आज रविवार का दिन जदयू के लिए बेहद अहम हो सकता है. आरसीपी सिंह के केंद्र में मंत्री बनने के बाद जदयू के अंदर खाने मची हलचल के बीच आज तमाम शीर्ष नेता प्रदेश पदाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होंगे. इस बैठक पर ना सिर्फ़ जदयू की बल्कि प्रदेश की सियासत की भी नजरें टिकी हुई है, क्योंकि सूत्र बता रहे हैं कि इस बैठक में पार्टी से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण फैसले भी हो सकते हैं. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बैठक को महत्वपूर्ण बताया. इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह (Minister RCP Singh) जूम ऐप के जरिए प्रदेश पदाधिकारियों को संबोधित करेंगे.
इस बैठक को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी और मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव भी संबोधित करेंगे. वहीं मंत्री संजय कुमार झा भी ZOOM APP के जरिए पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों को संबोधित करेंगे. इस मौके पर पार्टी के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा भी शामिल होंगे. ये पहली बार होगा जब उपेन्द्र कुशवाहा और आरसीपी सिंह जदयू की किसी बैठक में एक साथ शामिल होंगे और बैठक को सम्बोधित भी करेंगे.
उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि इस बैठक के माध्यम से पार्टी की मजबूती पर चर्चा की जाएगी इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा वर्चुअल संवाद किया जाएगा वहीं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह दिल्ली स्थित विभागीय कार्यालय से वर्चुअल माध्यम से प्रदेश पदाधिकारियों को संबोधित करेंगे. उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि प्रदेश पदाधिकारियों की होने वाली बैठक को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है. इस बैठक में पार्टी के सभी प्रदेश उपाध्यक्ष, सभी महासचिव व सचिव, कोषाध्यक्ष, पार्टी के तमाम प्रवक्ता गण, तमाम प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारीगण शामिल होंगे.
जनता दल यूनाईटेड (JDU) में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह (RCP सिंह) और संसदीय दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बीच खींचतान जारी है। 10 और 15 जुलाई को पार्टी की बैठक से संबंधित जो पत्र जारी हुए, वह इस बात की तस्दीक कर रहे हैं।
18 जुलाई को होने वाली बैठक से संबंधित जो पत्र10 जुलाई को जारी हुआ, उसमें मुख्य वक्ता RCP सिंह को बताया गया। वहीं 15 जुलाई को संशोधित पत्र जारी कर RCP सिंह का नाम ही हटा दिया गया है। ऐसे में बिहार में चर्चा तेज हो गई है कि अब पार्टी से RCP को किनारे लगा दिया गया है।
JDU ने 10 जुलाई को एक चिट्ठी जारी की, जिसमें लिखा गया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्र सरकार के मंत्री आरसीपी सिंह 18 जुलाई को बैठक करेंगे। बैठक वर्चुअल होगी। सुबह 11 बजे से होने वाली इस मीटिंग में सभी प्रदेश पदाधिकारियों को ऑनलाइन आने की हिदायत दी गई थी। इसमें आरसीपी सिंह के संबोधन को मुख्य रूप से लिखा गया था। इस बैठक को लेकर जब उपेंद्र कुशवाहा से पूछा गया था कि क्या वह शामिल होंगे? इस पर उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी बिहार यात्रा का हवाला देकर कहा कि वह उस दिन औरंगाबाद में रहेंगे।
फिर, 15 जुलाई को JDU ने एक और चिट्ठी निकाली। इस चिट्ठी को संशोधित तौर पर जारी किया। इसको इतना संशोधित किया गया कि उस चिट्ठी में से ऑनलाइन तो हटाया ही गया, आरसीपी सिंह का भी नाम हटा दिया। इस चिट्टी के जारी होने के बाद चर्चा है कि उपेंद्र कुशवाहा मीटिंग में शामिल होंगे। अब वो अपनी बिहार यात्रा के उस दिन के कार्यक्रम को रद्द कर रहे हैं। JDU के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा बताते हैं कि इस मीटिंग में सभी वरीय नेता शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह भी शामिल होंगे। पहले ये बैठक ऑनलाइन होनी थी, अब ये बैठक सबकी उपस्थिति के साथ होगी। सभी नेता JDU कार्यालय में होने वाली बैठक में शामिल होंगे।
JDU के अंदर ऑल इज वेल नहीं
आरसीपी सिंह और उपेंद्र कुशवाहा के बीच विवाद अब भी कायम है। लोग सवाल पूछ रहे हैं कि दूसरी चिट्ठी निकालने की जरूरत क्यों पड़ी? उपेंद्र कुशवाहा की शर्तों पर पार्टी ने ऑनलाइन बैठक कैंसिल कर दिया। अब बताया जा रहा कि केवल आरसीपी सिंह ही बैठक में वर्चुअल शामिल होंगे। जो दूसरी चिट्ठी जारी कि गई उसमें किसी भी नेता के संबोधन का जिक्र नहीं किया गया है। ऐसे में तय हो गया कि JDU के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।