कोरोना जैसी महामारी में मानव जीवन को बचाने के लिए हवा और आहार दो ऐसी मूल आवश्यकताए है जो सर्वाधिक महत्वपूर्ण है । संतुलित पौष्टिक सुलभ आहार शरीर को संक्रमण से प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि कर जीवन की संतुलित रखता है वही हवा यानी ऑक्सीजन के बगैर तो चंद कदम चलना सम्भव नही है । पिछले 2 महीनों में जो त्रासदी बिहार सहित भारत मे परिलक्षित हुई इसमे इन दोनों की कमी देखी गई है । कोरोना संक्रमित का प्रतिरोधक क्षमता में कमी और ऑक्सीजन की किल्लत ने लाखो भारतवंशीयो को निगल गया । इस दोनों ही कमियों को दूर करने के लिए शासन से लेकर आम जन तक जुटा हुआ है और जिस रफ्तार से इसपर कार्य किया जा रहा है अगले कुछ दिनों में ऐसी आपदा इतिहास बन के रह जायेगी ।
आज विश्व दूध दिवस है , दूध से ज्यादा पौष्टिक और सुलभ आहार आम जन के जीवन मे बहुत कम पाए जाते है । दूध और हवा का एक ही स्थान पर अगर उपलब्धता हो जाय तो कोरोना जैसी कितनी भी त्रासदियों को मानव जीवन आसानी से पार कर सकता है । ऐसे ही कार्य को मूर्त रूप प्रदान किया है सुधा डेयरी समस्तीपुर ने और उनके प्रबंध निदेशक डीके श्रीवास्तव ने ।
आज सम्पूर्ण दुनिया में “विश्व दुग्ध दिवस” यानी “वर्ल्ड मिल्क डे” “World Milk Day” मना रही है . विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर इस वर्ष की थीम ‘पर्यावरण, पोषण और सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के साथ-साथ डेयरी क्षेत्र में स्थिरता’ (sustainability in the dairy sector along with empowering the environment, nutrition, and socio-economic)पर केन्द्रित किया गया है । दुग्ध दिवस का मूल मकसद होता आम जन में दूध और दूध से बने पदार्थों के महत्व बताकर इसे अपनी दैनिक आहार में शामिल करना होता है। इसके साथ ही डेयरी उत्पादन के क्षेत्र में स्थिरता, आजीविक को बढ़ाना भी है। वर्तमान में कोरोना जैसी भयंकर त्रासदी से देश गुजर रहा है इस काल में स्वस्थ शरीर ही इस परिस्थितियों से लड़ कर विजय हाशिल कर सकता है ।
इसी क्रम में मिथिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि0, समस्तीपुर डेयरी परिसर में दिनांक-01 जून 2021 web.confrencing के माध्यम से ‘‘अंतराष्ट्रीय दुग्ध दिवस‘‘मनाया गया। इस अवसर पर संघ के प्रबन्ध निदेशक धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने अपन संबोधन मे कहा कि भारत में डेयरी व्यवसाय ग्रामीण परिवारों के लिये रोजगार एवं आय का प्रमुख श्रोत है। उन्होंने किसानों की आय को दोगुणा करने के लिये राषन बैंलेंसिंग के माध्यम से कम लागत में अधिक दुग्ध उत्पादन करने हेतु अपना सुझाव दिया साथ-साथ रबी एवं खरीफ मौसम में मक्का एवं जई के हरे चारे से साइलेज बनाकर रखें जिससे गर्मी एवं बरसात के दिनों में पशु के लिये हरे चारे की कमी न हो और साथ-साथ गुणवत्तायुक्त दुग्ध उत्पादन अनवरत होता रहे और हमारे पशुपालक इससे लाभान्वित होंगे।
आप सभी अवगत हैं कि वर्तमान में कोविड-19 का संक्रमण द्वितीय चरण में काफी भयावह हो गया है तथा देश एवं राज्य में इसके उचित इलाज के लिये मरीजों को ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति में काफी बाधा उत्पन्न हो रही है,फलस्वरूप जान-माल की काफी हानि हो रही है और आम व्यक्ति को कोई राहत नहीं मिल पा रही है।

ऐसे में मिथिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ ने समस्तीपुर जिला वासियों के लिये समस्तीपुर सदर अस्पताल में एक ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कराने का बड़ा फैसला लिया है। वर्तमान में समस्तीपुर जिले में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में प्रत्येक दिन वृद्धि हो रही है जिसके कारण स्थानीय सदर अस्पताल सहित अन्य नर्सिंग होम में ऑक्सीजन सेलेंडर की काफी कमी हो गयी है जिसे सरकार एवं प्रशासन स्तर पर सुधार हेतु प्रयास किया जा रहा है।
ऐसे में मिथिला दुग्ध संघ ने जिले के जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर और जिले असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी समस्तीपुर को सदर अस्पताल समस्तीपुर परिसर में ऑक्सीजन प्लांट स्थापना हेतु स्थान उपलब्ध कराने के संबंध में पत्र लिखा एवं उनकी सहमति के उपरांत इस महती कार्य हेतु सदर अस्पताल में 10Nm3/Hr. Oxygen plant (400 किलो प्रति दिन क्षमता) का ऑक्सीजन प्लांट स्थापना हेतु निदेषक मंडल की स्वीकृतोपरांत उक्त प्लांट की तत्काल स्थापना हेतु मेसर्स Air Suddhi Engineers, Ahmedabad को प्लांट स्थापना के लिये आदेश निर्गत किया गया है। इस ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना P.P.P.mode. में मेसर्स बेल्ट्रोन ग्रीन इनर्जी, पटना , आइबीएम कम्प्यूटर, समस्तीपुर , मेसर्स संजय रेफ्रिजरेशन एवं मिथिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के संयुक्त प्रयास से की जा रही है।
यह अपने आप में मानव जाति के जान की सुरक्षा के लिये एक अनूठा प्रयास है जो मिथिला दुग्ध संघ के प्रबन्ध निदेशक डी के श्रीवास्तव ने मई माह के पहले सप्ताह में लिया जिसमे मुम्बई की एइपर हॉस्पटालिटी प्राइवेट लिमिटेड के CEO श्री पुष्कल धर्मेन्द्र ने मुम्बई IIT के Technical collaboration से इस कार्य को इतने कम समय में अंजाम दिया जो काबिले तारीफ है । इसके परिणाम स्वरूप ये ऑक्सीजन प्लांट जून माह के प्रथम सप्ताह में समस्तीपुर सदर अस्पताल में स्थापित कर दिया जायगा जिससे अस्पताल के भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी।