पूर्व उपमुख्यमंत्री व सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कोरोना जैसी भयावह स्वास्थ्य त्रासदी के बावजूद बिहार के लोग स्वास्थ्य बीमा का लाभ लेने में अन्य राज्यों की तुलना में काफी पीछे हैं। बिहार के स्वास्थ्य बीमा धारकों ने जितनी राशि का क्लेम किया उनमें से करीब ४५ प्रतिशत का अभी सेटलमेंट बाकी है। श्री मोदी ने कहा कि पूरे देश में जहां कोरोना से पीडि़त १५ लाख ३२ हजार लोगों ने स्वास्थ्य बीमा के तहत २३ हजार ७१५ करोड़ का दावा किया वहीं बिहार के मात्र ६‚४५८ लोगों ने ९४ करोड़ ६२ लाख का दावा किया जबकि इस दौरान महाराष्ट्र के ५ लाख ५१ हजार लोगों ने ७‚०६६ करोड़‚ कर्नाटक के १ लाख २८ हजार लोगों ने १‚९६१ करोड़ तथा तमिलनाड़ु के १ लाख २३ हजार स्वास्थ्य बीमा धारकों ने २‚३४२ करोड़ का क्लेम किया। पूरे देश में १२.५९ लाख लोगों को १२‚१३३ करोड़ का क्लेम सेटलमेंट हुआ जबकि बिहार के ५‚२३२ लोगों के ५२ करोड़ ५३ लाख के दावे का ही निपटारा हुआ और १‚२२६ लोगों के ४२.०९ करोड़ के दावे का निष्पादन अभी लम्बित है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि बीमा कम्पनियों द्वारा विशेष कर कोरोना के मद्नजर लाई गई ‘कोरोना कवच’ और ‘कोरोना रक्षक’ जैसी बीमा योजनाएं‚ जिनका लाभ ३० सितम्बर‚ २०२१ तक लिया जा सकता है तथा जिसके तहत ५ लाख तक के कवरेज का प्रावधान है‚ में अधिक से अधिक लोग शामिल हों ताकि कोरोना संक्रमित होने पर इलाज में उन्हें आर्थिक सुरक्षा मिल सके।
2 अप्रैल को अमेरिकी टैरिफ डेडलाइन पर सबकी नजरें टिकी………..
निवेशकों को 2 अप्रैल और उसके बाद अगले तीन-चार महीनों में होने वाली घटनाओं का इंतजार है। ग्लासरैटनर एडवाइजरी के...