आज संसद के मानसून सत्र के तीसरे हफ्ते का दूसरा दिन है. अभी तक का मानसून सत्र विपक्ष के हंगामे के चलते बाधित रहा है. विपक्ष लगातार पेगासस जासूसी कांड, कृषि कानूनों को लेकर हमलावर है.
विपक्षी सांसदों संग नाश्ते के बाद राहुल गांधी अब साइकिल पर सवार होकर संसद के मॉनसून सत्र में हिस्सा लेने के लिए निकल चुके हैं। राहुल गांधी के संसद के लिए किए जा रहे साइकिल मार्च में विपक्ष के कई सांसद मौजूद हैं। इससे पहले दिल्ली के constitutional club में राहुल गांधी संग नाश्ते के लिए 14 विपक्षी दलों के नेता पहुंचे लेकिन आम आदमी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के सांसद ने राहुल संग नाश्ते के लिए नहीं पहुंचे। राहुल गांधी ने नाश्ते से पहले सभी सांसदों से कहा, “मेरे विचार से सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि हमें अपने बल को एक करें। यह आवाज जितनी मजबूत होगी, भाजपा-आरएसएस के लिए इसे दबाना उतना ही मुश्किल होगा।”
विपक्ष के भारी हंगामे के चलते संसद का मानसून सत्र लगभग ठप पड़ा है. पेगासस जासूसी के मुद्दे पर सरकार और विपक्ष अपने-अपने स्टैंड पर अड़े हुए हैं लिहाजा सदन चलाने का कोई रास्ता नहीं निकल पा रहा है. हालांकि सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को मल्लिकार्जुन खड़गे और टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय से फोन पर बात करके रास्ता निकालने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुए. लिहाजा आज भी दोनो सदनों में कामकाज लगातार बाधित रहने की ही आशंका है. विपक्ष ने भी साफ कर दिया है कि वो सबसे पहले प्रधानमंत्री या गृहमंत्री की मौजूदगी में संसद में पेगासस जासूसी कांड के मुद्दे पर ही बहस करना चाहती है.
लोकसभा ने साधारण बीमा कारोबार राष्ट्रीयकरण संशोधन विधेयक को मंजूरी दी
लोकसभा ने सोमवार को शोर शराबे के बीच ‘साधारण बीमा कारोबार (राष्ट्रीयकरण) संशोधन विधेयक, 2021’ मंजूरी दे दी जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों में अधिक निजी भागीदारी को सुगम बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विधेयक को चर्चा एवं पारित होने के लिए रखा. इस दौरान लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने विधेयक का विरोध किया. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि यह देश विरोधी विधेयक है जो पूंजपतियों को जेब भरने के लिए लाया गया है.
इस पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी की बात पूरी तरह बेबुनियाद है. उन्होंने कहा, “सरकार किसी का हक नहीं छीन रही है. जो लोग असत्य बोल रहे हैं, वो जनता को गुमराह करने के लिए बोल रहे हैं. अगर चर्चा करना है तो शांति से बैठें और चर्चा में भाग लें, उसका जवाब मिलेगा.”