पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि दाह संस्कार के लिए यदि भूमि नहीं है तो१५ वें वित्त आयोग की राशि से भूमि खरीद कर श्मशान घाट बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त और स्वावलंबी बनाना हमारी प्राथमिकता है। श्री चौधरी शुक्रवार को भाजपा पंचायती राज प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित कार्यक्रम‚ आत्मनिर्भर पंचायत–भाजपा का संकल्प विषय पर आयोजित बिहार के प्रखंड प्रमुखों के साथ वर्चुअल संवाद कार्यक्रम में भाग ले रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन और नीतीश कुमार जी के सहयोग से हम अपने गांव को सभी सुविधाओं से सम्पन्न‚ स्वावलंबी बनायें‚ ये संकल्प है और इसमें आप प्रखंड प्रमुखों की अहम भूमिका है। कोरोना काल में पंचायती राज व्यवस्था ने मास्क‚ साबुन आदि का बडे पैमाने पर वितरण किया। स्वास्थ्य से जुडे जीवन रक्षक उपकरणों की खरीद में भी हम सहभागी बने। आने वाले समय में स्ट्रीट लाइट‚ सीसीटीवी कैमरे‚ पंचायत भवन‚ हर पंचायत में नेटवर्क खुशहाल व समृद्ध गांव के पैमाने बनेंगे।
श्री चौधरी ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों के लिए हर प्रखंड पर प्रशासनिक भवन का निर्माण हमारे कार्य को गतिशील बनाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार में कई जगह दाह संस्कार के लिए भूमि का अभाव है‚ विशेष तौर पर उत्तर बिहार के जिलों में। अगर भूमि है तो उस पर व्यवस्थित‚ सुविधा युक्त श्मशान बनाने में प्रतिनिधि १५वें वित्त आयोग की राशि का उपयोग कर सकते हैं। जहां भूमि नहीं हो वहां भूमि खरीद कर कार्य को पूर्ण करने का लक्ष्य हो। मंत्री ने कहा कि चुनाव बाद सभी प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण भी कराया जाएगा ताकि आप सब अपने कर्तव्यों और अधिकारों के प्रति और जागरूक बनें। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक ओम प्रकाश भुवन ने कहा कि गांव के व्यवस्थित विकास के बगैर देश का सम्पूर्ण विकास संभव नहीं है। यह भाजपा का स्पष्ट दृष्टिकोण रहा है। उसी आधार पर आज नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने वित्त आयोग की राशि को पांच गुना बढाकर गांव के विकास का द्वार खोलने का काम किया है।
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