कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने बुधवार को पूर्णिया प्रमंड़ल की कृषि योजनाओं की वीडि़यो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की। मंत्री ने मौके पर सभी बाजार प्रांगणों की चहारदिवारी‚ नाला एवं सडक का निर्माण बरसात के बाद दिसम्बर तक निश्चित रूप से पूरा कर लेने को कहा।
ऊर्जा विभाग से सम्पर्क कर बाजार प्रांगणों में अवस्थित भवनों की छत पर सौर्य ऊर्जा संयत्र अधिष्ठापित करने को कहा। समीक्षा के दौरान उन्होंने अररिया में बीज वितरण की स्थिति औसत दर्जे की थी‚ परन्तु पूर्णिया एवं कटिहार में लक्ष्य से काफी कम बीज वितरण होने के कारण उन्होंने रोष व्यक्त किया। उन्होंने निदेश दिया कि २० जून तक जिला एवं २५ जून तक प्रखंड स्तर पर उर्वरक निगरानी समिति की बैठक का आयोजन कर लें। उन्होंने पूर्णिया प्रमंडल के संयुक्त निदेशक (शष्य) को मूलभूत जानकारी नहीं होने के कारण रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इनका प्रतिवेदन निराशाजनक है। उन्होंने निदेश दिया कि सभी क्षेत्रीय पदाधिकारी कार्यालय में कम‚ क्षेत्र में अधिक रहेंगे। उन्होंने मुख्यालय के पदाधिकारियों को भी क्षेत्र में जाकर योजनाओं के अनुश्रवण करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने बताया कि किशनगंज में हम चायपत्तियों का उत्पादन नहीं करना चाहते‚ बल्कि वहां अनानास‚ जूट आदि की खेती कर किसानों की आमदनी बढाई जा सकती है। विभागीय सचिव डॉ. एन सरवण कुमार ने कहा कि बिहार राज्य कृषि विपणन पर्षद् (विघटित) कार्यों के प्रगति की समीक्षा मेरे द्वारा प्रत्येक माह एवं विशेष सचिव द्वारा पाक्षिक रूप से किया जायेगा।
उन्होंने चेताया कि २५ जून तक बीज वितरण नहीं करने वाले पदाधिकारियों/कर्मियों पर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। बीज वितरण को उच्चतम प्राथमिकता दी जाये। इस अवसर पर विभाग के विशेष सचिव आदेश तितरमारे‚ निदेशक रवीन्द्र नाथ राय‚ संयुक्त निदेशक (शष्य)‚ पूर्णिया प्रमंडल संजय कुमार‚ जयप्रकाश नारायण‚ सहायक प्रशासक सनत कुमार जयपुरियार के साथ ही पूर्णिया प्रमंडल के अन्तर्गत चार जिलों के कृषि पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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