राजद चार तरह से काम कर रही है। वह राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी है और सबसे ज्यादा विधायक उसके पास हैं। सरकार को उसकी खामियों के साथ घेरने के अलावा वह और चौतरफा काम कर रही है। सच यह है कि RJD सरकार को घेरने का कोई तरीका नहीं छोड़ना चाहती। लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव ने अपने विधायकों- पार्षदों और विधान सभा चुनाव के अपने उम्मीदवारों को यही टास्क भी दिया था। अब उस पर काम तेज है।
चारों तरफ से किस-किस तरह से पार्टी काम कर रही है यह देखिए-
1. पार्टी सरकार की खामियों पर बयान दे रही है। इसका पॉलिटिकल मोर्चा लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव और रोहिणी आचार्या, शिवानंद तिवारी और मृत्युंजय तिवारी ऊपर से नीचे स्तर तक संभाल रखा है। इसमें सबसे तेज बयान रोहिणी दे रही हैं। उनके विवादित बयान की वजह से पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को ट्वीटर को शिकायत करनी पड़ी और 12 घंटे तक रोहिणी का ट्वीटर बंद रहा। लेकिन जब खुला तो वह फिर उन्होंने बिंदास बोलना शुरु कर दिया।
2. पार्टी स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपना पुराना काम दिखा रही है कि लालू-राबड़ी की सरकार में कितने स्वास्थ्य केन्द्र बने और नीतीश सरकार ने कैसे उसे बर्बाद कर दिया। इसका फोटो सोशल मीडिया पर डाला जा रहा है। लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव और रोहिणी आचार्या इसे रीट्वीट कर रही हैं। इसके जरिए वर्तमान सरकार की नाकामी को भी सामने लाया जा रहा है।
3. पार्टी अपने विधायकों-पार्षदों के काम -काज को लगातार सामने ला रही है। इसमें वे भी शामिल हैं जो विधान सभा में पार्टी के उम्मीदवार रहे और चुनाव हार गए। लालू प्रसाद के निर्देश पर राज्य भर में ऐसे कोविड केयर सेंटर चल रहे हैं जहां लोगों को फ्री में दवाइयां फ्री दी जा रही हैं। रसोई भी चलाई जा रही है और जरूरतमंदों को भोजन भी बांटे जा रहे हैं। तेजस्वी यादव ने इसी रणनीति के तहत अपने सरकारी आवास 1 पोलो रोड में कोविड केयर सेंटर बनाया और उसे चलाने के लिए सरकार को पत्र लिखा। सरकार नहीं मानी। तेजस्वी ने यह स्थापित करने की कोशिश की कि सरकार कितनी संजीदा है। JDU प्रवक्ताओं ने इसे नाटक कहा।
4. पार्टी इसको लेकर एलर्ट है कि सत्ता पक्ष या महागठबंधन से अलग किसी अन्य के कामकाज को किस तरह से सामने लाना है या नहीं लाना है। जैसे कि पप्पू यादव के साथ पार्टी खड़ी नहीं हुई जबकि पप्पू यादव की तारीफ चारों तरफ से आम लोग कर रहे थे। इस सब की परवाह नहीं करते हुए तेजस्वी यादव के निर्देश पर मधेपुरा के विधायक चंद्रशेखर ने पप्पू यादव के खिलाफ पटना RJD ऑफिस में प्रेस कांफ्रेस किया।
बड़े नेता पीठ थपथपा रहे हैं
कोविड काल में विपक्ष अपनी भूमिका निभा रहा है। इसे करने के साथ ही जनता के बीच लाया भी जा रहा है। सोशल मीडिया पर फोटो, वीडियो डाले जा रहे हैं और पार्टी के बड़े नेता उस पर कार्यकर्ताओं की पीठ भी थपथपा रहे हैं। तेजस्वी यादव लगातार दिल्ली में हैं लेकिन उनके विधान सभा राघोपुर में वहां के कार्यकर्ताओं ने बैनर पर तेजस्वी यादव का पोस्टर लगाकर कैंप की शुरुआत की। तेजप्रताप यादव दो दिन अस्पताल घूमने निकले फिर नहीं के बराबर दिख रहे।
राज्य में कौन कहां से एक्टिव
RJD के उम्मीदवारों या विधायकों-पार्षदों में से रितु जायसवाल ने परिहार में, अविनाश कुमार विद्यार्थी ने मुंगेर, एज्या यादव ने मोहीद्दीन नगर , डॉ. गौतम कृष्णा ने महिषी, अफजल अली खान ने बौराम, मनोज कुमार यादव ने कल्याणपुर, चेतन आनंद ने शिवहर में, डॉ. शमीम अहमद ने नरकटिया में, मुन्ना यादव ने मीनापुर में, ऋषि कुमार ने ओबरा में, बिपिन कशवाहा ने गोरियाकोठी में, जयकांत ने मधेपुरा में, सऊद आलम ने ठाकुरगंज में, फारुख शेख ने बेलसंड में, सुरेश पासवान और अमित पूर्वे की ओर से अररिया में, सूरज कुमार दास ने कल्याणपुर में संजय गुप्ता ने बेलसंड में लोगों की मदद की। ऐसे अन्य कई कार्यकर्ता हैं जिन्होंने किसी न किसी तरह का कैंप लगाया और लोगों को राहत पहुंचाने में लगे हैं।
विदेश से भी डॉक्टर मदद कर रहे हैं
रितु जायसवाल परिहार से RJD की उम्मीदवार थीं। वह चुनाव हार गईं, पर उनका जज्जा नहीं हारा। वह लगातार एक्टिव हैं। प्रगतिशील मुखिया के रुप में उनकी पहचान पहले से है। वह सोशल मीडिया के जरिए अपने पोस्ट से बती रहीं कि किस-किस तरह से लोगों की मदद कर रही हैं। उन्होंने जानकारी दी कि दो दिन में 17 कोविड के लक्षण वाले गंभीर मरीज उनके सेंटर पर आए। एक की हालत ऐसी थी कि ऑक्सीजन लेवल 16 और पल्स 140 था। हाई पल्स रेट की वजह से उसकी सांसें चल रहीं थीं। लेकिन सरकार ने सीतामढ़ी में एक भी वेटिंलेटर का इंतजाम नहीं किया है। रितु जायसवाल ने बताया है कि कैलिफोर्निया से डॉ. दिनेश रंजन, कनाडा से डॉ. साकेत सिन्हा, मुजफ्फरपुर से डॉ. एनके मिश्रा ने ऐसे कई मरीजों का इलाज कर रहे हैं।।