लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) को जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने झटका दे दिया है। 9 महीने LJP में शामिल हुए भगवान सिंह कुशवाहा फिर अपने पुराने घर JDU में लौट आए हैं। समर्थकों के हुजूम और कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए पार्टी में वापस आए कुशवाहा को राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने शामिल कराया। मिलन समारोह के मंच पर उपेन्द्र कुशवाहा, वशिष्ठ नारायण सिंह से लेकर सभी बड़े चेहरे मौजूद रहे। पार्टी में शामिल होते ही उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष बना दिया गया है।
भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि मैंने कभी किसी नेता को गलत नहीं कहा। अगर कोई अपशब्द कहा हो तो उसके लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगता हूं। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि उन्होंने किस नेता को क्या अपशब्द कहे थे। 2020 में जब उन्होंने जदयू छोड़ा था तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर धोखा देने का आरोप लगाया था।
शाहाबाद में जदयू की हार का कारण बने थे भगवान सिंह कुशवाहा
भगवान सिंह कुशवाहा को शाहाबाद की राजनीति में प्रभावी चेहरा माना जाता है। पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर नाराज होकर जदयू छोड़ उन्होंने लोजपा का दामन थाम लिया था। चुनाव में कुशवाहा दूसरे स्थान पर रहे, जबकि जदयू प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहीं थीं। 2020 विधानसभा चुनाव में शाहाबाद क्षेत्र के चार जिलों बक्सर, भोजपुर, कैमूर और रोहतास में जदयू को एक भी सीट हासिल नहीं हुई थी। कुशवाहा इससे पहले भी जदयू को छोड़ फिर इसी जदयू में लौट चुके हैं। 2018 में उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा को छोड़कर जदयू का दामन थामा था, लेकिन दो साल बाद ही उन्होंने लोजपा को अपना लिया था। अब फिर वह जदयू में हैं।