नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि पार्टी की २५वीं रजत जयंती पर वे राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के साहस और जिवटता को नमन करते हैं। जब पार्टी का गठन हुआ तब मैं बहुत छोटा था। उस समय चुनाव आयोग द्वारा दिये गये लालटेन चुनाव चिन्ह को राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हमलोगों को दिखाया। जब जनता दल था जिसका चुनाव चिन्ह चक्र था तो हमलोग लालू जी के नारों को सुनकर बच्चे होते हुए भी साथ में नारा लगाया करते थे कि ‘जिसके हाथ में चक्का है‚ जीत उसी का पक्का है”। उन्होंने कहा कि हमलोगों से अगर कोई कमी रह गयी हो तो हम माफी मांगते हैं क्योंकि वही व्यक्ति अच्छा होता है जो अपनी गलती को मानकर तथा माफी मांगकर आगे बढता है। इसी का परिणाम रहा कि २०२० के चुनाव में लालू के विचार के साथ सामाजिक न्याय‚ धर्मनिरपेक्षता तथा ए टू जेड को जोडकर आगे बढा और लोगों ने राजद पर विश्वास कर इसे बिहार की नम्बर वन पार्टी बनाया। लालू जी को देखकर हम सबका आज उत्साह बढा है। वह हमेशा बिहार और देश की स्थिति को लेकर चिंतित रहते हैं। चुनाव में कार्यकर्ताओं ने जिस मेहनत और बिना संसाधन के जनता को जोडा वह काबिले तारिफ है। लालू जी ने महापुरुषों की प्रेरणा से राजद का गठन किया। महात्मा गांधी‚ भीमराव अम्बेदकर‚ लोहिया‚ लोकनायक जयप्रकाश‚ जननायक कर्पूरी ठाकुर‚ पेरियार‚ खान अब्दुल गफ्फार खान‚ महात्मा फूले सहित अन्य के विचारों को जोडकर आगे बढाया। उन्होंने आगे कहा कि जब लालू जी रेलमंत्री थे तो ९० हजार करोड रुपये रेलवे को मुनाफा दिया जबकि उस समय हर साल बजट में रेल किराया कम कर दिया जा रहा था। लेकिन आज मुनाफे वाले उपक्रमों चाहे रेल हो‚ सेल हो‚ भेल हो‚ एयर इंडिया हो या बीएसएनएल तथा बैंकिंग सेक्टर हो‚ सभी को औने–पौने दाम में बेचा जा रहा है। अच्छे दिन वाले पेट्रोल–डीजल‚ रसोई गैस सहित अन्य जरूरत की चीजों की कीमतें बढा रहे हैं‚ क्या यही इनकी सोच थी। ये छलिया और गणेश जी को दूध पिलाने वाले लोग हैं इनसे हमें होशियार रहना है। तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक अणे मार्ग से निकलते नहीं हैं और निकलते हैं तो जनता के बीच पर्दा डालते हैं जबकि लालू जी ने हमेशा खेत–खलिहान‚ मजदूर‚ नौजवान के बीच बैठकर उनकी समस्याओं को सुना और निराकरण किया। यह गिरी हुई सरकार है‚ इनसे उम्मीद करना बेकार है। चोर दरवाजे से जनमत का हरण करके दबाव डालकर महागठबंधन को पन्द्रह से बीस सीटों पर हराया गया। १ करोड ५६ लाख महागठबंधन को तथा हमसे १२ हजार अधिक एनडीए को वोट मिला। हमारे खिलाफ मोर्चाबंदी की गई। ईडी‚ सीबीआई और अन्य एजेंसियों का सहारा लेकर देश में विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास चल रहा है। इसी साजिश के शिकार लालू जी भी बने। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना काल में नीतीश कुमार समीक्षा बैठक नहीं बल्कि भिक्षा बैठक करके यह पता करवाते थे कि दवाई‚ ऑक्सीजन‚ एम्बुलेंस और प्राइवेट क्लिनिक से कितनी कमाई हुई। जनता के दुख दर्द से इन्हें कभी मतलब नहीं रहा। सडक से सदन तक राजद ने ३७०‚ जीएसटी‚ नोटबंदी‚ महंगाई पर आंदोलन किया और दवाई‚ कमाई‚ पढाई‚ सिंचाई‚ सुनवाई और कार्रवाई वाली सरकार बनानी चाही लेकिन सृजन चोर ने सत्ता का भी चोरी किया और बेशर्मी से सत्ता में बैठे हुए हैं। आज चारों ओर सरकार में आग लगी हुई है क्योंकि बेईमानों का जमावडा लगा हुआ है। सत्ता पक्ष अपने कुकर्मों को छुपान के लिए विपक्ष को सदन से लेकर सडक तक रोकने के लिए पुलिस का सहारा लिया और लोकतंत्र को कलंकित किया। आज मंत्री‚ मुख्य सचिव तथा पदाधिकारी पर आरोप लगा रहे हैं और उनके विधायक मंत्री पर। अब मुख्यमंत्री की नैतिकता कहां गई‚ क्या सिर्फ तेजस्वी के लिए ही नैतिकता थी। हमारी पार्टी हर वर्गों के साथ सामाजिक न्याय और उनके आर्थिक न्याय की लडाई लडेगी। मुख्यमंत्री के लोग राज्य की जनता को पीटते हैं।
इससे पूर्व स्व. रामविलास पासवान की ७५वीं जयंती राज्य कार्यालय में उनके तैल चित्र पर सभी नेताओं द्वारा माल्यार्पण कर मनाई गई। इस अवसर पर स्व. रामविलास याद कते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि वे आज हमलोगों के बीच नहीं हैं लेकिन उनके योगदान और सामाजिक आंदोलन को नहीं भुलाया जा सकता। उनके नहीं रहने का हमारी पार्टी को काफी दुख है। साथ ही तेजस्वी प्रसाद ने अपने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं डॉ. रघुवंश बाबू‚ मो. शहाबुद्ीन‚ विद्यासागर निषाद‚ डॉ. रमेन्द्र कुमार रवि‚ उपेन्द्र नारायण हजरा‚ सूर्यदेव राय‚ डॉ. अब्दुल गफुर‚ रामविचार राय‚ खुर्शीद मोहम्मद मोहसिन सहित पार्टी के अन्य नेताओं को याद करते हुए कहा कि हमारी पार्टी इस दुख की घडी में सभी के परिवारों के साथ खडी है। अपने अध्यक्षीय संबोधन में जगदानन्द सिंह ने कहा कि लालू जी के विचार और आज उनकी उपस्थिति हम सबों का हौसला बढाने वाला है। आज पार्टी का एक–एक कार्यकर्ता लालू जी के विचारों और राजद के इतिहास को हर बूथ और गांव तक पहुंचा रहा है जिस कारण विधान सभा चुनाव में मतदाताओं ने हमपर विश्वास किया। कोरोना काल में श्री लालू प्रसाद‚ श्रीमती राबडी देवी और श्री तेजस्वी प्रसाद ने कमजोरों के लिए काम और सेवा करने की जो प्रेरणा दी उस पर सभी नेता और कार्यकर्ता ने मजबूती के साथ खडे रहकर लोगों की सेवा की। लालू जी ने पार्टी के इतिहास को विचारों से लैस किया क्योंकि वो संघर्ष से निकले थे। लोकनायक जेपी की छत्रछाया में रहकर संघर्ष और आंदोलन किया।
कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष वृषिण पटेल‚ डॉ. तनवीर हसन‚ अशोक कुमार सिंह‚ सुरेश पासवान‚ डॉ. प्रेम कुमार मणि‚ विनोद श्रीवास्तव‚ कोषाध्यक्ष सह विधान पार्षद डॉ. सुनील सिंह‚ अतिपिछडा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. रामबली सिंह चन्द्रवंशी‚ विधायक मुकेश रौशन‚ रीतलाल यादव‚ पूर्व विधायक शक्ति सिंह यादव‚ बबलू देव‚ आजाद गांधी‚ प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन‚ एजाज अहमद‚ प्रो. सेवा यादव‚ सारिका पासवान‚ प्रशांत कुमार मंडल‚ बंटू सिंह‚ एसएम अनवर हुसैन‚ प्रदेश महासचिव निराला यादव‚ डॉ. प्रेम कुमार गुप्ता‚ कार्यालय सचिव चंदेश्वर प्रसाद सिंह सहित पार्टी के सभी प्रकोष्ठों के प्रदेश पदाधिकारी एवं वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने अपने संबोधन के बाद पार्टी के २५वें स्थापना दिवस का नई दिल्ली में केक काटकर देश भर के सभी राजद के नेताओं–कार्यकर्ताओं को खुशियों का तोहफा प्रदान किया। समारोह में नई दिल्ली से राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद‚ ने दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी एवं राज्यसभा सांसद डॉ. मीसा भारती तथा पटना में राज्य कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव‚ पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव‚ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी‚ राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्िकी‚ पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. कांति सिंह‚ पूर्व विधान सभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी‚ राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. मनोज झा‚ राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक‚ भोला यादव‚ राज्यसभा सांसद अहमद अशफाक करीम उपस्थित थे। संचालन प्रदेश प्रधान महासचिव सह विधायक आलोक कुमार मेहता ने किया। इस अवसर पर पार्टी की डॉक्युमेन्ट्री और थीम सौंग भी जारी किया गया।