ओलंपिक सेमीफाइनल में भारतीय पुरुष हॉकी टीम बेल्जियम से हार गई है. मैच में भारत ने दो गोल किए इसके मुकाबले बेल्जियम ने पांच गोल दागे और फाइनल में जगह बनाई. इस हार के साथ ही भारत गोल्ड और सिल्वर की रेस से भले ही बाहर हो गया हो लेकिन अभी कांस्य पदक उम्मीद बरकरार है. दूसरे सेमीफाइनल के विजेता फाइनल में खेलेंगे तो वहीं हारने वाली टीम का मुकाबला कांस्य पदक के लिए भारत के साथ होगा.
मैच के पहले क्वार्टर में बेल्जियम के एक गोल के मुकाबले भारतीय टीम ने दो गोल के साथ बढ़त बना ली थी. लेकिन इसके बाद बेल्जियम की टीम ने मौका नहीं दिया. पूरे मैच में बेल्जियम को 14 पेनाल्टी कॉर्नर मिले. इसमें उन्होंने तीन को गोल में बदला.
सेमीफाइनल मैच का दूसरा क्वार्टर भी काफी रोमांचक रहा. इसमें दोनों टीमों को पेनल्टी कॉर्नर मिले. गेम के तीसरे क्वार्टर में भारत को पांचवां पेनल्टी कॉर्नर मिला. हालांकि टीम इसे गोल में नहीं बदल पाई. मैच के चौथे क्वार्टर में बेल्जियम ने पेनल्टी स्ट्रोक मिला और हेंड्रिक्स ने एक और गोल दाग दिया. इस गोल के साथ बेल्जियम ने भारत पर 5-2 से लीड हासिल कर ली.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देखा मैच
सेमीफाइनल में पूरा देश भारतीय टीम का हौसला बढ़ा रहा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसमें शामिल हुए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर जानकारी दी है कि वे भारत का यह मैच देख रहे हैं. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने टीम इंडिया को शुभकामनाएं भी दीं. प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर लिखा, ‘मैं भारत और बेल्जियम का हॉकी पुरुष सेमीफाइनल देख रहा हूं.हमें हमारी टीम और उनके कौशल पर गर्व है. उन्हें बहुत-बहुत शुभकामनाएं!” ‘
सेमीफाइनल मैच के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह से बात की। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में उनके अच्छे प्रदर्शन की सराहना की और उन्हें अगले मैच के लिए शुभकामनाएं दीं
ओलंपिक के सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय हॉकी टीम 5-2 से हारकर बाहर हो गई है. इस हार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हार जीत खेल का हिस्सा हैं. उन्होंने यह भी कहा कि देश को अपने खिलाड़ियों पर गर्व है. बता दें कि भारतीय टीम पर कांस्य पदक के लिए दूसरे सेमीफाइनल में हारने वाली टीम से भिड़ेगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, ”हार-जीत तो जीवन का हिस्सा है. टोक्यो 2020 में हमारी पुरुष हॉकी टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और यही मायने रखता है. टीम को अगले मैच और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं. भारत को अपने खिलाड़ियों पर गर्व है.”
इससे पहले मैच के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर बताया था कि वे भी मैच देख रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने टीम को शुभकामनाएं भी दी थीं. प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर लिखा, ‘मैं भारत और बेल्जियम का हॉकी पुरुष सेमीफाइनल देख रहा हूं. हमें हमारी टीम और उनके कौशल पर गर्व है. उन्हें बहुत-बहुत शुभकामनाएं!”
ओई हॉकी स्टेडियम नॉर्थ पिच पर खेले गए इस मैच में एक समय भारत 2-1 से आगे था लेकिन इसके बाद वह बुरी तरह पिछड़ता चला गया और अंतत: 1980 के बाद पहला फाइनल खेलने से चूक गया. मैच का पहला गोल बेल्जियम की ओर से हुआ. तीसरे क्वार्टर और चौथे क्वार्टर की शुरुआत तक बेल्जियम ने 7 पेनाल्टी कार्नर हासिल किए.
इसके बाद 53वें मिनट में पेनाल्टी स्ट्रोक हासिल किया, जिस पर गोल कर हेंडरिक्स ने अपनी टीम को 4-2 से आगे कर उसकी जीत पक्की कर दी. बेल्जियम की टीम इसके बाद भी नहीं रुकी और अंतिम मिनट में एक और गोल करते हुए 5-2 की लीड ले ली. बेल्जियम के लिए यह गोल डोमिनिक डॉहमैन ने 60वें मिनट में किया.