कोरोना वायरस की वजह से देश में हुई मौतों का आंकड़ा 2 लाख को पार कर चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना की वजह से 3292 लोगों की जान गई है और अबतक यह वायरस पुरे देश में कुल 201187 लोगों की मौत का कारण बन चुका है। कोरोना वायरस की दूसरी लहर में जिस तरह से देश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं उसकी वजह से मौतों के आंकड़े में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। पिछले एक महीने के दौरान देशभर में महाराष्ट्र, दिल्ली, छत्तीसगढ़, गुजरात, और कर्नाटक में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं।
कोरोना से हुई मौतों के लिए इस साल का अप्रैल महीने सबसे घातक रहा है। अप्रैल महीने के अबतक 27 दिन ही बीतें हैं और देशभर में इन 27 दिनों के दौरान कोरोना की वजह से 38000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मार्च अंत में जो आंकड़े जारी किए थे उनके अनुसार 31 मार्च तक देशभर में 162959 लोगों की कोरोना की वजह से जान गई थी और आज जो आंकड़े जारी हुए हैं उनके अनुसार 201187 लोगों की जान जा चुकी है। यानि अप्रैल में अबतक कोरोना की वजह से देशभर में 38228 लोगों की जान गई है।
देशभर में कोरोना की वजह से महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। मंगलवार सुबह तक जो आंकड़े जारी हुए थे उनके अनुसार महाराष्ट्र में पर इस वायरस की वजह से 27 अप्रैल तक 65284 लोगों की जान जा चुकी है, इसके बाद दूसरे नंबर पर दिल्ली में 14628 लोगों की जान गई है और कर्नाटक भी दिल्ली के पास ही है जहां पर अबतक इस वायरस की वजह से 14627 लोगों की जान जा चुकी है। इनके बाद तमिलनाडु में 13651, उत्तर प्रदेश में 11414 तथा पश्चिम बंगाल में 11009 लोगों की जान इस वायरस की वजह से गई है। इन राज्यों के अलावा पंजाब, आंध्र प्रदेश, गुजरात और मध्य प्रदेश में कोरोना की वजह से ज्यादा लोगों की जान गई है।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को बुरी तरह से झकझोर दिया है। संक्रमण के मामले इतने ज्यादा आ रहे हैं कि दिल्ली, मुंबई, जैसे शहरों में लोगों को अस्पताल में बेड तक नहीं मिल रहे हैं और अस्पतालों को सबसे ज्यादा ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ रहा है। हाल के दिनों में ऑक्सीजन की कमी की वजह से कई अस्पतालों में कोरोना मरीजों की जान गई है जिस वजह से कोरोना मृत्युदर में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।