बिहार में लॉकडाउन लगने के बाद संक्रमण के मामलों में तेजी से कमी आई है। 24 घंटे में न सिर्फ नए मामलों में कमी आई है बल्कि एक्टिव केस भी कम हुए हैं। इसका असर रिकवरी पर पड़ा है। प्रदेश की रिकवरी रेट अब 83.43% हो गई है। वहीं, 12 मई को राज्य में कुल 111740 लोगों की जांच कराई गई है।
12 मई को कोरोना से बड़ी राहत
- 24 घंटे में कुल 111740 लोगों की जांच कराई गई
- 24 घंटे में सामने आए नए मरीजों की संख्या 9863
- अब तक राज्य में कुल 622433 लोग संक्रमित हुए
- अब तक राज्य में 519306 लोगों ने कोरोना को मात दी
- राज्य में अब तक कोरोना से 5303 लोगों की मौत हो चुकी है
- बिहार में एक्टिव मामलों की संख्या 99623 पहुंची
- राज्य का रिकवरी रेट 83.43 प्रतिशत पहुंच गया है
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24 घंटे में 74 संक्रमितों की मौत
बिहार में 24 घंटे में 74 लोगों की मौत हुई है। मंगलवार को राज्य में मरने वालों का आंकड़ा 72 था। 7 दिनों से मौत के आंकड़ों में कोई कमी नहीं हो रही है। मृतकों में ज्यादातर गंभीर बीमारियों वाले हैं। इसके अलावा, 45 से कम उम्र के लोगों की भी जान जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांड़ेय ने कहा है कि राज्य सरकार केंद्र सरकार के सहयोग एवं स्वयं के संसाधनों से कोरोना मरीजों को बेहतर उपचार देने के लिए लगातार संसाधनों में बढ़तरी कर रही है। बुधवार को भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ड़ॉ हर्षवर्द्धन के साथ हुई वर्चुअल बैठक में राज्य को आवंटित २१४ एमटी ऑक्सीजन के कोटा को बढ़ने का आग्रह किया। साथ ही ‘ड़ी’ एवं ‘बी’ टाइप ऑक्सीजन सिलेंड़र‚ ऑक्सीजन फ्लोमीटर‚ ऑक्सीजन मास्क आदि की मांग भारत सरकार से की।
श्री पांड़ेय ने बिहार में दवा‚ उपकरण‚ ऑक्सीजन एवं अन्य जरूरी सामग्री राज्य को उपलब्ध कराने पर प्रधानमंत्री एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का राज्य की ओर से आभार व्यक्त किया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बिहार राज्य को हरसंभव मदद का भरोसा दिया॥। श्री पांड़ेय ने कहा कि बुधवार को फिर केंद्र से ५ लीटर के ९२ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मिले हैं। पूर्व में राज्य के विभिन्न अस्पतालों एवं जिला स्वास्थ्य समिति को ५ लीटर के लगभग २४३० एवं १० लीटर के लगभग १५०० ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे गये थे। राज्य के विभिन्न मेडि़कल कॉलेज सह अस्पतालों एवं जिला अस्पतालों में लगभग ९०९ बाइपैप मशीन विगत माह उपलब्ध कराये गये हैं। बुधवार को १८ साल से ऊपर वालों के लिए और ६.१४ लाख वैक्सीन के ड़ोज पटना पहुंचे। इनमें पांच लाख कोविशिल्ड़ और १.१४ लाख कोवैक्सीन टीका शामिल हैं।
श्री पांड़ेय ने कहा कि सरकार के प्रयासों और लोगों के सहयोग एवं जागरूकता से स्वास्थ्य विभाग कोरोना को मात देने में सफल हो रहा है। बुधवार को राज्य में संक्रमण के पॉजिटीविटी रेट लगभग ९ फीसदी पर आ गयी है। एक ओर राज्य में जहां संक्रमण दर कम हो रही है‚ वहीं रिकवरी रेट में लगातार इजाफा हो रहा है। पिछले ५ दिनों से राज्य में कोरोना के जो आंकड़े आये हैं‚ वह राज्य के लिए सुखद संदेश हैं। राज्यवासियों से अपील है कि वे लॉकड़ाउन को लेकर जारी दिशा–निर्देशों का पालन करें। साथ ही सही समय पर कोरोना टीका का दूसरा ड़ोज भी लें‚ ताकि शरीर में एंटी बॉड़ी कोरोना से लड़ने के लिए बन सके। राज्य में लगातार कोरोना संक्रमण की पॉजिटीविटी रिपोर्ट में कमी आ रही है।
कोरोना से 25 लोगों की मौत
पटना एम्स में बुधवार को ९ लोगों की जबकि एनएमसीएच में ५ की मौत कोरोना से हो गयी। फुलवारी शरीफ से मिली खबर के अनुसार पटना एम्स में कोरोना से मरने वालों में पटना‚ पूर्वी चंपारण‚ नालंदा‚ भोजपुर के मरीज शामिल हैं। वहीं यहां ३१ नए कोरोना पॉजीटिव मरीजों को एड़मिट किया गया है। एम्स कोरोना नोड़ल ऑफिसर ड़ॉ. संजीव कुमार के मुताबिक बाकरगंज की ६३ वर्षीय गेती प्रवीण‚ फ्रेजर रोड़ के ७४ वर्षीय बीके सिन्हा‚ पूर्वी चंपारण के ७० वर्षीय तारकेश्वर प्रसाद‚ बेली रोड़ के ६४ वर्षीय मो. शाहिद हुसैन‚ राजीवनगर के ७५ वर्षीय वीएन पाठक‚ खाजपुरा की ५८ वर्षीय किरण देवी‚ नालंदा की ५० वर्षीय जयंती देवी‚ कोईलवर के ५१ वर्षीय हफिजुर्रहमान जबकि बेऊर के ६२ वर्षीय जीबी शर्मा की मौत कोरोना से हो गयी है। वहीं एम्स के आइसोलेशन वार्ड़ में ३१ नये कोरोना पॉजीटिव मरीजों को भर्ती कर इलाज शुरू किया गया है जिनमें पटना के सबसे ज्यादा २२ लोगों समेत सारण‚ पश्चिम चंपारण‚ भोजपुर‚ कैमूर‚ जहानाबाद‚ मुंगेर‚ नालंदा‚ सीतामढ़ी‚ उत्तर प्रदेश समेत अन्य जिलों के मरीज शामिल हैं। एम्स में २० लोगों ने कोरोना को मात दे दी जिन्हें अस्पताल से डि़स्चार्ज कर दिया गया। वहीं बुधवार शाम तक आइसोलेशन वार्ड़ में एड़मिट कुल २७० मरीजों का इलाज चल रहा था।
नालंदा मेडि़कल कॉलेज अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के मरने के दर में कमी आ रही है। हालांकि अस्पताल में इलाज के दौरान बुधवार को पांच कोरोना मरीजों ने दम तोड़़ दिया। मरने वालों में पटना निवासी ३२ वर्षीया पिंकी कुमारी‚ भोजपुर‚ आरा निवासी ६२ वर्षीय शिव मंगल पासवान‚ तुलसी मंड़ी‚ पटना निवासी ४५ वर्षीय नवीन कुमार‚ बेऊर‚ पटना निवासी ५७ वर्षीया कुसुम देवी और निक्की‚ तेहरा‚ जहानाबाद निवासी ६० वर्षीय अर्जुन प्रसाद हैं। अस्पताल अधीक्षक ड़ॉ. विनोद कुमार सिंह एवं एपिडे़मियोलॉजिस्ट ड़ॉ. मुकुल कुमार सिंह ने बताया कि मरीजों को गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान मरीजों की मौत हो गयी। चिकित्सकों ने बताया कि मृतकों के शवों का सरकार व ड़व्ल्यूएचओ के गाइड़लाइन के अनुसार अंतिम संस्कार कराया जायेगा। इसके लिए प्रशासनिक तैयारी चल रही है। इस अस्पताल में अभी तक ५५७ कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। साथ ही‚ ३० से अधिक कोरोना संदिग्ध मरीजों की भी मौत हुई है।
पीएमसीएच में बुधवार को ११ कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई। वहीं‚ कोरोना वार्ड में १२ नए मरीज भर्ती हुए एवं ४ मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। कोरोना वार्ड में कुल ८८ मरीज भर्ती हैं। पीएमसीएच से मिली जानकारी के अनुसार सारण जिले के ५५ वर्षीय गंगा सागर सिंह‚ नालंदा जिले के ५५ वर्षीय अनुज रजक‚ सिवान जिले के अनिल सिंह ‚ छपरा के ५५ वर्षीय लाल बाबू सिंह‚ पत्रकारनगर‚ पटना की ६५ वर्षीय कुमकुम मिश्र‚ एमजी नगर‚ पटना की ५१ वर्षीय निर्मला देवी‚ सिवान जिले के ८७ वर्षीय इंद्रा देव सिंह‚ मधुबनी जिले के ३६ वर्षीय शोभा नंद राय‚ अशोक नगर‚ पटना की ५४ वर्षीय पुष्प देवी‚ बख्तियारपुर‚ पटना की ४५ वर्षीय लमीनिया देवी और आरा की ४४ वर्षीय राधिका देवी की मौत कोरोना संक्रमण से ग्रसित होने के कारण हो गई।