भाजपा के वरिष्ठ नेता व सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का पीक पार हो जाने और अधिक से अधिक लोगों के ठीक होने के आँकडे राहत देने वाले हैं। इसके बावजूद अस्पतालों में बेड और आइसीयू की कमी दूर करने की चुनौती बनी हुई है। संक्रमण के गांवों में फैलने की खबरों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। इसमें पंचायत प्रतिनिधि बडी भूमिका निभा सकते हैं। श्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री जी ने भी गांव पर विशेष ध्यान देने और घर–घर जाकर टीका लगाने पर जोर दिया‚ इसलिए सरकार‚ पंचायत प्रतिनिधि और सामाजिक संगठनों को मिललकर हर गांव में कोरोना की नो –इंट्री सुनिचित करनी चाहिए। भारत में ११४ दिनों के भीतर १७ करोड से अधिक डोज दिये जाने के साथ सबसे तेज टीकाकरण हुआ और मई के १३ दिनों में १८ पार के २४ लाख युवाओं को भी कोरोना की पहली डोज दी गयी । अब रेमडेसिविर इंजेक्शन और अन्य जरूरी की भी कमी नहीं है।आक्सीजन की उपलब्धता बढाई गई।कई अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट काम करने लगे। श्री मोदी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलजुल कर जो प्रयाय किये‚ उससे बिहार‚यूपी‚ राजस्थान सहित १८ राज्यों में एक सप्ताह से संक्रमण दर घट रही है। अब तक २ करोड से ज्यादा देावासी कोरोना को हराने में सफल रहे। कोरोना की पीक का दौर पार होने के संकेत मिलने लगे। संक्रमित होने की दर २१.९ फीसद से घट कर १९.८ फीसद हो गई।
बिहार के उपभोक्ताओं को लगेगा बिजली का झटका या फिर मिलेगी राहत ?
बिहार के उपभोक्ताओं को फिर बिजली का झटका लगने वाला है, या फिर राहत मिलेगी? ऐसा सवाल सवाल इसलिए पूछा...