वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर अब और ज्यादा बेकाबू हो गई है. भारत में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार नए रिकॉर्ड बना रही है. कोरोना संक्रमण की रफ्तार भी अब लोगों को डराने लगी है. गुरुवार को देश में पहली बार कोरोना के दैनिक मामलों की संख्या 2 लाख को पार गई. महाराष्ट्र, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कोरोना सबसे ज्यादा कहर बरपा रहा है. उधर, जैसे-जैसे कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे सरकार द्वारा की जा रही व्यवस्था भी कम पड़ती जा रही है. अस्पतालों में बेड्स और ऑक्सीजन की किल्लत होने लगी है. इस बीच इसे लेकर सियासत भी जारी है. विपक्ष सरकार पर लगातार निशाना साध रहा है.
दिल्ली: वीकेंड कर्फ्यू लगने से पहले बड़ी संख्या में लोग आनंद विहार बस टर्मिनल पहुंचे। एक व्यक्ति ने बताया, "यहां कल से वीकेंड कर्फ्यू लगने वाला है इसलिए हम अपने गांव प्रतापगढ़ जा रहे हैं क्योंकि हम रोज़ कमाने वाले इंसान हैं..काम बंद हो जाएगा तो हम यहां क्या करेंगे।" pic.twitter.com/EO8ock9PZB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 16, 2021
रेलवे स्टेशन हो या बस स्टेशन, बड़े शहरों से मजदूर पलायन कर रहे हैं. ऐसे महासंकट के बीच रेलवे ने बड़ी तैयारी की है. भारतीय रेलवे एक बार फिर प्री-कोविड वक्त की 70 फीसदी क्षमता के हिसाब से ट्रेनें चला रहा है, ताकि मजदूरों के लिए ट्रेनों की संख्या कम ना हो पाए.
महाराष्ट्र: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अपने गांव वापस जाने के लिए बड़ी संख्या में लोग मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस पहुंचे। दरभंगा जाने के लिए लोकमान्य तिलक टर्मिनस पहुंचे एक व्यक्ति ने बताया, "यहां काम नहीं है, हम बैठ कर कैसे खाएंगे।" #COVID19 pic.twitter.com/dm7tXHALQr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 16, 2021
कोरोना महामारी की दूसरी लहर बेकाबू होते ही प्रवासी मजदूरों का पलायन भी शुरू हो गया है. रेलवे स्टेशन हो या बस स्टेशन, बड़े शहरों से मजदूर पलायन कर रहे हैं. ऐसे महासंकट के बीच रेलवे ने बड़ी तैयारी की है. भारतीय रेलवे एक बार फिर प्री-कोविड वक्त की 70 फीसदी क्षमता के हिसाब से ट्रेनें चला रहा है, ताकि मजदूरों के लिए ट्रेनों की संख्या कम ना हो पाए. जानकारी के मुताबिक, रेलवे जल्द ही 133 नई ट्रेनें शुरू करने पर विचार कर रहा है, जिसमें 88 समर स्पेशल और 45 त्योहार स्पेशल ट्रेनें शामिल हैं, ये अगले दो हफ्ते में शुरू हो जाएंगी. बुधवार तक के आंकड़ों के मुताबिक, रेलवे ने कुल 9622 स्पेशल ट्रेन की अनुमति दे दी है जिसमें साप्ताहिक ट्रेनें भी शामिल हैं. अभी हर रोज 7745 ट्रेनें चल रही हैं, जबकि कोविड काल से पहले ये आंकड़ा 11 हजार से अधिक था. रेलवे के द्वारा जिन इलाकों में अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जा रही हैं, उनमें गोरखपुर, पटना, दरभंगा, वाराणसी, गुवाहाटी, प्रयागराज, रांची, लखनऊ शामिल हैं.
पलायन के कारण बढ़ी ट्रेनों की डिमांड
आपको बता दें कि महाराष्ट्र, गुजरात समेत कई राज्यों में पाबंदियां लागू होने के बाद बड़ी संख्या में मजदूरों का पलायन हो रहा है. यही कारण है कि रेलवे को अतिरिक्त ट्रेनें चलानी पड़ रही हैं. महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली से सबसे अधिक पलायन हो रहा है, यहां से बड़ी संख्या में लोग उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड जा रहे हैं. इनके अलावा ओडिशा और बंगाल जाने वालों की संख्या सबसे अधिक है. पिछले साल भी जब लॉकडाउन लगा था, तब रेलवे की ओर से मजदूरों के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई गई थीं और लाखों लोगों को उनके शहर पहुंचाया था. लॉकडाउन की आहट के बीच अफवाह थी कि रेलवे अपनी सर्विस बंद कर सकता है, लेकिन रेलवे ने साफ किया कि ट्रेनें चलना जारी रहेगा.