राज्य निर्वाचन आयोग ने सूबे में दस चरणों में निकाय चुनाव कराने का प्रस्ताव पंचायती राज विभाग को भेजा है। पंचायती राज विभाग और कैबिनेट से स्वीकृति मिलने के बाद इस प्रस्ताव पर अंतिम मुहर लगेगी। इस प्रस्ताव के तहत २७ अगस्त से ३१ अक्टूबर तक राज्य में मतदान होंगे। ॥ राज्य निर्वाचन आयोग ने पहले चरण के मतदान के लिए २७ अगस्त‚ दूसरे चरण के मतदान के लिए ३१ अगस्त‚ तीसरे चरण के मतदान के लिए १० सितम्बर‚ चौथे चरण के मतदान के लिए १४ सितम्बर‚ पांचवें चरण के मतदान के लिए २४ सितम्बर‚ छठे चरण के मतदान के लिए ३० सितम्बर‚सातवें चरण के मतदान के लिए ८ अक्टूबर‚आठवें चरण के मतदान के लिए १८ अक्टूबर‚ नौवें चरण के मतदान के लिए २२ अक्टूबर तथा दसवें चरण के मतदान के लिए ३१ अक्टूबर का प्रस्ताव दिया है। सूचना का प्रकाशन ३ अगस्त से ४ अक्टूबर तक होगा। नाम निर्देशन की तिथि ४ अगस्त से ५ अक्टूबर तक होगा। २९ अगस्त से ३ नवम्बर तक मतगणना की तिथि निर्धारित की गई है। चुनाव में बाढ़ बड़़ी समस्या है। अति बाढ प्रभावित १५ जिलों में सुपौल‚ मधेपुरा‚ शिवहर‚ सहरसा‚ खगडिया‚ सीतामढी‚ दरभंगा‚ मुजफ्फरपुर‚ मधुबनी‚ समस्तीपुर‚ वैशाली‚ कटिहार‚ पूर्वी चंपारण‚ बेगूसराय और भागलपुर आते हैं। इन जिलों में जल–जमाव वाली पंचायतों में चुनाव अंतिम चरण में होगा‚ जबकि सामान्य बाढ प्रभावित १९ जिलों में बक्सर‚ सारण‚ नालंदा‚ पूर्णिया‚ अररिया‚ पश्चिम चंपारण‚ शेेखपुरा‚ किशनगंज‚ पटना‚ भोजपुर‚ सीवान‚ लखीसराय‚ गोपालगंज‚ मुंगेर‚ जहानाबाद‚ रोहतास‚ कैमूर‚ औरंगाबाद व अरवल शामिल हैं। इन जिलों के भी बाढ प्रभावित क्षेत्रों पर आयोग की नजर रहेगी। अगस्त से तीन नवम्बर तक मतगणना की तिथि इस प्रस्ताव में की गई है निर्धारित ॥
राज्य निर्वाचन आयोग ने निर्वाचन विभाग को पत्र लिखकर तीन पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति आयोग में करने की मांग की है। आयोग के अनुसार पंचायत चुनाव कराने के लिए तीन दक्ष पदाधिकारियों की जरूरत है। सूत्रों ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग ने इसके लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार को पत्र लिखा है।
आयोग ने निर्वाचन विभाग से नालंदा के हिलसा के अवर निर्वाचन पदाधिकारी प्रेम प्रकाश और बक्सर के डुमरांव के अवर निर्वाचन पदाधिकारी अनिल कुमार पटेल की प्रतिनियुक्ति राज्य निर्वाचन आयोग में करने की मांग की है। इसके अतिरिक्त आयोग ने निर्वाचन विभाग से किसी जानकार उप निर्वाचन पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करने का भी अनुरोध किया है। यह प्रतिनियुक्ति पंचायत चुनाव की समाप्ति तक के लिए करने का अनुरोध किया गया है।
ईवीएम मंगाने की तैयारी हुई शुरू
पंचायत चुनाव को लेकर जिलों में ईवीएम मंगाने की तैयारी शुरू हो गई है। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर सभी जिलों में आवंटित किए गए ईवीएम को विभिन्न राज्यों से मंगाने के लिए पदाधिकारियों को नामित किया गया है। आयोग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा अपने-अपने आवंटित राज्यों से ईवीएम मंगाने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि समय पर ईवीएम बिहार पहुंच जाए। दूसरे राज्यों से कुल दो लाख 08 हजार 24 बैलेट यूनिट और एक लाख 88 हजार 376 कंट्रोल यूनिट बिहार लाया जाएगा।
फुलप्रूफ सिक्योरिटी में आएंगी ईवीएम
आयोग सूत्रों के अनुसार फूलप्रूफ सुरक्षा व्यवस्था में ईवीएम लाए जाएंगे। जिला प्रशासन द्वारा नामित पदाधिकारी सुरक्षाबलों की टीम के साथ संबंधित राज्यों में जाएंगे और वहां से ट्रकों में ईवीएम को रखकर, उसे पूरी तरह सीलबंद कर, पूरे रास्ते पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ जिले में पहुंचेंगे। ईवीएम को लाकर जिला स्तरीय भंडार में रखा जाएगा। इसके बाद, सभी ईवीएम का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। इसके बाद, उनका उपयोग चुनाव को लेकर किया जाएगा।
पंचायत चुनाव को लेकर जिलों में ईवीएम मंगाने की तैयारी शुरू हो गई है। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर सभी जिलों में आवंटित किए गए ईवीएम को विभिन्न राज्यों से मंगाने के लिए पदाधिकारियों को नामित किया गया है। आयोग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा अपने-अपने आवंटित राज्यों से ईवीएम मंगाने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि समय पर ईवीएम बिहार पहुंच जाए। दूसरे राज्यों से कुल दो लाख 08 हजार 24 बैलेट यूनिट और एक लाख 88 हजार 376 कंट्रोल यूनिट बिहार लाया जाएगा।
आयोग सूत्रों के अनुसार फूलप्रूफ सुरक्षा व्यवस्था में ईवीएम लाए जाएंगे। जिला प्रशासन द्वारा नामित पदाधिकारी सुरक्षाबलों की टीम के साथ संबंधित राज्यों में जाएंगे और वहां से ट्रकों में ईवीएम को रखकर, उसे पूरी तरह सीलबंद कर, पूरे रास्ते पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ जिले में पहुंचेंगे। ईवीएम को लाकर जिला स्तरीय भंडार में रखा जाएगा। इसके बाद, सभी ईवीएम का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। इसके बाद, उनका उपयोग चुनाव को लेकर किया जाएगा।
सीवान और गया को उड़ीसा से मिलेगी ईवीएम
जानकारी के अनुसार सीवान व गया को उड़ीसा से ईवीएम मिलेगी। भोजपुर को हैदराबाद से, मधेपुरा, जमुई व नवादा को तेलंगाना से, सारण, गोपालगंज, पटना, बेगूसराय, मुंगेर को केरल से, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, वैशाली को राजस्थान से, शेखपुरा को तमिलनाडु से, शिवहर को त्रिपुरा से, पूर्णियां को नागालैंड से, कैमूर को उत्तर प्रदेश से, बांका को गुजरात से, भागलपुर को अरुणाचल प्रदेश से, अररिया को महाराष्ट्र व गोवा से, बक्सर को मध्यप्रदेश से, नालंदा को हिमाचल प्रदेश, झारखंड व जम्मू-कश्मीर से, किशनगंज को उत्तर-पूर्वी राज्यों से, समस्तीपुर को बंगलुरु से आवंटित ईवीएम लाया जाएगा।