भारत में चल रही कोरोना महामारी की स्थिति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होने वाली इस बैठक में कोरोना वायरस की नई लहर पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा टीकाकरण अभियान पर भी बात की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी इस बैठक में शामिल नहीं होंगी। उनकी जगह मुख्य सचिव अलपन बंद्योपाध्याय पीएम मोदी के साथ बैठक में भाग लेंगे। पीएम मोदी कोरोना की मौजूदा स्थिति पर सभी राज्यों के सीएम और उच्च अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये चर्चा करेंगे. इसके अलावा पीएम मोदी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वैक्सीनेशन पर भी चर्चा करेंगे.
दो दिन पहले ही पीएम मोदी ने कोरोना रिव्यू मीटिंग की थी, जिसमें पीएम मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि कोरोना रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं. हाल ही में शुक्रवार को कैबिनेट सचिव, राजीव गौबा के साथ हुई बैठक में, 11 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को उनके बढ़ते दैनिक मामले और रोजाना हो रही मौतों के कारण महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली और हरियाणा को गंभीर चिंता वाले राज्य के रूप में वर्गीकृत किया गया.
महामारी के मसले पर पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ आखिरी चर्चा 17 मार्च को हुई थी। प्रधानमंत्री ने कुछ राज्यों में बढ़ते मामलों पर गंभीर चिंता जताई थी और दूसरी लहर को रोकने के लिए त्वरित और निर्णायक कदम उठाने को कहा था। इससे पहले पीएम मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई उच्च स्तरीय बैठक में पांच सूत्रीय फॉर्मूला भी सुझाया था, जिसमें जांच, संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की पहचान, उपचार, कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन और टीकाकरण को जरूरी बताया था।
बंगाल चुनाव में मोदी के निशाने पर ममता
दरअसल, पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद भाजपा की ओर से मोर्चा संभाले हुए हैं। बंगाल में विकास नहीं होने के लिए वह ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। पीएम मोदी का आरोप है कि बंगाल को दीदी ने जंगलराज बनाकर रखा है। लेकिन अब यहां के लोगों को ममता सरकार से मुक्ति मिलने जा रही है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना को लेकर मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। इसमें राज्यों में कोरोना के हालात पर चर्चा होगी। साथ ही कोरोना रोकने की रणनीति पर भी बातचीत होगी।
बता दें की तगातार तीन दिन में दूसरी बार ऐसा हुआ है, जब कोराना वायरस संक्रमण के एक दिन में एक लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं। मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश में लगातार 28वें दिन संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी होने से उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़कर 8,43,473 हो गयी है जो कि संक्रमण के कुल मामलों का 6.59 प्रतिशत है। वहीं, लोगों के स्वस्थ होने की दर भी गिरकर 92.11 प्रतिशत हो गयी है। आंकड़ों के मुताबिक संक्रमण से अब तक 1,17,92,135 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि मृत्यु दर गिरकर 1.30 प्रतिशत हो गयी है।