जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के 10 दिन से ऊपर हो गए, लेकिन इस पर चल रही चर्चा अभी खत्म नहीं हो रही है. अब इस मामले बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि आरसीपी सिंह को जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का सीएम नीतीश कुमार का फैसला गलत था. यदि नीतीश कुमार खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष होते तो यह नौबत नहीं आती. मंत्रिपरिषद में उन्हें सिर्फ एक सीट से समझौता नहीं करना पड़ता. जदयू को एक अति पिछड़ा और एक कुशवाहा समाज से एक चेहरा मंत्रिमंडल में जरूर से जरूर शामिल होता.
ज्ञानू ने कहा कि मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए आरसीपी सिंह ने अपनी मनमानी की है. नीतीश कुमार से मेरे अच्छे संबंध है और मैं नहीं चाहता कि नीतीश कुमार को कभी भी किसी तरह का नुकसान पहुंचे. आरसीपी सिंह यदि ठीक से प्रयास करते तो नीतीश कुमार की सोच के अनुरूप मंत्रिमंडल में जगह मिलती. आगे नीतीश कुमार को सोच विचार कर किसी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाना चाहिए. पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष ऐसा हो जो नीतीश कुमार का विश्वासपात्र हो और उनका शुभचिंतक भी हो.
बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू के इस बयान पर जेडीयू विधान पार्षद और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि यह उनकी पार्टी का अंदरूनी मामला है और इस मामले पर पार्टी ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर सांसद ललन सिंह ने भी इस पर अपना वक्तव्य दे दिया है. इसलिए अब इस मामले में किसी को बोलने की कोई जरूरत नहीं है.