कोरोना की रफ्तार बेलगाम हो गई है। अब मौत के खतरे के साथ यह तेजी से आगे बढ़ रहा है। मात्र 15 दिनों में कोरोना ने रिकॉर्ड तोड़ रफ्तार पकड़ी है। 30 मार्च को प्रदेश में एक दिन में 74 संक्रमित मिले थे और आज 15 दिन बाद आंकड़ा 6133 का है। इतने कम समय में अब तक की सबसे तेज रफ्तार के साथ मौत से भी कोरोना ने रिकॉर्ड बनाया है। इन 15 दिनों में 101 लोगों की जान गई है। इस कम समय में कोरोना के कुल 36036 नए मामले सामने आए हैं। कोरोना की रफ्तार नहीं रोकी गई तो मौत का तांडव हर घर में होगा। आंकड़े सरकार के साथ साथ पूरे सिस्टम को डराने वाले हैं।
24 घंटे में प्रदेश में 24 लोगों की जान गई है। वहीं संक्रमण की रिकॉर्ड तोड़ रफ्तार भी बढ़ी है। एक दिन में 6133 नए मामले आए हैं। पटना, भागलपुर और गया में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है जिससे पूरा इलाका संवेदनशील हो गया है। पटना में 24 घंटे में 2105 तो भागलपुर में 601 नया मामला आया है।
किस जिले में कितने मामले
सबसे अधिक पटना जिले में 2105 कोरोना के मरीज मिले हैं. इसके अलावा भागलपुर में 601, गया में 431, बेगूसराय में 174, सारण में 171, औरंगाबाद में 165, रोहतास में 107, जहानाबाद में 131 कोरोना के नये मरीज मिले हैं. इसके अलावा अररिया में 50, अरवल में 54, बांका में 98, भोजपुर में 83, बक्सर में 68, दरभंगा में 33, पूर्वी चंपारण में 92, गोपालगंज में 77, जमुई में 39, कैमूर में 15, कटिहार में 81, खगड़िया में 24, किशनगंज में 31, लखीसराय में 50, मधेपुरा में 51, मधुबनी में 48, मुंगेर में 147, मुजफ्फरपुर में 265, नालंदा में 109, नवादा में 41, पूर्णिया में 84, सहरसा में 112, समस्तीपुर में 55, शेखपुरा में 13, शिवहर 27, सीतामढ़ी 23, सीवान में 123, सुपौल में 49, वैशाली में 105, पश्चिमी चंपारण में 143 कोरोना के मरीज मिले हैं.
रोकनी होगी कोरोना की यह रफ्तार
कोरोना का संक्रमण 30 मार्च को सामान्य तरीके से बढ़ रहा थाञ आंकड़ा 100 भी नहीं पहुंच पाया था। 100 के आस पास पहुंचकर यह लोगों को डरा रहा था। लोगों ने प्रोटोकॉल तोड़ा तो कोरोना भी रिकॉर्ड तोड़ने पर आ गया। 30 मार्च को मात्र 74 मामले आए थे लेकिन इसके बाद कोरोना ने जो रफ्तार पकड़ी वह आज तक कम नहीं हुई। 30 मार्च को कुल 29924 लोगों की जांच कराई गई थी। इस दिन प्रदेश में कुल संक्रमिताें की संख्या 265268 थी और इसमें 262238 लोग कोरोना को मात दे चुके थे। एक्टिव मामलों की संख्या मात्र 1455 थी और मौत का आंकड़ा 1574 का था लेकिन 15 दिन बाद 15 अप्रैल को एक दिन में 6133 नए मामले मिले जिससे प्रदेश में कुल संक्रमिताें की संख्या 301304 हो गई इसमें कोरोना को मात देने वालों की संख्या 270550 रही जिससे एक्टिव केस 29078 पहुंच गया वहीं मौत का आंकड़ा अब 1675 पहुंच गया। 15 दिन बाद जांच का आंकड़ा तेजी से बढ़कर 101236 हो गया है।
74 के बाद पीछे नहीं मुड़ा कोरोना
74 के आंकड़े के बाद कोरोना पीछे नहीं मुड़ा है। हर दिन इसकी रफ्तार तेजी से ही बढ़ी है। अगर संक्रमण की यह रफ्तार आने वाले दिनों में भी इसी तेजी के साथ बढ़ती गई तो इसको काबू में कर पाना बड़ा मुश्किल होगा। कोरोना की इसी रफ्तार पर सरकार की अगली कार्रवाई भी निर्भर होगी जो नाइट कर्फ्यू से संपूर्ण लॉकडाउन तक हो सकती है।
तेजी से बढ़ रहा मौत का खतरा
इस बार मौत का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। दूसरी लहर में कोरोना ने जो डरावनी रफ्तार पकड़ी है वह काफी खतरनाक होती जा रही है। अब तक के रिकॉर्ड में ऐसा पहली बार हुआ है जब मात्र 15 दिनों में 101 लोगों की जान कोरोना निगल गया है। पहली लहर में भी कोरोना से मौत का खतरा था लेकिन इस बार आंकड़े भयावह हैं। मौत का जो तांडव चल रहा है उसपर काबू पाना होगा क्योंकि इसमें संख्या युवाओं की अधिक है। इस बीच 11 साल से लेकर 40 साल के बीच मरने वालों की संख्या अधिक रही है।
30 मार्च से 15 मार्च के बीच यह रहा आंकड़ा
36036 एक्टिव केस में हुई बढ़ोत्तरी
8312 लोग इस दौरान ठीक हुई
101 लोगों की मौत हुई
27623 एक्टिव केस में बढ़ोत्तरी हुई
71312 जांच बढ़ी है
कई विभागों में मिल रहे हैं संक्रमित
मुख्य सचिवालय में कर्मचारियों और अधिकारियों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। वित्त विभाग में प्रधान सचिव S सिद्धार्थ के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद विभाग के कई अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी कोरोना जांच कराई है। समाज कल्याण विभाग में 4 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। समाज कल्याण विभाग के निदेशालय में भी 4 कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव होने की बात सामने आ रही है। समाज कल्याण विभाग के मंत्री मदन सहनी पहले ही कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने तो पत्र जारी कर दो दिनों के लिए विभाग को पूरी तरह से बंद कर दिया है। विभाग के 4 कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद सैनिटाइजेशन के लिए विभाग को बंद कर दिया गया है।