बिहार सहित पूरे भारत में दिन–प्रतिदिन बढ़øते कोराना के संक्रमण को देखते हुए बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि पूरी मानव जाति संकट के सबसे बड़े दौर से गुजर रही है। भारत में यह संक्रमण प्रतिदिन अपने रिकॉर्ड़ तोड़ रहा है। रोज अप्रत्याशित संख्या में लोगों की जान जा रही है और सभी को इसके संक्रमण का भय सता रहा है। कोरोना ने जीवन में उथल–पुथल मचा कर रख दिया है। मानव संसाधन की स्वास्थ्य सुरक्षा किसी भी सरकार का सबसे बड़ा कर्तव्य है। सरकार‚ चिकित्सक‚ नर्स‚ लैब टेक्नीशियन‚ पैरा मेडि़कल स्टाफ‚ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी‚ दवा विक्रेता सहित अन्य सामाजिक संगठन भी इससे संक्रमित रोगियों के इलाज तथा संक्रमण को रोकने के लिए एकजुट होकर अपने परिवार से दूर रह कर दिन–रात एक कर काम कर रहे हैं। स्वास्थ्य सेवायें दबाव में हैं। ॥ श्री सिन्हा ने कहा कि इतने युद्ध स्तर पर कार्य करने के बावजूद कुछ लोगों की लापरवाही के कारण यह बीमारी रुûकने का नाम नहीं ले रही। इसके कारण कई स्तरों पर पूर्ण लॉकड़ाउन की मांग की जा रही है। पूर्ण लॉकड़ाउन की स्थिति आने पर न केवल गरीब और प्रवासी कामगारों को अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा बल्कि आर्थिक और सामाजिक ताना–बाना के भी छिन्न–भिन्न होने का खतरा बना रहेगा। इस संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए सरकारी लॉकड़ाउन समस्या का एकमात्र समाधान नहीं है। इसके लिए सामाजिक स्तर पर समाज के प्रत्येक नागरिक को स्वयं पहल करते हुए लोगों को जागरूक कर सामाजिक लॉकड़ाउन लगाना होगा। लोगों को स्वयं अनुशासित रहकर इसका पालन अनिवार्यतः करना होगा। ऐसा करने से ही हम संक्रमण की चेन को तोड़ पायेंगे और जान–माल के संभावित खतरा को कम कर सकेंगे। राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को इसमें बढ़–चढ़ कर भाग लेना होगा। जान बचेगी तो जहान भी देख सकेंगे। उन्होंने लोगों से बेवजह अपने घरों से नहीं निकलने‚ गैर जरूरी यात्रा से बचने और नियमित रूप से कोरोना से संबंधित प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की । सभाध्यक्ष श्री सिन्हा ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए सभा सचिवालय में बनाये गये कंट्रोल रूम का निरीक्षण कर वहां प्रतिनियुक्त कर्मियों को आवश्यक निदेश भी दिये।