बिहार में जारी शाह और मात खेल के बीच कांग्रेस में सेंघमारी की तैयारी चल रही है. विवार की रात लोजपा में हुई टूट के बाद से ये कयास लगायी जा रही है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा हालांकि इसका खंडन कर रहे हैं. लेकिन सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के 19 में से 10 विधायकों ने पार्टी बदलने का मन बना लिया है. दलबदल कानून के प्रावधानों के तहत विधायकों के टूटने के लिए 13 की संख्या होना अनिवार्य है. इसको लेकर अब ‘ऑपरेशन कांग्रेस’ चलाया जा रहा है.
ऑपरेशन में 3 और विधायकों को जोड़ने की कवायद चल रही है. कांग्रेस इसका खंडन करते हुए इसे काल्पनिक और प्लांट स्टोरी करार दे रही है. कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी पर हमला करते हुए उन्हें कांग्रेस का भगोड़ा करार देते हुए कहा कि वो ही इस काम मे लगे हुए हैं.
लेकिन कांग्रेस का एक भी एमएलए पार्टी छोड़कर नहीं जा रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी विधायक एकजुट है. एलजेपी को आपने तोड़ दिया, लेकिन कांग्रेस कोई एलजेपी है क्या ? उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार राजनीतिक व्यक्ति हैं वो कभी भी नहीं चाहेंगे कि कांग्रेस का दरवाजा उनके लिए बंद हो जाए. मिश्रा ने दावा किया कि बिहार में एनडीए की सरकार गिरने जा रही है और गठबंधन की सरकार बनेगी.
बिहार में इस समय कांग्रेस के कुल 19 विधायक हैं और टूटने के लिए दो तिहाई विधायकों का किसी भी दल के लिए साथ आना जरूरी है. बता दें कि राज्य में अभी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर भी रस्साकसी का दौर चल रहा है.
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