राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान 14794 नये कोरोना पॉजिटिव पाये गये, जबकि 11926 कोरोना मरीज स्वस्थ हुए. वहीं, रिकॉर्ड 105 कोरोना मरीजों की मौत हो गयी. इसके साथ ही राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़ कर एक लाख 10 हजार 430 हो गयी है. कुल 94 हजार 891 सैंपलों की जांच की गयी. इस तरह संक्रमण दर 15.59% रही, जबकि रिकवरी दर 78.36% है.
मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक पटना जिले में 2681 नये संक्रमित मिले. इसके बाद गया में 767, वैशाली में 637, नालंदा में 618, जमुई में 538, औरंगाबाद में 534 और पश्चिम चंपारण में 516 नये कोरोना पॉजिटिव पाये गये.
इसके अलावा समस्तीपुर में 498, बेगूसराय में 462, मुजफ्फरपुर में 461, सारण में 457, भागलपुर में 417, मधुबनी में 411, गोपालगंज में 391, पूर्णिया में 371, सीवान में 348, शेखपुरा में 328, सहरसा व सुपौल में 323-323, खगड़िया में 321, मधेपुरा में 299, दरभंगा में 290, नवादा में 287, पूर्वी चंपारण में 232 नये कोरोना पॉजिटिव पाये गये.
कटिहार में 245, रोहतास में 223, भोजपुर में 201, अररिया में 187, शिवहर में 178, मुंगेर में 170, सीतामढ़ी में 166, किशनगंज में 164, अरवल में 145, बक्सर में 132, बांका में 112, कैमूर में 106, लखीसराय में 103, जहानाबाद में 78 नये कोरोना पॉजिटिव पाये गये.
18 से 44 साल के लोगों के लिए निजी अस्पतालों को खरीदना होगा टीका
केंद्र सरकार के निर्देश के बाद 18 से 44 साल लोगों को राज्य के सरकारी अस्पतालों में ही कोरोना का मुफ्त टीका दिया जायेगा. इस उम्र वर्ग के लोगों के लिए प्राइवेट अस्पतालों को कोरोना का वैक्सीनेशन के लिए खुद वैक्सीन की खरीद करनी है.
इसके लिए राज्य सरकार ने वैक्सीन आपूर्ति करनेवाली कंपनियों के साथ वैक्सीन की दर निर्धारित कर दी है. राज्य में पहली मई से 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है. ऐसे में निजी संस्थानों में वैक्सीन लेनेवालों को इसके लिए पैसा देना होगा.
मालूम हो कि कोविशिल्ड के एक डोज की कीमत 300 रुपये तो कोवैक्सीन के एक डोज की कीमत 400 रुपये है. अब प्राइवेट अस्पताल वैक्सीनेशन करेंगे तो उनको इस दर पर वैक्सीन खरीद कर अपना लॉजिस्टिक शुल्क के साथ टीकाकरण करेंगे.
कोरोना वायरस के संक्रमण ने बिहार उद्योग जगत को बड़ा सदमा दिया है. बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष ओपी शाह का कोरोना से निधन हो गया है. बताया जा रहा है कि वे पिछले 15 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे. इलाज के दौरान ही उनका निधन हो गया. उनके निधन से बिहार के उद्योग जगत में शोक की लहर है.
संक्रमण की रफ्तार के बीच वायरस को मात देने वालाें की संख्या भी बढ़ रही है लेकिन इसके बाद भी मौत का खतरा टल नहीं रहा है। मंगलवार को 105 लोगों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक 2926 लोगों की जान जा चुकी है। सोमवार को मरने वालों की संख्या मात्र 28 थी लेकिन मंगलवार को यह आंकड़ा बढ़ गया। 2 मई को प्रदेश में 151 मौत हुई थी और 1 मई को यह संख्या 82 थी। कोरोना से बचाव को लेकर लोगों को पूरी तरह से गंभीर होना होगा जिससे संक्रमण के मामले कम से कम सामने आएं।
अब प्रदेश में 1 लाख से अधिक एक्टिव मामले
बिहार में एक्टिव मामलों की संख्या 110430 हो गई है। अब तक प्रदेश में कुल 523841 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं जिसमें 410484 लोग वायरस को मात दे चुके हैं। इस दौरान प्रदेश में अब तक कुल 2926 लोगों की मौत हुई है। एक दिन में नए मामलों का आंकड़ा 13 से 14 हजार आ रहा है जिससे रिकवरी रेट भी अब 78.3% हो गया है। प्रदेश में बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पतालों में बेडों की संख्या बढ़ाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिया है कि अस्पतालों में कोई समस्या नहीं होने पाए। मरीजों की तरफ से इलाज में कोई शिकायत नहीं हो, इसके लिए हर स्तर पर तैयारी की जाए।
देश में कोरोना की सुनामी जमकर कहर बरपा रही है. बीते दिन एक दिन सबसे ज्यादा मौत का आंकड़ा सामने आया है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 382,315 नए कोरोना केस आए और 3780 संक्रमितों की जान चली गई है. हालांकि 3,38,439 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं. देश में एक मई को रिकॉर्ड 3689 संक्रमितों की मौत हुई थी.
देश में आज कोरोना की ताजा स्थिति-
- कुल कोरोना केस- दो करोड़ 6 लाख 65 हजार 148
- कुल डिस्चार्ज- एक करोड़ 69 लाख 51 हजार 731
- कुल एक्टिव केस- 34 लाख 87 हजार 229
- कुल मौत- 2 लाख 26 हजार 188
- कुल टीकाकरण- 15 करोड़ 49 लाख 89 हजार 635 डोज दी गई
महाराष्ट्र में कोविड से मौतों का आंकड़ा बढ़ा
महाराष्ट्र में कोविड की मौतों और नए मामलों में तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई, हालांकि मुंबई की स्थिति में सुधार हुआ है. मंगलवार को राज्य में मौतों का कुल आंकड़ा 71,000 तक जा पहुंचा. सोमवार को राज्य में 567 मौतें हुई थीं, जबकि मंगलवार को 891 मौतें हुईं. इसके साथ मौतों का कुल आंकड़ा 71,742 तक जा पहुंचा. नए संक्रमणों की संख्या फिर से 50,000 के स्तर को पार करते हुए 51,880 हो गई. राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या अब 48,22,902 हो गई है.
देश में 16 जनवरी से कोरोना का टीका लगाए जाने के अभियान की शुरुआत हुई थी. 4 मई तक देशभर में 16 करोड़ 4 लाख 94 हजार 188 कोरोना डोज दिए जा चुके हैं. बीते दिन 14 लाख 84 हजार 989 टीके लगे. 1 अप्रैल से 45 साल से ऊपर के सभी लोगों को टीका लगाने के दूसरे चरण का अभियान शुरू हुआ था. अब 1 मई से 18 से ऊपर के लोगों को भी टीका लगाया जा रहा है.
कई राज्यों में लॉकडाउन या लॉकडाउन जैसी पाबंदियां
देशव्यापी लॉकडाउन लगाए जाने की मांग के बीच भारत के बड़े हिस्से में इस तरह की पाबंदियां अलग-अलग समय अवधि के लिए जारी हैं. राष्ट्रीय राजधानी में 19 अप्रैल से लॉकडाउन लगा हुआ है और यह दस मई तक जारी रहेगा. बिहार में चार मई से 15 मई तक लॉकडाउन लगाया गया है. उत्तर प्रदेश में वीकेंड लॉकडाउन दो और दिनों के लिए बढ़ाकर गुरुवार तक किया गया है. हरियाणा में तीन मई से सात दिनों के लिए लॉकडाउन लागू है. ओडिशा में आज से 19 मई तक 14 दिनों का लॉकडाउन लगाया गया है. राजस्थान में 17 मई तक लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लागू हैं. कर्नाटक में 7 अप्रैल की रात से 12 मई तक लॉकडाउन लगा है.
झारखंड में 22 अप्रैल से छह मई तक लॉकडाउन लागू है. छत्तीसगढ़ में जिलाधिकारियों को लॉकडाउन 15 मई तक बढ़ाने की अनुमति है, जो पांच मई को समाप्त हो रहा है. पंजाब में वीकेंड लॉकडाउन जैसे उपायों के अलावा व्यापक पाबंदियां हैं और 15 मई तक रात्रि कर्फ्यू लागू रहेगा. मध्यप्रदेश में सात मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू है जिसमें केवल आवश्यक सेवाओं को अनुमति है. गुजरात के 29 शहरों में रात्रि कर्फ्यू जारी है.
महाराष्ट्र में पांच अप्रैल को निषेधाज्ञा के साथ कर्फ्यू जैसा लॉकडाउन और लोगों की आवाजाही पर पाबंदियां लगाई थीं. ये पाबंदियां बाद में 15 मई तक बढ़ा दी गईं. गोवा में चार दिवसीय लॉकडाउन सोमवार को समाप्त हो गया. लेकिन कलानगुटे और उत्तर गोवा के कैंडोलिम जैसे पर्यटक स्थलों पर लॉकडाउन जारी रहेगा. तमिलनाडु में 20 मई तक सभी राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों पर रोक सहित व्यापक पाबंदियां लगाई हैं. केरल में चार मई से नौ मई तक लॉकडाउन जैसी कड़ी पाबंदियां लगाई गई हैं. पुडुचेरी में 10 मई तक लॉकडाउन बढ़ाया गया है. तेलंगाना में आठ मई तक रात्रि कर्फ्यू जारी है. आंध्र प्रदेश में छह मई से दो हफ्ते के लिए दोपहर 12 बजे से सुबह छह बजे तक आंशिक कर्फ्यू की घोषणा की गई है. पश्चिम बंगाल में पिछले हफ्ते हर तरह की सभाओं पर प्रतिबंध सहित व्यापक पाबंदियां लगाई गईं.