जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार पांच घंटे से ज्यादा समय तक लोगों की फरियाद सुनकर उसका निपटारा करते रहे। मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुॅचे १४६ लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए। आज जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यकम में स्वास्थ्य ‚ शिक्षा ‚ समाज कल्याण‚ पिछडा एवं अति पिछडा वर्ग कल्याण ‚ अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग‚ अल्पसंख्यक कल्याण‚ विज्ञान एवं प्रावैधिकी ‚ सूचना प्रावैधिकी ‚ कला संस्कृति एवं युवा ‚ वित्त ‚ श्रम संसाधन तथा सामान्य प्रशासन विभाग के मामलों पर सुनवाई हुई। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में १४६ आवेदक उपस्थित हुए थे जिसमें २८ महिलाएं और ११८ पुरूष थे।‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद‚ उप मुख्यमंत्री रेणु देवी‚ शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी‚ स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे‚ समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी‚ श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार‚ अनुसूचित जाति–ंजनजाति मंत्री संतोष कुमार सुमन‚ सूचना एवं प्रावैधिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह‚ कला–ंसंस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री आलोक रंजन‚ मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार‚ मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण‚ पुलिस महानिदेशक एसकेसिंघल‚ सहित अनेक अधिकारी उपस्थित थे।
दो साल पहले ग्रेजुएशन किये हैं पर प्रोत्साहन राशि नहीं मिली
मुख्यमंत्री जी दो साल पहले प्रथम श्रेणी से ग्रेजुएशन पास किये हैं पर कन्या उत्थान योजना की प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है। यह बातें जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में भागलपुर से आयी छात्रा अभिलाशा कुमारी ने अपनी शिकायत में कही। उसने कहा कि उसने साल २०१९ में ही ग्रेजुएशन की पढाई पूरी कर ली है और प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण भी हुई है। दो साल का वक्त बीत जाने के बावजूद उसे अभी तक मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत मिलने वाले प्रोत्साहन राशि का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। इसी तरह की एक और शिकायत दूसरी छात्रा आकांक्षा कुमारी ने भी की‚ उनके मुताबिक उसने साल २०१८ में ग्रेजुएशन पूरा किया है लेकिन उसे भी अब तक प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है। शिाकायत सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया। भागलपुर से आए युवक जो कि कला‚ संस्कृति एवं युवा विभाग से सम्मानित कलाकार हैं‚ अपनी फरियाद लेकर पहुंचे थे। उनका कहना था कि कलाकारों को जो व्यवस्था मिलनी चाहिए‚ वह नहीं मिल रही है। मुख्यमंत्री ने कला‚ संस्कृति एवं सीतामढ़ी जिले की रुन्नीसैदपुर थाना क्षेत्र की एक महिला शांति देवी ने मुख्यमंत्री से फरियाद लगाई कि दबंगों ने उनके साथ मारपीट की है। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। इस मामले को अत्यंत गंभीरता से लेते हुये मुख्यमंत्री ने डीजीपी को पूरे मामले पर तुरंत आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिये। डीजीपी ने उस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए थानेदार से बात की और दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने को कहा। युवा विभाग को इस मामले में समुचित कार्रवाई के निर्देश दिये।
बिजली विभाग में कन्ट्रैक्ट पर नाइट गार्ड के तौर पर कार्य करने वाले एक कर्मी ने भी अपनी शिकायत मुख्यमंत्री के समक्ष रखी। उसने कहा कि हडताल पर जाने के कारण उसे सेवा से हटा दिया गया। कन्ट्रैक्ट पर जिस एजेंसी ने रखा था वह मनमानी कर रही है। मामला श्रम विभाग में भी पहुंचा था लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुयी। मुख्यमंत्री ने कन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले ऐसे लोगों से जुडी समस्याओं को गंभीरता से लेते हुये संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई के निर्देश दिये। नवादा के वारसलीगंज के आनंद ने मुख्यमंत्री से कहा कि भोजपुरी एवं मगही गीतों में अश्लीलता एवं हिंसा को बढावा देने के लिए जिस तरह शब्दों का प्रयोग हो रहा है वह समाज और गरिमा के लिए नुकसानदेह है। इस पर समुचित कार्रवाई करने की जरुरत है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए कला–ंसंस्कृति एवं युवा विभाग को निर्देश दिया। नालंदा हरनौत के दिलीप कुमार ने एक ही जमीन का विभिन्न नामों से अंचलाधिकारी द्वारा जमाबंदी कराए जाने की शिकायत की। ॥ मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव को कार्रवाई करने का निर्देश दिया। पटना जिले की देवी ने अपनी शिकायत में कहा कि २०१५ से उन्हें वृद्धा पेंशन का लाभ मिल रहा था। लेकिन जब से बैंक खाता के माध्यम से पेंशन मिलने की बात हुई है तब से पेंशन नहीं मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने समाज कल्याण विभाग को इस संदर्भ में शीघ्र नियमानुकूल कार्रवाई का निर्देश दिया। पटना सदर के मुकेश कुमार हिसारिया ने मुख्यमंत्री से फरियाद करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयास से ही १४ जून २०२० को थैलीसीमिया पीडित बच्चों के लिए बिहार में पहला थैलीसीमिया डे केयर सेंटर से अब तक १८०० बच्चों को ब्लड उपलब्ध कराया गया है लेकिन आयरन कम करने की दवा अभी उपलब्ध नहीं है। साथ ही थैलीसीमिया पीडित बच्चों को १२० सीढी चढना पडता है। इसके लिए लिफ्ट जल्द ठीक कराने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
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— IPRD Bihar (@IPRD_Bihar) July 12, 2021