बिहार में बीजेपी एमएलसी टुन्ना पांडेय के एक बयान ने जेडीयू (JDU) के साथ उसकी तल्खी को तेज कर दिया है. दरअसल इन दिनों पांडेय लगातार अपने बयानों के कारण चर्चा में बने हुए हैं. एनडीए (NDA) में शामिल रहते हुए बीजेपी एमएलसी द्वारा लगातार सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर सवाल उठाए गए जिसके बाद जदयू और बीजेपी के बीच तकरार बढ़ गई है. बीजेपी एमएलसी टुन्ना पांडेय के बयान पर जेडीयू एमएलसी संजय सिंह ने बड़ा हमला किया है.
जेडीयू की नाराजगी
संजय सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि सीएम नीतीश कुमार पर उंगली खड़े करने वाले की उंगली काट ली जाएगी. सीएम नीतीश कुमार पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. संजय सिंह ने कहा कि जेडीयू के नेताओं ने कभी भी बीजेपी पर हमला नहीं किया. बीजेपी आलाकमान ऐसे नेताओं पर कार्रवाई करते हुए सबक सिखाये. एक ही गठबंधन में रहकर ऐसी भाषा स्वीकार नहीं की जा सकती है. गौरतलब है कि पिछले दिनों जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने भी बीजेपी पर सवाल खड़ा करते हुए कार्रवाई की मांग की थी.
टुन्ना पांडेय ने नीतीश पर लगातार खड़ा किया था सवालबीजेपी एमएलसी टुन्ना पांडेय ने सीएम नीतीश कुमार पर लगातार एक के बाद एक हमला करते हुए बिहार की सियासत गरमा दी थी. आरजेडी नेता शहाबुद्दीन के निधन पर सबसे पहले टुन्ना पांडेय ने बयान देते हुए कहा,’शहाबुद्दीन ने ठीक ही कहा था कि नीतीश कुमार परिस्थितियो के मुख्यमंत्री हैं. अगर सीएम नीतीश चाहते तो शाहबुद्दीन के शव को बिहार लाया जा सकता था.’ अगले दिन एक बार फिर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि 2020 के चुनाव में तेजस्वी को बहुमत मिला था पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बन गए.
बिहार में बीजेपी और जेडीयू के बीच जारी तल्खी के क्रम में सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर ट्वीट के जरिए निशाना साधने वाले BJP एमएलसी टुन्ना पांडे पर आखिरकार बीजेपी ने कार्रवाई की शुरुआत कर दी है. बीजेपी (BJP) ने मुन्ना पांडे को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. पार्टी की तरफ से अनुशासन समिति के अध्यक्ष और पूर्व विधायक विनय सिंह ने नोटिस जारी करते हुए टुन्ना पांडे (BJP MLC Tunna Pandey) से उनके द्वारा किए गए ट्वीट पर सवाल पूछा है.
अनुशासन समिति ने मुन्ना पांडे को 10 दिन के अंदर इस नोटिस का जवाब देने को कहा है और यह भी साफ किया है कि पांडे के जवाब से अगर पार्टी संतुष्ट नहीं होगी तो आने वाले समय में पार्टी टुन्ना पांडे पर अनुशासनात्मक कार्रवाई भी कर सकती है. टुन्ना पांडे ने एक ट्वीट करके राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी थी. उन्होंने ट्वीट करके सीधा नीतीश कुमार पर निशाना साधा था और ट्वीट के जरिए लिखा था कि इस बार के विधानसभा चुनाव में भी जनता ने तेजस्वी यादव को ही अपना मत देकर चुना था लेकिन सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करके नीतीश जी आज सत्ता में राज कर रहे हैं.
टुन्ना पांडे के इस ट्वीट ने एनडीए में खलबली मचा दी थी. पांडे के इस ट्वीट को कोट करते हुए जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी पर निशाना साध दिया था. उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल से सवाल पूछा था कि अगर ऐसा बयान जदयू के नेता ने भाजपा या उसके किसी नेता के बारे में दिया होता तो अब तक क्या कार्रवाई नहीं होती. टुन्ना पांडे को लेकर जेडीयू के तल्ख तेवर के बाद से बीजेपी बैकफुट पर थी और माना जा रहा था की पार्टी इसे लेकर जल्द कार्रवाई करेगी.
हुआ भी ऐसा ही. आज बीजेपी ने टुन्ना पांडे को नोटिस जारी करके यह बताने की कोशिश की है कि एनडीए में ऑल इज वेल है और टुन्ना पांडे के इस बयान से बीजेपी का कोई लेना देना नहीं है. हालांकि आगे इस पर क्या कार्रवाई होती है यह देखने वाली बात होगी.