बिहार में 18 जून तक भारी से भारी बारिश का अनुमान है. इस दौरान जबरदस्त ठनका और मेघ गर्जन के भी आसार है. आइएमडी ने इसको लेकर पूरे प्रदेश में हाइ अलर्ट जारी किया है़
आपदा प्रबंधन की एजेंसियां संवदेनशील बाढ़ संभावित क्षेत्रों में भेज दी गयी हैं. लोगों को बहुत जरूरी होने पर ही घर से दूर जाने की सलाह दी गयी है़ प्रदेश में अब तक समान्य से 130% अधिक बारिश हो चुकी है़
पटना के मौसम विज्ञान केंद्र ने आगामी 48 घंटे में राजधानी समेत उत्तर बिहार में भारी बारिश की संभावना को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। 18 जून तक पटना, पश्चिम चंपारण, सिवान, सारण, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय व सारण को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं अन्य जिलों को लेकर येलो और ब्लू अलर्ट जारी किया गया है। यानी कि बाकी के जिलों में भी बारिश होगी, लेकिन थोड़ी कम। इधर, बुधवार की शाम जारी रिपोर्ट के मुताबिक बीते 24 घंटे के दौरान राज्य के उत्तर-पश्चिम एवं दक्षिण-पूर्वी भाग में भारी बारिश हुई। राज्य में बुधवार को विभिन्न स्थानों पर सामान्य से 242 फीसद अधिक बारिश दर्ज की गई।
पटना मौसम विज्ञान केंद्र का अलर्ट
मौसम विभाग ने अपने अलर्ट में बताया है कि ‘मौसम की वर्तमान गतिविधि एवं संख्यात्मक मौसम मॉडल के आंकलन के अनुसार राज्य के अधिकांश जिलों में कहीं-कहीं वज्रपात के साथ भारी वर्षा तथा राज्य के उत्तरी भाग के जिलों और गंगा नदी से सटे जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी वर्षा दिनांक 15 जून 2021 से अगले 48 घंटों के बीच होने की प्रबल संभावना है।’
बारिश से सतर्क रहने की जरूरत
मौसम विभाग ने अपने अलर्ट में आगे बताया है कि ‘इसके कारण जान-माल की हानि होने के साथ-साथ निचले स्तरों में जलजमाव, यातायात बाधित, बिजली सेवा एवं नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने की आशंका है। नागरिकों को उचित सावधानी और सुरक्षा उपाय बरतने की सलाह दी जाती है। बिजली चमकने या गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई देने के बाद किसानों और नागरिकों को पक्के घर में शरण लेने की सलाह दी जाती है।’
कई शहरों के निचले इलाकों में जलजमाव
राज्य में मॉनसून की एंट्री हो चुकी है। ऐसे में मंगलवार की सुबह से रात तक रूक-रूक कर बारिश होती रही। उत्तर बिहार के कई जिलों में भारी से अति भारी वर्षा होने की संभावना है। बिजली चमकने या गड़गड़ाहट की आवाज की आशंका जताई गई है। निचले इलाकों में जलजमाव, यातायात बाधित होने की आशंका जताई गई है। सोमवार की रात से जारी बारिश मंगलवार की सुबह तक होती रही। इसके बाद दिन में रूक-रूक कर बारिश होती रही। इसके कारण शहर के कई इलाकों में जल जमाव से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा।
20 जून तक सक्रिय रहेगा मॉनसून
मंगलवार का अधिकतम तापमान 30 डिग्री रहा। सामान्य से पांच डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री रहा। यह सामान्य से 0.7 डिग्री कम रहा। इधर, पूसा की ओर से मौसम को लेकर पूर्वानुमान किया गया है। 16 से 20 जून तक बारिश का अनुमान लगाया गया है। अगले 12 से 24 घंटें तक भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। साथ ही 20 जून तक मॉनसून सक्रिय रहने के कारण वर्षा होती रहेगी। इस दौरान 60 से 70 एमएम बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान 30 से 32 डिग्री के बीच रहेगा। जबकि न्यूनतम तापमान 22 से 24 डिग्री रहेगा। इस दौरान औसतन 15 से 20 किमी प्रति घंटें की रफ्तार रहने का अनुमान है। वहीं मॉनसून आने के बाद पिछले तीन दिनों में 74.1 एमएम बारिश रिकॉर्ड हुई।
वज्रपात से 11 लोगों ने गंवाई जान
वज्रपात की अलग-अलग कई घटनाओं में मंगलवार को राज्य में 11 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा मोकामा (पटना) में तीन लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा सिवान-दरभंगा के दो-दो और वैशाली, खगड़िया समस्तीपुर और आरा में एक-एक व्यक्ति की जान गई। मौसम विभाग ने भारी बारिश और तेज हवा को लेकर येलो अलर्ट जारी कर रखा है।
गंडक नदी पर बना सत्तरघाट पुल बंद
इधर गोपालगंज में गंडक नदी के बढ़े जल स्तर को देखते हुए प्रशासन ने सत्तरघाट पुल को बंद कर दिया गया है. यह निर्णय जल संसाधन विभाग और पथ निर्माण विभाग की सहमति पर लिया गया है.
फैजुल्लाहपुर से पूर्वी चंपारण के केसरिया घाट के बीच एप्रोच पथ को काटा जायेगा, जिससे कि नदी का पानी निकल सके. डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने बताया कि सत्तरघाट पुल का मुहाना चौड़ा नहीं होने के कारण बांधों पर दबाव बन रहा है.
एनआइटी, पटना की टीम ने 810 मीटर में तीन अलग-अलग पुल बनाने का सुझाव दिया था. इसी स्थल पर एप्रोच रोड को गुरुवार को काटा जायेगा. इससे नदी का बहाव ठीक हो जायेगा.
डीएम ने बताया कि इस दौरान यातायात को बंगरा घाट से डायवर्ट किया गया है, ताकि मुजफ्फरपुर व पूर्वी चंपारण से सारण, गोपालगंज व सीवान जिलों के लोगों का आवागमन जारी रहे.
- रेड अलर्ट : जब किसी जिले या क्षेत्र में 115 से 204 मिलीमीटर तक बारिश होने के साथ मेघ गर्जन, बिजली गिरने की संभावना होती है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है।
- येलो अलर्ट : इसमें भारी व मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना होती है।
- ब्लू अलर्ट : लगभग सभी स्थानों पर बारिश होने की संभावना व्यक्त की जाती है।