बिहार लोक सेवा आयोग ने 64वीं संयुक्त परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी कर दी है। इसका अभ्यर्थियों को बेसब्री से इंतजार था और कोरोना की वजह से इसमें देरी हो रही थी। 2017 में इसकी प्रक्रिया शुरू हुई थी। फाइनल रिजल्ट आने में चार साल का समय लग गया। इस परीक्षा से बिहार को 1454 अफसर मिले हैं। बिहार प्रशासनिक सेवा के अनुमंडल पदाधिकारी और वरीय उप समाहर्ता के 28, बिहार पुलिस सेवा के 40, वाणिज्य कर पदाधिकारी 10, बिहार कारा सेवा के कारा अधीक्षक 2, आपूर्ति निरीक्षक 223, राजस्व अधिकारी और समकक्ष 571, नगर कार्यपालक पदाधिकारी 7, प्रखंड पंचायत पदाधिकारी के 133 पद पर नियुक्ति होगी।
वन टू टेन के नाम
फाइनल रिजल्ट के अनुसार ओम प्रकाश गुप्ता टॉपर रहे हैं। उन्हें बिहार प्रशासनिक सेवा का पद मिलेगा। विद्यासागर, अनुराग आनंद, विशाल, शशांक बर्नवाल, अजीत कुमार, आलोक कुमार, निखिल कुमार, राघवेंद्र मणि त्रिपाठी और दीपक कुमार ने क्रमश: पहले से दसवें स्थान पर जगह बनाई है।
कट ऑफ लिस्ट
आयोग की ओर से जारी कट ऑफ लिस्ट के अनुसार सामान्य वर्ग के लिए कट ऑफ मार्क्स 535, सामान्य वर्ग की महिला के लिए 513, एससी के लिए 490, एससी महिला के लिए 490, एसटी के लिए 514, एसटी महिला के लिए 513, ईबीसी के लिए 516, इबीसी महिला के लिए 495, पिछड़ा वर्ग के लिए 535, पिछड़ा महिला के लिए 511 कट ऑफ मार्क्स पर सफलता हासिल की है।
BPSC 64 वीं संयुक्त परीक्षा का रिजल्ट आयोग की वेबसाइट http://www.bpsc.bih.nic.in/ पर देख सकते हैं। वहीं फाइनल रिजल्ट का PDF देखने के लिए http://www.bpsc.bih.nic.in/Advt/NB-2021-06-06-01 इस लिंक पर क्लिक करें।
कंकड़बाग के अशोक नगर निवासी अजीत कुमार ने अपने दूसरे ही प्रयास में बीपीएससी परीक्षा में छठा स्थान हासिल किया है। वे अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता वीरेंद्र प्रसाद और माता सियामणि देवी के देते हैं। उनके पिता पेशे से एक ऑटो ड्राइवर हैं। अजीत की कहानी बड़ी दिलचस्प है। साल 2012 में कोचिन विवि से बीटेक करने के बाद अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सही करने के लिए वे यूएई चले गए । वहां उन्होंने पांच तक एक ऑफ शोर कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम किया, लेकिन सिविल सर्विस में जानें का सपना अपने बचपन से वे कभी भूल नहीं पाए। यही वजह रही कि 2017 में नौकरी छोड़कर एक बार फिक लोक सेवा आयोग की तैयारियों में जुट गए। अजीत बताते हैं कि अपने पहले ही प्रयास में सफलता उनसे सिर्फ सात अंको से पिसल गई। वे कहते हैं कि उन्होंने अपने जीवन के सभी रंगों को देखा है और तनाव झेला है। अब राज्य सरकार के अधिकारी के तौरा पर कम करके आम लोगों की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हालांकि इनका लक्ष्य केंद्रीय लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता हासिल करना है।वे लोक सेवा आय़ोग की तैयारी करने वालों को स्मार्ट वर्क, आत्म विश्वास रखने की सलाह देते हैं।