आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बृहस्पतिवार को कहा कि व्हाट्सऐप यूजर्स को नए सोशल मीडि़या नियमों से ड़रने की कोई जरूरत नहीं है। ये नियम इन मंचों के दुरुपयोग को रोकने के लिए तैयार किए गए हैं। नए नियमों के तहत उपयोगकर्ताओं के पास शिकायत निवारण के लिए एक मजबूत तंत्र होगा। प्रसाद ने कहा कि सरकार सवाल पूछने के अधिकार सहित आलोचनाओं का स्वागत करती है। उन्होंने कहा‚ ‘नए नियम किसी दुर्व्यवहार और दुरुपयोग की स्थिति में सोशल मीडि़या के सामान्य उपयोगकर्ताओं सशक्त बनाते हैं।’
भारतीय कानूनों का पालन करेगी गूगलः पिचाई
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने बृहस्पतिवार को कहा कि कंपनी स्थानीय कानूनों का पालन करने के लिए और सरकारों के साथ रचनात्मक रूप से जुड़़ने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकारें तेजी से विकसित हो रहे प्रौद्योगिकी क्षेत्र से तालमेल बैठाने के लिए नियामक ढांचे बनाती हैं। सोशल मीडि़या के कृत्य की निंदा की
सरकार ने बृहस्पतिवार को ट्विटर के पुलिस के जरिए ड़राने–धमकाने की चाल संबंधी आरोप की निंदा की और इसे पूरी तरह आधारहीन बताया। सोशल मीडि़या कंपनी के ‘तोड़़–मरोड़़ कर पेश तथ्य’ मामले में ‘पुलिस द्वारा ड़राने–धमकाने की चाल’ के आरोप के बाद सरकार ने यह बात कही। आईटी मंत्रालय ने अपने बयान में यह भी कहा कि ट्विटर सहित सोशल मीडि़या कंपनियों के प्रतिनिधि‚ ‘भारत में हमेशा सुरक्षित हैं और रहेंगे’ और ‘उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है।’ मंत्रालय ने ट्विटर के बयान की निंदा की और कहा कि यह दुनिया के सबसे बड़़े लोकतंत्र के लिए शर्तों को निर्धारित करने का एक प्रयास है। मंत्रालय ने कहा कि ट्विटर अपने इस कदम के जरिये जानबूझकर आदेश का पालन नहीं करके भारत की कानून व्यवस्था को कमजोर करने का प्रयास कर रही है। इससे पहले‚ ट्विटर ने बयान में कहा कि दिल्ली पुलिस का उसके दफ्तरों में आना ‘ड़राने–धमकाने की चाल’ है। \
ट्विटर ने भाजपा नेता के ट्वीट में ‘मैनिपुलेटेड़ मीडि़या’ का टैग लगाने के जवाब में ‘पुलिस द्वारा ड़राने–धमकाने की रणनीति के इस्तेमाल’ पर चिंता जताई है। कंपनी ने कहा कि वह भारत में कर्मचारियों की सुरक्षा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए संभावित खतरे के बारे में चिंतित है। ट्विटर ने कहा कि वह देश में अपनी सेवाएं जारी रखने के लिए भारत में लागू कानूनों का पालन करने की कोशिश करेगी। वह आईटी नियमों के उन तत्वों में बदलाव की वकालत करने की योजना बना रहा है जो मुक्त और खुली सार्वजनिक बातचीत को रोकते हैं। अभी हम भारत में अपने कर्मचारियों के संबंध में हालिया घटनाओं व यूजर्स की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए संभावित खतरे से चिंतित हैं। ट्विटर ने कहा‚ ‘दुनिया भर में नागरिक समाज के कई लोगों के साथ ही हम पुलिस द्वारा धमकाने की रणनीति के इस्तेमाल से चिंतित हैं।’