भारत में कोरोना मामले दो करोड़़ का आंकड़़ा पार कर गए हैं। महज 15 दिन में संक्रमण के पचास लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं। वल्ड़रमीटर से प्राप्त आंकड़़ों के मुताबिक‚ एक दिन में 412262 नये मामले आने से संक्रमण के मामले बढ़कर 21077410 पर पहंच गए जबकि 3980 लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 230168 पर पहंच गई है। महामारी के प्रकोप के सामने स्वास्थ्य ढांचा नाकाफी साबित हुआ है। ऐसे में कोरोना की श्रुंखला तोड़़ना जरूरी हो गया है। कुछ राजनेताओं ने इस बाबत मांग की है। कुछ विशेषज्ञ भी यही बात कह रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र में आरूढ़ मोदी सरकार के पास चुनौती का सामना करने के लिए कारगर रणनीति का अभाव है‚ जरूरी हो गया है कि देश में संपूर्ण लॉकड़ाउन लगाया जाए। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी कह चुके हैं कि लॉकड़ाउन से यथासंभव बचा जाए। अंतिम विकल्प के रूप में ही इसे लागू किया जाना चाहिए। यही कारण है कि कई सरकारों ने आंशिक कफ्र्यू‚ रात्रि कर्फ्यू और सप्ताहांत लॉकड़ाउन लगाने जैसे उपाय लागू किए। लेकिन महामारी का प्रकोप थमने में नहीं आ रहा। वरिष्ठ ड़ॉक्टरों तक को कहना पड़़ गया है कि आंशिक कफ्र्यू‚ रात्रि कफ्र्यू या सप्ताहांत लॉकड़ाउन जैसे उपायों से बात नहीं बनेगी। एम्स के निदेशक ड़ॉ. रणदीप गुलेरिया ने इस रणनीति को खारिज करते हुए कहा है‚ संक्रमण दर पर इन उपायों का ज्यादा असर नहीं होगा।’ बल्कि उन क्षेत्रों में तत्काल सख्त क्षेत्रीय लॉकड़ाउन लगाने की जरूरत है‚ जहां संक्रमण की दर 10 प्रतिशत से ज्यादा है‚ या अस्पतालों में 60 फीसद बिस्तर भर चुके हैं। दरअसल‚ पूर्व में लगे संपूर्ण लॉकड़ाउन के जो प्रतिगामी प्रभाव‚ खासकर अर्थव्यवस्था पर‚ पड़े़ थे‚ उनके मद्देनजर सरकार संपूर्ण लॉकड़ाउन लगाने से बचना चाह रही है। उसने फैसला राज्य सरकारों पर छोड़़ दिया है। बेशक‚ संपूर्ण लॉकड़ाउन लोगों खासकर गरीबों के लिए बड़़ा आर्थिक संकट पैदा कर देता है। दिहाड़़ी करके रोज कमाने–खाने वालों पर बुरी गुजरती है। लेकिन संपूर्ण लॉकड़ाउन ही एकमात्र रास्ता बचा है। जरूरी है कि लॉकड़ाउन के विपरीत असर से लोगों को बचाते हुए इसे लागू किया जाए। गरीबों को मुफ्त राशन‚ खातों में पैसा आदि भेज कर उन्हें आश्वस्त रखते हुए जीवन पर घिर आए संकट का हम सामना कर सकते हैं।
कोरोना गाइडलाइन तोड़ने वालों पर बिहार पुलिस की सख्ती, पहले दिन ही वसूला लाखों का जुर्माना
बिहार में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये सरकार द्वारा जारी नई गाइडलाइन का अनुपालन नहीं करने वालों के बुरे दिन शुरू हो चुके हैं. बिहार पुलिस लगातार ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है. इसी क्रम में बिहार पुलिस ने 1 मई से लेकर 5 मई तक 34 FIR बिहार के अलग-अलग थानों में दर्ज किया है और 39 लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है. इतना ही नहीं इस दौरान पुलिस ने 2 हजार 300 दस वाहनों को भी जब्त करने की कार्रवाई के साथ 38 लाख 52 हजार 800 रुपये जुर्माने का तौर पर वसूल किया है.
बिहार पुलिस की कार्रवाई यहीं नहीं रुकी. पुलिसवाले ने 16 हजार 126 वैसे लोगों के खिलाफ भी एक्शन में दिखा जो मास्क लगाने में शर्मिंदगी महसूस करते हैं. पुलिसबल ने ऐसे लोगों से 8 लाख 6 हजार 300 रुपये जुर्माने के तौर पर वसूल किया है. आइये अब उस आंकड़े पर भी नजर डाल लेते हैं जो कोविड-19 के उल्लंघन करने को लेकर बिहार पुलिस द्वारा कारवाई को दिखा रही है.
बिहार पुलिस की कार्रवाई
कोविड-19 के गाईडलाइन के उल्लंघन मामले में बीते 24 घंटे के दौरान की गई कार्रवाई में कुल FIR 5. कुल गिरफ्तारी 7. वाहन जप्त 448. कुल जुर्माने की राशि 7 लाख 97 हजार 200. बिहार पुलिस की कार्रवाई कोविड-19 के गाईडलाइन के उल्लंघन मामले में 1 मई से 05 अप्रैल तक की कार्रवाई कुल FIR 34. कुल गिरफ्तारी 39कुल वाहन जप्त 2 हजार तीन सौ 10कुल जुर्माने की राशि 38 लाख 52 हजार 800 रूपए.
ADG पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने कहा है कि बिहार पुलिस की यह कार्रवाई आगे और भी कड़ाई से जारी रहेगी. जो भी शख्स कोविड 19 के प्रोटोकॉल का उल्लंघन करता पाया जाएगा उसके खिलाफ इसी तरह आर्थिक और दूसरी तरह की कारवाई जारी रहेगी.
अब स्कूटी वाली लड़की ने की पुलिस से बदसलूकी, बीच सड़क PM-CM को दी गाली
कोरोना की दूसरी लहर ने ऐसे कहर बरपाया है कि भारत की बड़ी आबादी को एक बार फिर से घरों में कैद रहने पर मजबूर होना पड़ रहा है। कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए जगह-जगह लॉकडाउन और कर्फ्यू जैसी पाबंदियां हैं। इन पाबंदियों में पुलिस का काम दोगुना हो गया है। कोरोना नियमों का पालन कराने के लिए कई बार पुलिसकर्मियों को आम जनता से भी जूझना पड़ रहा है। ठीक इसी तरह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें एक लड़की नियमों का उल्लंघन तो कर ही रही है, साथ ही पुलिसवालों से बदतमीजी भी कर रही है।
दरअसल, इस बार जो पुलिस से बदतमीजी का वीडियो वायरल हुआ है, वह बिहार की राजधानी पटना का बताया जा रहा है। इस वायरल वीडियो में स्कूटी सवार लड़की को न सिर्फ पुलिस से बदतमीजी करते देखा जा रहा है बल्कि वह वर्दी उतरवाने की धमकी भी दे रही है। इस वीडियो में देखा जा रहा है कि लॉकडाउन में स्कूटी से निकली महिला को पुलिस कर्फ्यू पास मांगने के लिए रोकती है।
‘किसकी पॉकेट में जाता है ये चालान?’
इसके बाद महिला भड़क जाती है और पुलिसवालों से बदतमीजी करती है। वीडियो में वह कहती है कि हमारा कर्फ्यू पास कल बनेगा। आज अगर आपकी नौकरी जाती है तो पूरे बिहार में न दंगा मच गया तो मेरा नाम बदल देना क्योंकि मेरा तो चालान कटने से रहा और आप काटने से रहे। इसके बाद महिला बेहद बदतमीजी से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लेते हुए कहती है- ‘वही आकर काटेगा चालान। जब मन हुआ लॉकडाउन बजा दिया, बाजार बंद करवा दिया। अरे, ढेले वाला रोज कमाता खाता है, उसका क्या… देखो न भूखा मर रहा है। यहां चालान पर चालान कट रहा है। ये चालान कट कर कहां जाता है नतीश कुमार की पॉकेट में…मोदी की पॉकेट में?’
‘बताओ किसकी पोल खोलू मैं?’
इसके बाद पुलिसकर्मी महिला को हेलमेट न पहनने के लिए टोकते हैं तो कहती है- हेलमेट को लात मारिए क्योंकि उससे ज्यादा ये लॉकडाउन कोरोना के लिए किया गया है। कोरोना में आदमी मर जाता है तो हेलमेट क्या करेगा? महिला लगातार जोर-जोर से चिल्ला कर बात कर रही है। वह कहती है- सुनना चाहते हैं किसकी पोल खोलू मैं आज- हॉस्पिटल में क्या होता है। आदमी खांसी लेकर जाता है और कहा जाता है कि कोरोना हो गया है।
‘वो मेरा चालान काटेगा तो मैं उसका काटूंगी’
इसके बाद महिला स्कूटी से एक टिकट निकालकर लाती है और कहती है- ‘ये देखो मेरा ट्रेन का टिकट, जाने के लिए गाड़ी नहीं मिल रही, तीन घंटे से घूम रही हूं। डेढ लाख की स्कूटी तो स्टेशन पर पार्क नहीं कर सकती। जो अपराध करता है उसको डंडा मारो न। काम के सिलसिले में जाना गुनाह है क्या? मेरे घर पर फॉर्च्यूनर गाड़ी लगी है, मैं निकाल नहीं सकती।’ महिला आगे कहती है- ‘ये सब कर रहा है मोदी। इस बीच वह गाली गलौच भी करती है। कहती है वो मेरा चालान काटेगा तो मैं उसका काटूंगी।’ अजीब यह है कि इतना सब तमाशा कर महिला स्कूटी पर बैठ कर निकल भी जाती है।
दिल्ली में पुलिस से भिड़ी थी महिला
बता दें कि ये हाल फिलहाल में दूसरा इस तरह का मामला है जब किसी आम नागरिक ने पुलिस से बीच सड़क बदतमीजी की हो। हाल ही में एक महिला और उसके पति ने मास्क न पहनने को लेकर सड़क पर जमकर बवाल काटा था। इस मामले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में महिला अपने पति के साथ बिना मास्क और कर्फ्यू पास के दिल्ली के दरियागंज इलाके में घूम रही थी। पुलिस वाले रोकते हैं तो वह बहुत ही अभद्र बरताव करती है। महिला कहती है- तुमने मेरी कार रोकी कैसे? जो कोरोना के नाम पर तुम लोगों ने ड्रामा फैलाया है वो नहीं चलेगा, मैं चालान भी नहीं भरूंगी और यहीं सबके सामने पति को किस भी करूंगी। जो कर सकते हो कर लो। महिला पुलिस आस पास न होने के चलते पुलिस थोड़ी असहाय दिखाई पड़ती है। हालांकि बाद महिला की बदतमीजी को देखते हुए महिला पुलिस को बुलाया जाता है। हालांकि बाद में दोनों पति पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया।