मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना के तेजी से बढ़ रहे मामलों को ध्यान में रखते हुए पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में संक्रमितों का मुफ्त इलाज कराने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि आईजीआईएमएस में कोविड–19 के सभी संक्रमितों का इलाज मुफ्त में किया जायेगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सीय सेवाओं एवं दवाओं पर हुए खर्च का वहन राज्य सरकार करेगी। मुख्यमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि राज्य के सभी जिलों के अस्पतालों में उपलब्ध वेंटीलेटर को शीघ्र क्रियाशील करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह कार्य सरकारी प्रयास अथवा निजी क्षेत्र की संयुक्त भागीदारी से सुनिश्चित किया जा सकेगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने बुधवार को ट्वीट किया कि 18 वर्ष एवं इससे ऊपर के सभी बिहारवासियों का मुफ्त टीकाकरण राज्य सरकार द्वारा किया जायेगा।
आईजीआईएमएस में कोरोना संक्रमित मरीजों को कोविड मार्कर जांच के लिए पांच हजार रुपये देने पड़ते थे, जो अब निःशुल्क होगा। इस जांच के तहत शरीर के विभिन्न प्रकार की जांच की जाती है। अस्पताल के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार संक्रमित मरीजों का एडमिशन चार्ज पहले से ही नहीं लगता था और कुछ उपलब्ध दवाएं भी दी जाती थीं, लेकिन जरूरत पर कोविड मरीजों रेमडेसिविर इंजेक्शन बाजार से खरीदना पड़ता था। यह अब निःशुल्क मिलेगा।
संक्रमित मरीजों को इसके अतिरिक्त अब सभी प्रकार की पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी जांच और आवश्यक दवाएं निःशुल्क मिलेंगी। यहां 50 बेड का आईसीयू कोरोना संक्रमितों के लिए संचालित था। शुक्रवार से 50 बेड का ऑक्सीजनयुक्त कोरोना वार्ड भी शुरू हुआ। सभी 100 बेड पर संक्रमित मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।
आइजीआइएमएस में अब तक करीब 106 डाॅक्टर, नर्स और दूसरे स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित
आइजीआइएमएस में कोरोना की इस दूसरी लहर में अब तक करीब 106 डाॅक्टर, नर्स और दूसरे स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हो चुके हैं. यहां से लगातार संक्रमित मिलते जा रहे हैं. दूसरी ओर पीएमसीएच में भी करीब 70 डाॅक्टर और करीब 55 नर्स समेत कई अन्य कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. इतनी बड़ी संख्या में इनके संक्रमित होने से यहां का कामकाज भी प्रभावित हो रहा है.
दूसरी ओर पीएमसीएच में भी करीब 70 डाॅक्टर और करीब 55 नर्स समेत कई अन्य कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं.