देश में जानलेवा कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार ने टीकाकरण अभियान तेज कर दिया है. देश में अब कुल चार वैक्सीन्स को मंजूरी मिल गई हैं. कोविशील्ड और कोवैक्सीन पहले से हैं. स्पूतनिक और अब मुंबई की औषधि कंपनी सिपला को मॉडर्ना के टीके के आयात के लिए भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने मंजूरी दे दी है.
मॉडर्ना का टीका भारत में उपलब्ध होने वाला चौथा टीका
कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पूतनिक के बाद मॉडर्ना का टीका भारत में उपलब्ध होने वाला कोरोना का चौथा टीका होगा. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल ने ने कहा है, ‘‘मॉडर्ना के भारतीय साझेदार सिपला के मार्फत एक आवेदन मिला था, जिसके बाद मॉडेर्ना के टीके को औषधि नियामक द्वारा सीमित आपात उपयोग की अनुमति दी गई है.’’
पॉल ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित किये गए अन्य टीकों, विशेष रूप से फाइजर और जॉनसन ऐंड जॉनसन को आमंत्रित करने की हमारी कोशिशें भी जारी हैं. हम अपने देश में निर्मित किये जा रहे टीके का उत्पादन बढ़ाने पर भी गौर कर रहे हैं.’’
#Moderna, the first international vaccine in India
No bridging trials in India for #MODERNA vaccine
Storage at -25 to -15, for 7 months
Normal storage after vial is opened is 30 days
Dr VK Paul, Member-Health, @NITIAayog pic.twitter.com/ZROgatnhEn
— PIB India (@PIB_India) June 29, 2021
किसे कब मिली मंजूरी-
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड को जनवरी 2021 में
भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन को भी जनवरी 2021 में
स्पूतनिक को अप्रैल 2021 में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिली थी.
टीकाकरण में तेजी लाने के लिए सरकार ने उठाया कदम
उल्लेखनीय है कि टीकाकरण में तेजी लाने के लिए एक जून को डीसीजीआई ने विदेशों में बने उन टीकों के लिए सीडीएल में उनकी खेप की जांच में छूट देने का फैसला किया था, जिन्हें यूएसएफडीए, ब्रिटेन के एमएचआरए या विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसे अंतरराष्ट्रीय औषधि नियामकों से मंजूरी मिल गई है.