महाराष्ट्र में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा रखा है। तेज बारिश के कारण यहां बाढ़ आ गई है जिसमें फंसे लोगों को बचाने के लिए सेना और नौसेना को उतारा गया है। तेज बारिश के चलते कोंकण, रायगड, रत्नागिरी, पालघर और ठाणे जिलों के कुछ इलाकों में स्थिति बहुत खराब है। राज्य में पिछले 48 घंटे के दौरान भूस्खलन समेत वर्षाजनित घटनाओं के कारण 129 लोगों की मौत हो गई।
महाराष्ट्र में लगातार मूसलाधार बारिश जारी है, जिसकी वजह से कई जिलों में हालात बेहद खराब हो चुके है. पिछले दो दिनों में बारिश से जुड़ी घटनाओं की वजह से करीब 129 लोगों की मौत हो चुकी हैं. महाराष्ट्र आपदा प्रबंधन विभाग ने शुक्रवार को बताया कि इन लोगों की मौत लैंडस्लाइड , बारिश-बाढ़ की चेपट में आने से हुई है. वहीं, मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे और बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने बताया कि महारष्ट्र के पश्चिमी हिस्से में शानिवार को भी भारी बारिश देखने को मिल सकती है. महाराष्ट्र के अलावा, अन्य राज्यों जैसे मध्य प्रदेश , ओडिशा , तेलंगाना , कर्नाटक के तटीय इलाके , साउथ कर्नाटक के लिए भी IMD (India Meteorological Department)की ओर से भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. बता दें कि महाराष्ट्र के बाद अब कर्नाटक से भी सड़कों पर पानी ही पानी की तस्वीरें सामने आ रही हैं.
रायगढ़ में भूस्खलन के बाद स्थिति
भारी बारिश की वजह से महाराष्ट्र के तटीय रायगढ़ जिले में एक गांव तलाई के नजदीक भूस्खलन हुआ, जिसमें अबतक 44 लोगों की जान जा चुकी है. शुक्रवार को तलाई से 32 शव मिले थे. वहीं बाकी शव आसपास के गांवों से मिले. ज़िला कलेक्टर निधि चौधरी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के रायगढ़ ज़िले में भूस्खलन की 2 अलग-अलग घटनाओं में कुल 44 लोगों की मौत हुई है और 25 से ज्यादा लोगों की अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका है. इसी तरह रत्नागिरी जिले में भूस्खलन हुआ था. वहां 10 लोगों के मलबे में फंसे होने की खबर सामने आ रही है.
घायलों और मृतकों के लिए आर्थिक मदद का एलान
रायगढ़ जिले में बारिश से हुए हादसे पर दुख जाते हुए पीएम मोदी ने आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया है. जिसके अनुसार, जान गंवाने वालों के परिवार को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी और घायलों को 50-50 हजार रुपये मिलेंगे. वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की वित्तीय मदद देने की बात कही है.
बचाव कार्यों के लिए एयरफोर्स और नेवी को उतारा गया
महाराष्ट्र में राहत और बचाव कार्य के लिए एयरफोर्स के दो Mi-17 हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके अलावा, दो Mi-17V5 को भी स्टैंड बाय पर रखा गया है. अब शनिवार को भारतीय सेना और नेवी की 6 टीमें बचाव कार्य में जुड़ सकती हैं. इंडियन कोस्ट गार्ड ने आपदा राहत दल की सात टीमें पहले से ही महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक के तटीय इलाकों में तैनात की हुई हैं. मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के 6 जिलों के लिए रेड अलर्ट किया है. इसमें रायगढ़, रत्नागिरी , सिंधु गुर्ग , पुणे , सतारा और कोल्हापुर शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र में इस बारिश की वजह से 54 गांव पूरी तरह तबाह हो गए हैं. वहीं 821 आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं. सिर्फ कोल्हापुर से 40 हजार से ज्यादा लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट करना पड़ा है.