश है, केवल एक धर्म राष्ट्र का निर्माण नहीं कर सकता। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष कहा कि जम्मू-कश्मीर में जल्द सरकार बनेगी और अधिकारी, जनता के प्रति जवाबदेह होंगे।
फारूक अब्दुल्ला के संबोधन के समय मंच पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद थे। सिन्हा से पंचायत नेताओं को सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि आतंकवादियों द्वारा उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “देश के साथ खड़े राजनेता, आतंकवादियों के निशाने पर हैं और उनकी रक्षा करना देश का कर्तव्य है।”
अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अधिकारियों के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “वे फोन नहीं उठाते जैसे उनके ऊपर कोई भूत मंडरा रहा हो।” उन्होंने सिन्हा से अनुरोध किया कि वे अधिकारियों को लोगों के फोन कॉल का जवाब देने का आदेश दें। उन्होंने कहा, “जल्द ही जम्मू-कश्मीर में एक सरकार का गठन होगा, जिसके कार्यकाल में सरकारी अधिकारी, जनता के प्रति जवाबदेह होंगे।”