राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता शनिवार को सड़क पर उतरकर मंडल आयोग की शेष सिफारिशों को लागू करने की मांग कर रहे थे। दूसरी ओर उसी समय लालू के बड़े लाल तेजप्रताप यादव उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव से राजनीति के गुर सीख रहे थे। वे शनिवार को जुलूस में भाग लेने पटना नहीं आए, लेकिन छात्र संगठन के नेताओं को पूरी उम्मीद है कि तेजप्रताप रविवार को आयोजित एक दिवसीय छात्र बैठक में पटना जरूर आएंगे। पटना में छात्र-बैठक को लेकर जो पोस्टर लगाए गए हैं, उसमें तेजस्वी यादव को जगह नहीं दी गई है। दोनों भाइयों के समर्थक बंटे हुए नजर आ रहे हैं।
बिहार की राजनीति में पोस्टर वार नई बात नहीं है मगर इस बार इसकी चपेट में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का परिवार आ गया। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक व राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के पोस्टर में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को जगह नहीं दी गई है। रविवार को छात्र राजद की बैठक होने वाली है। इस लेकर बिहार की राजधानी पटना में छात्र राजद के पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें तेजप्रताप के साथ राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की तस्वीर तो है, लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की तस्वीर की जरूरत नहीं समझी गई। यहां तक कि पोस्टर में छात्र राजद अध्यक्ष आकाश यादव का भी फोटो दिख रहा है।
लालू प्रसाद यादव के परिवार में राजनीतिक काम बंटा हुआ है। छात्र राजद की जिम्मेवारी शुरू से ही तेजप्रताप यादव के पास है, जबकि राघोपुर के विधायक तेजस्वी यादव के पास विधानमंडल दल समेत पार्टी की अन्य गतिविधियों की जिम्मेवारी है। ऐसे में छात्र संगठन के पोस्टर में सदन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की तस्वीर न रहने को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। हालांकि इस मामले में लालू प्रसाद यादव के परिवार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है, किंतु पुराने संदर्भों के आधार पर कई तरह की बातें की जा रही हैं। 11 जून को राजद के स्थापना दिवस के मौके पर पटना में लगाए गए कई पोस्टरों में तेजप्रताप यादव की तस्वीर को स्थान नहीं दिया गया था। इसलिए छात्र राजद के पोस्टर को स्थापना दिवस के पोस्टर से जोड़कर देखा जा रहा है। गौरतलब है कि लालू यादव के जेल में रहने के दौरान उनके भी पोस्टर कई बार पटना में लगाए जाते रहे हैं। वहीं नीतीश कुमार के खिलाफ भी ऐसे ही पोस्टर वार किए जाते रहे हैं।