अरब सागर में उठा भयंकर चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ भारत के दक्षिण और पश्चिमी राज्यों को छूता हुआ गुजर रहा है। तूफान ने संपत्तियों को तो काफी नुकसान पहुंचाया है लेकिन अच्छी बात यह कि मानव जीवन का उतना नुकसान नहीं हुआ जितनी कि आशंका थी। भारत के तटवर्ती राज्यों के करीब आते–आते भीषण चक्रवाती तूफान में तबदील हो चुका तौकते आपदा मोचन बलों की तैयारी के सामने पस्त पड़़ गया। सोमवार देर शाम को ही इसके और खतरनाक रूप लेकर २०० से २१० किमी. की रफ्तार से गुजरात पहुंचने की संभावना है। हाल के वर्षों में चक्रवाती तूफानों से निपटने में भारत ने विकसित देशों जैसी दक्षता हासिल कर ली है। इन तूफानों के आने का मौसम विभाग का पूर्वानुमान इतना सटीक हो चुका है कि आपदा मोचन बलों को तटीय इलाकों सेे बड़़ी आबादी का अलर्ट करने‚ उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने आदि का पर्याप्त समय मिल जाता है। कर्नाटक में रविवार से हो रही भारी बारिश और तेज हवाओं ने चार लोगों की जान ले ली। राज्य के तटीय इलाकों के ७३ गांव बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। दक्षिण कन्नड़़ जिले में १२० से १५० घर बह गए। केरल में चक्रवाती तूफान ने दो लोगों की जान ले ली। कोझिकोड़ से समुद्र में गए अनेक मछुआरे लापता हैं। तूफान के दौरान गरज–चमक के साथ बारिश का सिलसिला चलता रहा जिससे कई इलाकों में बाढ़ø जैसे हालात रहे। गोवा में तूफान से अनेक पेड़़ उखड़़ गए। टूटे पेड़़ों के नीचे दबकर एक आदमी की मृत्यु की खबर है। राज्य में कई इलाकों में घरों और सार्वजनिक संपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचा है। महाराष्ट्र में भी उत्तरी कोंकण‚ मुंंबई‚ ठाणे और पालघर के कई हिस्सों में भारी बारिश और तेज हवाओं से जलभराव जैसी स्थिति रही। मुंबई में कुछ घंटों के लिए एयरपोर्ट बंद करना पड़़ा। अनेक कोविड़ केयर सेंटरों से मरीजों को अन्यत्र शिफ्ट करना पड़़ा और टीकाकरण अभियान बंद रहा। ‘ताउते’ के कारण बॉम्बे हाई के हीरा तेल क्षेत्र से एक बजरा बिना लंगर के समुद्र में बह गया जिस पर २७३ लोग सवार हैं। नौसेना का आईएनएस कोच्चि खोज और बचाव अभियान में जुटा हुआ है। मानवीय सहायता और आपदा राहत कार्य के लिए अन्य कई जहाजों को भी तैयार रखा गया है। दुआ करें कि गुजरात तट से भी तूफान बिना ज्यादा क्षति पहुंचाए गुजर जाए।
भारत के पश्चिमी तट से उठा चक्रवाती तूफान ‘टाउ-टे’ सोमवार को महाराष्ट्र में तबाही मचाने के बाद देर रात गुजरात के तट से टकराया। मौसम विभाग के अनुसार लैंडफॉल के दौरान इस चक्रवाती तूफान की स्पीड 185 किलोमीटर प्रति घंटा रही। बताया जा रहा है कि तूफान का असर गुजरात के 17 तटीय जिलों पर पड़ा है। राज्य के उना जिले में तूफान का बड़ा असर देखने को मिला है। तूफान की वजह से कई इलाकों में पेड़ों और कम्युनिकेशन टावर टूट कर गिरने की खबर मिली है। मौसम विभाग के मुताबिक टाउ-टे के लैंडफॉल की प्रक्रिया करीब दो घंटे तक चली। इससे पहले ‘टाउ-टे’ ने महाराष्ट्र के तटीय इलाकों खासतौर पर मुंबई में भी भारी तबाही मचाई।
टाउ-टे तूफान की वजह से गुजरात के सोमनाथ जिले और दीव के बीच सड़क मार्ग बाधित हो गया। सेना के जवानों ने बड़ी मशक्कत के बाद पूरा रास्ता खाली कराया। इस बीच उना में भीषण बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं। इसके साथ ही अमरेली, जामनगर, भावनगर आदि में भी तूफान ने काफी तबाही मचाई है। उना में तूफान मोबाइल टावर को भी उड़ा ले गया। हालांकि तूफान अब कमजोर हो गया है। वहीं अब तूफाने के मंगलवार को राजस्थान में असर दिखाने की संभावना है।
इन इलाकों में ज्यादा तबाही
टाउ-टे चक्रवात की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले जिलों में गिरसोमनाथ, अमरेली, भावनगर और दीव संघीय जिला सौराष्ट्र शामिल है। इसके साथ ही दक्षिण तथा मध्य गुजरात के कोस्टल जिलों में भी असर दिखा है। चक्रवात के दौरान करीब तीन से चार घंटों तक इन इलाकों में 160-170 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवाएं चलती रही। दीव, गिरसोमनाथ जिले के ऊना और कोडिनार तालुका में भारी नुक़सान की आशंका है। अमरेली जिले के जाफराबाद, सावरकुंडला, खाम्भा तालुका में भी भारी नुकसान हुआ है। भावनगर जिले के महुवा में भी भारी नुकसान की खबर है। इन इलाकों में से कई जगह बिजली गुल हो गयी। पेड़ गिर गए और कच्चे घरों को हुआ नुकसान हुआ है। तूफान अब सुरेंद्रनगर से होते हुए अहमदाबाद के ग्रामीण इलाकों में आगे बढ़ रहा है हालंकि अभी भी इसकी स्पीड कम हो रही है।
कमजोर पड़ने लगा तूफान
मौसम विभाग के अनुसार गुजरात के तट से टकराने के बाद हवा की रफ्तार में कमी आई है। समुद्र में टाउ-टे तूफान की रफ्तार 185 किमी प्रति घंटा थी जो तट पर 135 किमी प्रति घंटा हो गई। वहीं पिछले 6 घंटे से यह तूफान उत्तर और उत्तर पूर्व की ओर बढ़ रहा है। जहां इसकी रफ्तार 11 किमी प्रति घंटे रह गई हैै।
महाराष्ट्र में मचाई तबाही
महाराष्ट्र के तटवर्ती क्षेत्र से गुजर रहा तूफान सोमवार की सुबह मुंबई पहुंचा और इस कारण शहर के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उड़ान सेवा दोपहर 11 बजे से दो बजे तक बंद रही। ताउते के कारण पड़ोसी रायगड और मुंबई में अलर्ट जारी किया गया। मुंबई में मोनो रेल सेवा दिन भर के लिए बंद की गयी। मध्य रेलवे की लोकल ट्रेन सेवा घाटकोपर से विखरोली के बीच प्रभावित रही। चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ के उत्तर में गुजरात की ओर बढ़ने के दौरान महाराष्ट्र और गोवा में तेज आंधी, मूसलाधार बारिश और समुद्र में ऊंची लहरें दिखीं।
अरब सागर में उठी ऊंची-ऊंची लहरें
तूफान के गुजरात तट से टकराने से पहले गुजरात में द्वारका के पास अरब सागर में ऊंची-ऊंची लहरें (हाई टाइड) उठीं। सोमवार रात के दौरान पोरबंदर और महुवा के बीच चक्रवात के तबाही मचाने की आशंका के मद्देनजर एनडीआरएफ ने गुजरात में 44 टीमों को तैनात किया था। किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए 22 टीमों को अतिरिक्त रिजर्व के रूप में भी रखा गया है।