पूर्व शिक्षा मंत्री एवं तारापुर से जदयू विधायक ड़ॉ. मेवालाल चौधरी के असामयिक निधन से जदयू परिवार मर्माहत है। राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने अपने शोक–संदेश में कहा कि ड़ॉ. मेवालाल चौधरी के असामयिक निधन से स्तब्ध हूं। उनका निधन न केवल पार्टी के लिए बहुत बड़ी क्षति है बल्कि मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति भी है। उन्होंने राजनीतिज्ञ‚ शिक्षाविद्‚ कृषि वैज्ञानिक‚ सामाजिक कार्यकर्ता हर रूप में बहुमूल्य योगदान दिया और फूलों पर शोध के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठा पाई। उनकी कमी बेहद खलेगी। वे सामाजिक न्याय के प्रति समर्पित विद्वान योद्धा थे। प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि ड़ॉ. मेवालाल चौधरी के निधन से पार्टी को अपूरणीय क्षति हुई है। उनके रूप में जदयू ने एक बड़े हस्ताक्षर को खो दिया। उनके नहीं रहने से राजनैतिक‚ शैक्षणिक और सामाजिक क्षेत्र में एक साथ आई शून्यता की भरपाई संभव नहीं। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दे। राज्यसभा के वरिष्ठ सदस्य बशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि ड़ॉ. मेवालाल चौधरी के इस तरह जाने से निःशब्द हूं। उन्हें अभी बहुत काम करना था। शिक्षा और शोध के प्रति समर्पित किसी व्यक्ति का राजनीतिक और सामाजिक जीवन भी इतना समृद्ध हो‚ ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है। लोकसभा में दल के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि ड़ॉ. मेवालाल चौधरी नहीं रहे‚ यह विश्वास करना कठिन है। उनसे मेरा लगाव पारिवारिक स्तर का था। वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी राजनीतिज्ञ थे। अकादमिक और सार्वजनिक जीवन में उनकी सक्रियता एक साथ और सम्मान के योग्य थी। विधान पार्षद एवं सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी‚ विधान पार्षद एवं प्रदेश कोशाध्यक्ष ललन कुमार सर्राफ‚ राष्ट्रीय सचिव रवीन्द्र सिंह‚ प्रदेश महासचिव ड़ॉ. नवीन कुमार आर्य‚ अनिल कुमार‚ चंदन कुमार सिंह‚ ड़ॉ. विपिन कुमार यादव‚ जदयू मीडि़या सेल के प्रदेश अध्यक्ष ड़ॉ. अमरदीप समेत कई अन्य वरिष्ठ नेताओं एवं पदाधिकारियों ने भी शोक–संवेदना प्रकट करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके सम्मान में वीरचंद पटेल पथ स्थित जदयू मुख्यालय का झंड़ा झुका दिया गया।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने शोक व्यक्त किया
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि डॉ. मेवालाल चौधरी को हमेशा कुशल नेता‚ समाजसेवी और शिक्षाविद के रूप में याद किया जाएगा। उनका व्यक्तित्व सहज और सरल था। वे मिलनसार और मृदुभाषी थे। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और इस दुख को सहने की शक्ति उनके परिजनों को दे।
दोनों उपमुख्यमंत्रियों ने प्रकट किया शोक
दोनों उपमुख्यमंत्रियों तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने पूर्व शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी के निधन पर गहरी शोक संवेदना प्रकट की। उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने दिवंगत आत्मा की चिरशांति तथा शोक संतप्त परिजनों एवं प्रशंसकों को दुख की इस घड़़ी में धैर्य एवं संबल प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की। उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि मेवालाल ख्यातिलब्ध शिक्षाविद और कुशल राजनेता थे। उनका निधन बिहार के शैक्षणिक और राजनीतिक जगत के लिए बडी क्षति है। शिक्षा जगत में उच्च पदों पर रहते हुए उन्होंने समाज की सेवा की। समाजसेवा के कारण इस बार वे तारापुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मेवालाल का आकस्मिक निधन अत्यंत दुखद‚ पीडादायी और मर्माहत करने वाला है।