शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि अगर कोरोना से हालात इसी तरह सुधरते रहे तो जुलाई से चरणबद्ध तरीके से शैक्षणिक संस्थान खोले जायेंगे। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थान में कोरोना प्रोटोकॉल का विशेष रूप से पालन कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि पहले चरण में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में छह जुलाई के बाद ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने की अनुमति दी जायेंगी। इसके बाद माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के साथ–साथ कोचिंग संस्थान खुलेंगे। वही तीसरे चरण में मध्य और प्राथमिक विद्यालयों के कक्षाओं का संचालन शुरू होगा। उन्होंने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है। महामारी की स्थिति में सुधार पर नजर रखते हुए शिक्षा विभाग के स्तर से शिक्षण संस्थानों को खोलने की तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्य प्राथमिकता है। बच्चों की जान जोखिम में डालकर शिक्षण संस्थान नहीं खोले जा सकते। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की ओर से विशेष रूप से गाइडलाइन जारी की जायेगी। एक दिन में केवल ५० फीसद विद्यार्थी ही कक्षा में उपस्थित होंगे। शेष ५० फीसद अगले दिन आएंगे। सभी जिलों में कोरोना प्रोटोकाल का कडाई से अनुपालन कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूल टीकाकरण केन्द्र के रूप में भी काम करेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में फेस मास्क और हैंड़ सैनिटाजर का उपयोग अनिवार्य होगा।
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के मुताबिक, कोरोना से हालात इसी तरह से सुधरते रहे तो पहले चरण में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को खोला जाएगा।
दूसरे चरण में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक (कक्षा 9 से 12 तक) स्कूलों के साथ ही कोचिंग संस्थान खुलेंगे। इसके बाद कक्षा 6 से 8 तक की कक्षाएं शुरू होंगी। सबसे अंत में कक्षा 1 से 5 तक की कक्षाएं खुलेंगी। कॉलेज और स्कूल खुलने के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी होगा। 19 अप्रैल से ही राज्य के शिक्षण व कोचिंग संस्थान बंद हैं।
एक दिन गैप कर आधे-आधे बच्चे आएंगे
चौधरी के अनुसार, स्कूल आने के पूर्व बच्चों के माता-पिता की सहमति जरूरी होगी। कक्षा में 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ एक दिन गैप कर कक्षाएं चलेंगी। छात्रों के लिए सीखने का तरीका ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों होना चाहिए। छात्रों को पढ़ाई अपने मौलिक स्वरूप में लौट आए, इसे ध्यान में रखते हुए ही सरकार छात्र हित में शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोलने की योजना पर काम कर रही है। संस्थान संचालन की मानक प्रक्रिया भी बना रही है, जिसका अनुपालन अनिवार्य होगा।
स्कूल-कोचिंग में एक साथ नहीं होगी छुट्टी
मंत्री के अनुसार ‘स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थानों में मास्क पहनना, सेनेटाइजर का उपयोग और सामाजिक दूरी का अनुपालन जरूरी होगा। शैक्षणिक संस्थानों को भी कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन अनिवार्य होगा। पूरे परिसर को नियमित रूप से सेनेटाइज करना होगा। अलग-अलग कक्षा के छात्रों के आने-जाने का समय भी अलग-अलग निर्धारित करना होगा। यानी स्कूल-कॉलेज व कोचिंग संस्थान में एक साथ छुट्टी नहीं होगी।
टीकाकरण केंद्र के रूप में काम करते रहेंगे स्कूल
बता दें कि कई स्कूलों में टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। मंत्री के मुताबिक, स्कूलों में बने टीकाकरण केंद्र काम करते रहेंगे। शिक्षक लोगों को टीकाकरण के महत्व के बारे में जागरूक भी करेंगे।
आज से कक्षा एक से 5 तक की पढ़ाई दूरदर्शन पर हाेगी
दूरदर्शन पर कक्षा एक से पांच तक की पढ़ाई सोमवार से शुरू होने जा रही है। कक्षा 9 से 12 तक की पढ़ाई 10 मई से शुरू हुई थी। 27 मई से कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों की पढ़ाई दूरदर्शन पर हो रही है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने यूनिसेफ की मदद से कक्षा 1 से 12 तक के बच्चों के लिए पाठ्य सामग्री तैयार कराई है। ये ई कंटेंट शिक्षकों और विषय विशेषज्ञों के माध्यम से तैयार कराए गए हैं।