मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को अधिकारियों को बाढ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की धान रोपनी की क्षति का आकलन कराने का निर्देश दिया। नीतीश ने शुक्रवार को भोजपुर एवं सारण जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के बाद यहां एक‚ अणे मार्ग स्थित संकल्प में आपदा प्रबंधन एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक में कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में हुई क्षति का ठीक से आकलन कराएं। साथ ही किसानों की धान रोपनी की क्षति का भी आकलन कराएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित लोगों से संपर्क बनाए रखें और पूरी तत्परता के साथ सभी लोगों की सहायता करें। जिलाधिकारियों से निरंतर संपर्क में रहें और स्थिति पर नजर बनाए रखें। उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य तेजी से करें ताकि लोगों की त्वरित सहायता हो सके। इससे पूर्व नीतीश ने सारण जिले के मुसेपुर चौक पर बाढ़ प्रभावित लोगों के लिये चलाई जा रही सामुदायिक रसोई का निरीक्षण किया। सामुदायिक रसोई में भोजन कर रहे लोगों से उन्होंने बातचीत की और वहां की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने सामुदायिक रसोई के निकट चलाये जा रहे कोविड टीकाकरण केंद्र का भी निरीक्षण करने के दौरान निर्देश दिया कि यहां पर रहे सभी लोगों की कोरोना जांच अवश्य कराएं और जो भी संक्रमित पाए जाते हैं तो उनके लिए अलग से व्यवस्था करें। जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है उनका टीकाकरण अवश्य कराएं। मुख्यमंत्री ने मुसेपुर चौक पर रह रहे विस्थापित लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि सामुदायिक रसोई को और बड़ा किया जाए ताकि सहूलियत पूर्वक अधिक से अधिक लोग भोजन कर सकें। लोगों को यहां किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसका ख्याल रखें। यहां टेंट के साथ–साथ अन्य जरुरी चीजों की भी पूरी व्यवस्था रखें। पशु चारा की पूरी उपलब्धता रखें। नीतीश ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी बातचीत की और कहा कि लोगों को राहत दिलाने के लिए जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर सभी काम करें। छपरा के जिलाधिकारी ने मुख्यमंाी को प्रभावित आबादी की जानकारी दी और नावों के परिचालन एवं अन्य राहत कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने नवनिर्मित फोरलेन कोईलवर पुल पर रुककर सोन नदी एवं वीर कुंवर सिंह सेतु पर गंगा नदी की धारा एवं जलस्तर का जायजा लिया। पटना वापस आने के क्रम में उन्होंने जेपी सेतु पर रुककर गंगा नदी के जलस्तर का जायजा लिया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के दौरान जल संसाधन मंाी संजय कुमार झा‚ आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत‚ मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार‚ जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस‚ मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार एवं संबद्ध जिलों के जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे।
नीतीश-BJP सरकार में पलायन के आंकड़े भयावह
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