बिहार के हाजीपुर से शुरू होने वाली ‘आशीर्वाद यात्रा’ से पहले दिल्ली में सांसद चिराग पासवान ने अपने पिता रामविलास पासवान की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया. इस दौरान उनके साथ परिवार के लोग भी थे. इसके अलावा पार्टी से जुड़े कुछ लोग भी मौके पर मौजूद थे. पटना निकलने से पहले चिराग पासवान ने दिल्ली में मीडिया से बात की. इस दौरान वह काफी भावुक दिखे. उनकी आंखों से आंसू आ रहे थे.
चिराग पासवान ने कहा कि आज पहली बार ऐसा हुआ कि पापा हमलोगों के साथ नहीं हैं. उनका आशीर्वाद हमेशा हमलोगों के साथ रहेगा. शायद उन्हीं का आशीर्वाद है कि आज हमलोग और एलजेपी मजबूती से सच्चाई की राह पर चल रहे हैं. एक समय था जब जिले में और लोग अपने घरों में केक काटते थे. देशभर से तस्वीर आती थी. पापा कहते थे अगर तुम सच्चे हो और तुम्हें पता है कि सच्चाई की राह पर चल रहे हो तो भले अकेले चलना पड़े तो चलो. फिर देखना एक-एक कर काफिला कितना बड़ा होता जाएगा.
उन्होंने कहा कि पापा बोलते हैं 1979 के बाद से लोग उन्हें जानते हैं. उनके एक इशारे पर लाखों लोग जान देते हैं. लोगों के घरों में राशन कैसे पहुंचे इसके लिए वो कोरोना काल में सोचते रहे. यह किठिन दौर है पार्टी के लिए परिवार के लिए और उनसे ही सीख लेकर हमें आगे बढ़ना है.
बता दें कि एलजेपी का पारस गुट भी आज पटना में प्रदेश कार्यालय में रामविलास पासवान की जयंती मनाएगा. वहीं, चिराग पासवान का गुट भी अपने तरीके से इस जयंती को मनाने वाला है. आज एलजेपी के दोनों गुट के नेता अपने-अपने तरीके से लोगों को पार्टी पर अपने दावे को लेकर अपनी बात रखते नजर आएंगे.