बिहार में कोरोना के बढ़ते खतरे पर CM नीतीश कुमार ने हाई लेवल मीटिंग की है। मीटिंग के बाद CM नीतीश ने कहा कि शनिवार को होनेवाली सर्वदलीय बैठक में सरकार की ओर से जानकारी दी जाएगी। आज की बैठक में जो सुझाव आएंगे, उनको लेकर 18 को फिर से बैठक होगी। उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर 18 अप्रैल को बड़ा फैसला किया जाएगा। अभी रोज मामले बढ़ रहे हैं।
लॉकडाउन-नाइट कर्फ्यू को लेकर भी 18 को ही फैसला
CM ने कहा कि ऑक्सीजन कमी को लेकर भी बात हुई है। लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू को लेकर भी 18 को ही फैसला होगा। सरकार की ओर से उठाए गए कदमों की सर्वदलीय बैठक में जानकारी दी जाएगी। आज 11 बजे से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सर्वदलीय बैठक होगी, जिसकी अध्यक्षता राज्यपाल फागू चौहान करेंगे।
यह मीटिंग शनिवार की सर्वदलीय मीटिंग की थी तैयारी
इस हाई लेवल मीटिंग में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के अलावा स्वास्थ्य विभाग के सभी पदाधिकारी मौजूद थे। उप मुख्यमंत्री व आपदा विभाग की मंत्री रेणु देवी और उनके विभाग के सभी पदाधिकारी भी थे। साथ में मुख्यमंत्री सचिवालय से जुड़े तमाम अधिकारी भी इस बैठक में शामिल थे। इस मीटिंग को शनिवार को होनेवाले राज्यपाल के सर्वदलीय मीटिंग की तैयारी भी माना जा रहा है। शनिवार को जो निर्णय लिए जाएंगे, उसे सरकार की ओर से फाइनल कर दिया जाएगा।
हाई लेवल मीटिंग में होने वाले संभावित फैसले
भास्कर को मिली जानकारी के अनुसार, बिहार सरकार कोरोना गाइडलाइन को और सख्त करने जा रही है। हालांकि अभी लॉकडाउन नहीं किया जाएगा, लेकिन नाइट कर्फ्यू लगाए जाने की संभावना है। कई सार्वजनिक स्थलों को बंद किया जाएगा। स्कूल-कॉलेज को लेकर नए आदेश जारी किए जाएंगे। समारोह आयोजन को लेकर नए निर्देश दिए जाएंगे। साथ ही बढ़ते संक्रमण को रोकने की व्यवस्था पर भी मीटिंग में चर्चा की जाएगी।
मुखर कांग्रेस की मांग- बिहार में फिर हो लॉकडाउन
शनिवार की सर्वदलीय बैठक से पहले कांग्रेस ने बिहार में लॉकडाउन की मांग की है। कांग्रेस नेता प्रेमचन्द्र मिश्रा ने कहा कि अस्पताल में बेड, ऑक्सीजन की कमी है। सरकार ने पूरे साल अपना पीठ थपथपाने का काम किया है। वर्तमान सरकार अपनी नाकामी को छुपाने में लगी है, इसलिए लॉकडाउन लगाना काफी जरूरी है।
राज्यपाल के दिशा-निर्देश पर ही तय होंगे गाइडलाइन
बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने कोरोना के हालात पर सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से बात करने के लिए शनिवार को बैठक बुलाई है। इसमें अब तक की स्थिति के मुताबिक निर्णय लेने पर राय मशविरा किया जाएगा। तय किया गया है कि राज्यपाल के दिशा-निर्देश के मुताबिक ही गाइडलाइन तय किए जाएंगे, जिसमें सभी दलों की सहमति भी होगी।
बिहार सरकार के इन कदमों से लोगों को एक बार फिर से लॉकडाउन का डर सताने लगा है। बता दें कि अपने ताजा फैसले में सरकार ने जिम, स्पोट्स कॉम्पलेक्स और पुरातत्व और पर्यटन स्थल को 15 मई तक बंद रखने की घोषणा की है। इससे पहले सरकार ने इसी हफ्ते स्कूल-कॉलेज समेत तमाम निजी और सरकारी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने और बाजारों में दुकानें और व्यापारिक संस्थानों को 7 बजे तक बंद कर देने के आदेश जारी किए हैं।
कला संस्कृति विभाग ने शुक्रवार को इसको लेकर तीन अलग-अलग आदेश जारी किया है। बिहार कला संस्कृति विभाग ने कोरोना के संक्रमण को रोकने एवं उससे बचाव के लिए लोकहित में सावधानी के तौर पर राज्य सरकार द्वारा सुरक्षित घोषित सभी स्मारक, पुरास्थल आमदर्शकों, आगंतुकों के परिभ्रमण के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया है। कला संस्कृति विभाग के छात्र एवं युवा कल्याण निदेशक डॉ. संजय सिन्हा द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू रहेगा। डॉ. सिन्हा ने विभागीय सचिव से अनुमोदन प्राप्त अपने दूसरे आदेश में कहा है कि सभी संग्रहालय (म्यूजियम) तत्काल प्रभाव से आम दर्शकों व आगंतुकों के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
खेल के आयोजन, प्रशिक्षण पर लगी रोक
छात्र एवं युवा कल्याण निदेशक द्वारा जारी एक और आदेश में शुक्रवार से तत्काल प्रभाव से राज्य में खेल गतिविधियों पर रोक लगा दी गयी है। आदेश में कहा गया है कि कोरोना वायरस का प्रसार रोकने और संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए 15 मई तक राज्य स्थित सभी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, आउटडोर एवं इंडोर स्टेडियम, तरणताल, खेल मैदानों में खेलों के आयोजन, कार्यक्रमों तथा प्रशिक्षण एवं सभी जिमों के संचालन पर रोक लगाई जाती है।