प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में लॉकड़ाउन लगाने जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अनुकंपाई मुख्यमंत्री जी‚ कृपया कर कुर्सी के लिए बिहारवासियों के स्वास्थ्य से खिलवाड मत कीजिए। आप केंद्र से कैश लोड़ के अनुपात में क्यों नहीं ०२ आवंटन की मांग कर रहे हैं ॽ क्या आपने मई महीने का कैशलोड़ प्रोजक्शन बनाया और केंद्र को भेजा है ॽ यह मुंह में दही जमाने का वक्त नहीं है।
विदेशों से आये ऑक्सीजन सिलेंड़र‚ दवाइयां और अन्य जरूरी मेडिकल सप्लाई क्या बिहार को मिला‚ क्या आपने मांग की ॽ बिहार के वाजिब हक के लिए हम आपके साथ खडे हैं। आखिर अन्य राज्य केंद्र से कैसे दबाव बनाकर ०२‚ जीवनरक्षक दवाई‚ उपकरण‚ वैक्सीन आदि लेने में कामयाब हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पटना हाईकोर्ट ने नीतीश सरकार की अव्यवस्था‚ कुप्रबंधन‚ उदासीनता‚ लापरवाही‚ सुविधाओं‚ जीवनरक्षक दवाओं की उपलब्धता इत्यादि को लेकर विगत दिनों में जिन विशेषण का प्रयोग किया है‚ उसे सुनकर १६ वर्षों के मुख्यमंत्री को मंथन करना चाहिए। १५ दिनों से समूचा विपक्ष लॉकडाउन करने की मांग कर रहा था‚ लेकिन छोटे साहब अपने बडे साहब के आदेश का पालन कर रहे थे कि २ मई तक लॉकडाउन नहीं करना है। अब जब गांव–गांव‚ टोला–टोला संक्रमण फैल गया तब दिखावा कर रहे हैं। इस संकट काल में तो नौटंकी और राजनीति से बाहर आइये‚ बाज आइए।
पॉजिटिव रिपोर्ट को विलंबित करने का है निर्देश
बिहार में कोरोना का कहर लगातार जारी है। आये दिन १३ हजार से अधिक कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। उधर‚ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि मुख्यमंत्री ने सभी डीएम और उनके मातहत अधिकारियों को पॉजिटिव रिपोर्ट कम से कम ४–५ दिन विलंबित करने का निदæश दिया है ताकि संक्रमितों की संख्या कम दिखाया जा सके। उन्होंने कहा की स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है की बिहार में आंकडों से १० गुना अधिक संक्रमण और मौतें हो रही हैं। उन्होंने कहा की बिहार को अभी आबादी और संक्रमण दर के हिसाब से न्यूनतम ४ लाख जांच प्रतिदिन करनी चाहिए‚ लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसे दिन–प्रतिदिन घटाते जा रहे है। हर जिले में आरटी–पीसीआर जांच नाम मात्र की हो रही है‚ जबकि कोविड का यही जांच महत्वपूर्ण है। जांच घटाने के बावजूद पॉजिटिव रेट १५ प्रतिशत से ऊपर है। पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी ने कहा कि उच्च न्यायालय ने भी नीतीश सरकार को फेल बताया है। इस महामारी में बिहार सरकार कहीं नहीं दिख रही। आम आदमी इधर–उधर दौड कर मदद की गुहार लगा रहा है‚ चाहे ऑक्सीजन हो दवा हो‚ अस्पताल में भर्ती और यहां तक कि दाह–संस्कार करना हो। इतनी नि्क्रिरय सरकार इतिहास ने नहीं देखा होगा।