मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों में विपक्षी दल भले ही उत्साहित हो पर भाजपा का सांगठनिक कार्यक्रम लॉकड़ाउन में भी जारी रहा है। केन्द्रीय नेतृत्व के संकेत पर प्रदेश भाजपा के नेता व कार्यकर्ता मौन रहकर कार्य कर रहे हैं। पार्टी कार्यक्रम निर्धारित करती है और उसे बूथ स्तर पर भाजपा के कार्यकर्ता उतार रहे हैं। प्रदेश में फिलहाल टीकाकरण अभियान चल रहा है। भाजपा के कार्यकर्ता बूथ स्तर पर टीका लेने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रहे रहे हैं। २१ जून को योग दिवस मनाया जाएगा। इस दिन केन्द्रीय मंत्री‚ सांसद‚ विधायक सभी अपने क्षेत्र में योग कार्यक्रम में शामिल होंगे। भाजपा २३ जून को श्यामा प्रसाद मुखर्जी का स्मृति दिवस मनाएगी। बिहार के ७३ हजार से अधिक बूथों पर यह कार्यक्रम चलेगा। दरअसल भाजपा का साइलेंटली वर्क चल रहा है जबकि विपक्षी दल अपने को रोक नहीं पाते हैं। जबसे राजद सुप्रीमो लालू प्रसदा यादव जेल से बाहर आए हैं विपक्षी दलों की गतिविधियां बढ़ गइ हैं। राजद नेता तेजप्रताप यादव ने हम प्रमुख जीतन राम मांझी से मुलाकात कर एनड़ीए में खलबली पैदा कर दी। इसके बाद मंत्री मुकेश साहनी के बयान ने एनड़ीए नेताओं के कान खड़े़ किए। इस बीच भाजपा का साइलेंटली वर्क जारी रहा। भाजपा ने पंचायत चुनाव में आक्रामक तेवर के साथ उतरने का निर्णय ले लिया था‚ किंतु कोरोना की दूसरी लहर के कारण जनहित में पंचायत चुनाव को टाल दिया गया। पंचायत चुनाव को भाजपा अगले लोकसभा चुनाव का रिहर्सल मान कर चल रही थी। भाजपा ने जिला परिषद के चुनाव में खुलकर अपना उम्मीदवार देने का मन बना लिया था। भाजपा ने हाल ही में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सभी कार्यकर्ताओं को पंचायत चुनाव में जुट जाने का निर्देश दिया था। बूथ तक के कार्यकर्ताओं को चुनाव में जोड़़ने की रणनीति तैयार की गई। जिला परिषद के चुनाव के लिए जिला परिषद क्षेत्र का जातीय समीकरण‚ राजनीतिक समीकरण और सांगठनिक गणना बैठायी गई। पार्टी ने २२–२५ मार्च तक शक्ति केन्द्रों में बैठक कर रणनीति तैयार की। भाजपा का कोई न कोई कार्यक्रम हमेश चलता रहता है। प्रदेश भाजपा ने ६ अप्रैल को पार्टी का स्थापना दिवस प्रदेश स्तर से लेकर बूथ स्तर तक मनाया था। इस दिन भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने १९९६ के पूर्व के पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्मान देकर उनके प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट की। इसके बाद पिछले १४ अप्रैल को भाजपा ने अम्बेडकर जयंती को समरसता दिवस के रूप में मनाया। इस दिन भाजपा के कार्यकर्ताओं ने प्रत्येक मंडल में सभाओं का आयोजन किया॥। भाजपा अपने कार्यक्रम के जरिए राजद पर निशाना साध कर अपने जनाधार को बांधे रहती है। भाजपा की ६–७ मार्च को संपन्न दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक में पारित राजनीतिक प्रस्ताव में राजद के पिछले १५ वर्षों के शासन से तुलना किया गया था। भाजपा ने अपने राजनीतिक प्रस्ताव के जरिए कहा है कि बिहार में आज से १५ वर्ष पूर्व राजद के शासनकाल में क्राइम और कानून व्यवस्था एक बडी समस्या थी। भाजपा कानून व्यवस्था के मामले में राजद पर हर समय प्रहार करने के लिए तैयार रहती है। पिछले दिनों भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ड़ा. संजय जायसवाल ने राजद सरकार के वर्ष १९९० से २००५ के बीच हुए नरसंहार का मामला उठाया। भाजपा का यूएसपी सुदृढ़ कानून व्यवस्था है। भाजपा का कहना है कि प्रदेश से आर्गनाइज्ड क्राइम (डकैती‚अपहरण‚लूट‚फिरौती) बिहार से खत्म हो चुका है‚ नक्सली घटनाओं में १००फीसदी की कमी रिपोर्ट कर ली गयी है और अब बिहार एनसीआरबी के आंकडों में राष्ट्रीय औसत के हिसाब से लगभग पिछले पायदान पर है।
जाति समीकरण और ऑपरेशन सिंदूर के भरोशे क्या एनडीए मारेगी बाजी!
बिहार चुनाव के लिए भाजपा ने कमर कस ली है. भाजपा अपनी रणनीति भी तय कर चुकी है. कोई सत्ता...