मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को स्पष्ट किया कि जदयू में किसी प्रकार का कोई मतभेद नहीं है। पूरी पार्टी एकजुट है। उन्होंने कहा कि राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का जदयू से पुराना रिश्ता रहा है और उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का निर्णय अच्छा है। पार्टी के सभी लोगों की भी यही इच्छा थी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने एकमत से ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
दिल्ली से पटना लौटने पर हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने ललन सिंह को अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव दिया। राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को पारित किया। उन्होंने कहा कि ७ महीने पहले आरसीपी सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे। केंद्र में मंत्री बनने के बाद आरसीपी सिंह की इच्छा थी कि उनकी जगह पर राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से यह पार्टी बनी है‚ तभी से ललन सिंह जी का इस पार्टी से रिश्ता रहा है। ललन सिंह का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का पार्टी का निर्णय अच्छा है। उपेन्द्र कुशवाहा की नाराजगी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सभी लोगों ने ललन सिंह को अध्यक्ष बनाने के प्रस्ताव का समर्थन किया है। उपेंद्र कुशवाहा जी ने भी अपने भाषण में इसका समर्थन किया। श्री कुशवाहा द्वारा मुख्यमंत्री को पीएम मैटेरियल बताने के सवाल पर सीएम ने कहा कि हमें इन सब चीजों में कोई दिलचस्पी नहीं है।