विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख ने कहा है कि कोरोना वायरस का भारत में पहली बार पाया गया ‘डेल्टा’ स्वरूप अब तक का सबसे संक्रामक प्रकार है। इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अब यह स्वरूप कम से कम 85 देशों में फैल रहा है। शुक्रवार को हुई प्रेस वार्ता में डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेडरोस आधानोम घेबरेसस ने कहा कि गरीब देशों में टीके की अनुपलब्धता डेल्टा स्वरूप के प्रसार में सहायक सिद्ध हो रही है।
उन्होंने एक बैठक में शामिल होने के बाद कहा कि अमीर देश विकासशील देशों को तत्काल टीका नहीं देना चाहते। उन्होंने कहा, “वे (गरीब देश) निराश हैं क्योंकि उनके पास टीके नहीं हैं।” घेबरेसस ने कहा, “अगर टीका नहीं तो आप क्या साझा करेंगे?”
यूके डेल्टा कोविड के मामले पिछले सप्ताह में 46 फीसदी बढ़े
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) ने शुक्रवार को कहा कि पिछले सप्ताह डेल्टा कोविड -19 वेरिएंट के 35,204 नए मामले सामने आने के साथ, ब्रिटेन में चिंता की लहर है क्योंकि इस मामले में 46 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। स्काई न्यूज ने बताया कि पुष्टि किए गए डेल्टा मामलों की कुल संख्या अब 111,157 है – इनमें से 102,019 इंग्लैंड में, 7,738 स्कॉटलैंड में, 788 वेल्स में और 612 उत्तरी आयरलैंड में दर्ज किए गए हैं।
पीएचई ने कहा कि डेल्टा वेरिएंट, जिसे पहले भारत में पहचाना गया था, अब तेजी से ब्रिटेन में भी पैर पसार रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्तमान में इस बात का कोई सबूत नहीं है कि नया संस्करण अधिक गंभीर बीमारी का कारण बनता है या टीकों को कम प्रभावी बनाता है। इसके अलावा, पीएचई ने उल्लेख किया कि 21 जून, 304 तक के सप्ताह में कोविड के कारण इंग्लैंड में अस्पताल में भर्ती 514 लोगों में से 304 का टीकाकरण नहीं हुआ था।
इंग्लैंड में अब तक मौत के लगभग 117 मामलों की पुष्टि डेल्टा वेरिएंट के रूप में हुई है। इनमें से आठ 50 साल से कम उम्र के थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन आठ लोगों में से छह का टीकाकरण नहीं हुआ था, जबकि दो की मौत 21 दिनों से अधिक समय तक कोरोनोवायरस वैक्सीन की पहली खुराक प्राप्त करने के बाद हुई थी।
पीएचई ने एक ट्वीट में कहा, शुक्रवार को पूरे ब्रिटेन में 15,810 नए मामले सामने आए और 28 दिनों के भीतर 18 लोगों की मौत हो गई। इसमें कहा गया है कि ब्रिटेन में अब तक 43,877,861 लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली खुराक मिली है, जबकि 32,085,916 लोगों को दूसरी खुराक मिली है।
महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट की चुनौतियों का सामना करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। इसके लिए राज्यभर में लेवल-3 की पाबंदियों को लागू करने के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने जालना में कहा, ‘लेवल 1 और 2 को खत्म करके उनकी जगह पूरे महाराष्ट्र में लेवल 3 और उसके ऊपर के लेवल की पाबंदियों को लागू किया जाएगा।
ऐमजॉन वार्डरोब फैशन सेल 19 जून से 23 जून तक
टोपे ने साफ कहा कि कई जिलों को पहले दी गईं छूट खत्म कर दी जाएंगी। इसके साथ ही, स्थानीय निकायों को अधिकार दिया है कि वे सरकार द्वारा तय मापदंड के अनुसार अपने सीमा क्षेत्र में पाबंदियां लगाने के बारे में खुद निर्णय लें। सरकार ने उड़न दस्ते (फ्लाइंग स्क्वॉड) गठित करने का भी निर्देश दिया है। ये दस्ते रेस्तरां, मॉल, शादी समारोह आदि स्थानों पर पहुंचकर देखेंगे कि नियमों का पालन किया जा रहा है या नहीं।
शुक्रवार को मुख्य सचिव सीताराम कुंटे ने ये दिशा-निर्देश जारी किए। इनमें कहा गया है कि अगर कड़े प्रतिबंध नहीं लगाए, तो डेल्टा प्लस तेजी से दूसरे हिस्सों में फैल सकता है। निर्देश में टीकाकरण को तेज गति देने के लिए कहा गया है। राज्य की 70 प्रतिशत आबादी को टीका लगाने पर जोर दिया गया है। संक्रमित हो चुके लोगों की पहचान, जांच और जरूरत पड़ने पर इलाज की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
नए दिशा-निर्देश में कहा गया है कि अगर कोरोना के मामले बढ़ें और ऑक्सिजन बेड कम होते दिखें, तो कड़े प्रतिबंध लगाने का निर्णय स्थानीय प्रशासन ले सकता है। उन्हें साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर और ऑक्सिजन बेड खाली होने से जुड़ी नियमित जानकारी जुटानी होगी। इसके लिए सिर्फ आरटी-पीसीआर जांच को आधार बनाया जाएगा।
क्या है लेवल 3 की पाबंदियां-
– जरूरी दुकानें और प्रतिष्ठान शाम 4 बजे तक ही खुले रखने की इजाजत
– गैर-जरूरी दुकानें और प्रतिष्ठान सोमवार से शुक्रवार शाम 4 बजे तक
– रेस्टोरेंट सप्ताह के दिनों में शाम 4 बजे तक 50 प्रतिशत क्षमता के साथ, फिर टेकअवे और होम डिलिवरी
– उपनगरीय ट्रेनों का इस्तेमाल केवल मेडिकल कर्मचारियों और जरूरी सेवाओं में लगे कर्मियों के लिए
– जिम और सैलून शाम 4 बजे तक 50 प्रतिशत क्षमता के साथ
रत्नागिरी में डेल्टा प्लस से वृद्धा की मौत
इधर, महाराष्ट्र के रत्नागिरी में डेल्टा प्लस वैरिएंट से 80 साल की एक महिला की मौत हो गई। वह कुछ दिन से अस्पताल में भर्ती थीं। कुछ मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, मध्य प्रदेश में भी डेल्टा प्लस से संक्रमित एक और शख्स की मौत हो गई है। यह राज्य में इस वेरिएंट से मौत का दूसरा मामला बताया जा रहा है। देश में इस वैरिएंट के 48 मरीज हो गए हैं।
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि अब तक देश में अनुक्रमण (जीनोम) किए गए 45000 नमूनों में से कोविड़ के ड़ेल्टा प्लस स्वरूप के 48 मामले सामने आए और उनमें से सबसे अधिक 20 मामले महाराष्ट्र से हैं। सरकार ने कहा कि तमिलनाड़ु में ड़ेल्टा प्लस के नौ मामले सामने आए हैं जबकि मध्य प्रदेश में सात‚ केरल में तीन‚ पंजाब और गुजरात में दो–दो तथा आंध्र प्रदेश‚ ओडि़शा‚ राजस्थान‚ जम्मू और कर्नाटक में एक–एक मामले सामने आए हैं। भारत में कोविड़–19 के 90 फीसद मामले बी.१.६१७.२ (ड़ेल्टा) स्वरूप के हैं। ३५ राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के १७४ जिलों में चिंताजनक कोविड़ स्वरूप के मामले पाये गए हैं। इनमें से सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र‚ दिल्ली‚ पंजाब‚ तेलंगाना‚ पश्चिम बंगाल और गुजरात में मिले हैं। सरकार ने जोर दिया कि कोविड़–१९ के दोनों टीके कोविशील्ड़ एवं कोवैक्सीन सार्स–सीओवी–२ के अल्फा‚ बीटा‚ गामा एवं ड़ेल्टा स्वरूपों के विरुद्ध प्रभावी हैं।