राज्य में कोरोना संक्रमण के बढते हुए मामले के मद्नजर बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने इस माह आयोजित होने वाली दो परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। आयोग के संयुक्त सचिव एवं परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि 8 अप्रैल को असैनिक न्यायाधीश कनीय कोटी मुख्य लिखित परीक्षा और ११ अप्रैल को होने वाली परियोजना प्रबंधक की प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। इन दोनों परीक्षाओं की तिथि बाद में घोषित की जाएगी। असैनिक न्यायाधीश की प्रारंभिक परीक्षा पिछले साल 6 दिसम्बर को आयोजित की गई थी। अब 8 अप्रैल को मुख्य लिखित परीक्षा होनी थी‚ जिसे कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्थगित कर दिया गया है।
राज्य में कोरोना के 864 नये मरीज मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को बताया कि पिछले चौबीस घंटे के दौरान राज्य में कुल एक्टिव मामले 3560 हो गये हैं। इस बीच पटना एम्स में तीन मरीजों की मौत हो गई। वहीं‚ पिछले चौबीस घंटे में कुल 67033 सैंपल की जांच हुई। अब तक कुल २६३२३३ मरीज ठीक भी हुए। इसके साथ राज्य में कोरोना मरीजों की रिकवरी प्रतिशत ९८.०८ है। नये मरीजों में सबसे ज्यादा पटना में ३७२ संक्रमित मिले हैं। जहानाबाद में ६०‚ वैशाली और मुंगेर में २५–२५‚ भागलपुर में ४६ ‚ पश्चिम चंपारण में २३‚ गया और बेगूसराय में १९–१९‚ सहरसा और सारण में १४–१४‚ सुपौल के १६‚ समस्तीपुर‚ शेखपुरा और नालंदा में नौ–नौ नये मरीज मिले हैं। औरंगाबाद व कैमूर में आठ–आठ मरीज मिले हैं। भोजपुर‚ अररिया व जमुई में सात–सात‚ सीतामढी‚ बांका व नवादा में छह–छह लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके अलावा राज्य के बाहर इलाहाबाद‚ असम‚ कोलकाता‚ मध्य प्रदेश‚ भोपाल‚ रांची के मरीज भी पॉजिटिव मिले हैं‚ जिनके सैंपल राज्य के विभिन्न जिलों में एकत्र किये गए।
बिहार में कोरोना का फिर से विकराल रूप सामने आ गया है. हर रोज कोरोना अपना ही रिकॉर्ड तोड़ रहा है. स्वास्थ्य विभाग के रविवार के आंकड़े न सिर्फ चौंकाने वाले बल्कि डराने वाले भी हैं. लगातार दूसरे दिन 800 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. बिहार में पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के सभी 38 जिलों में कोरोना पॉजिटिव के नये 864 मामले पाये गये हैं. इसके साथ ही बिहार में कुला कोरोना मामलो की संख्या 3806 पहुंच गई है.
रविवार को स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार कोरोना को लेकर राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान 67033 सैंपलों की जांच की गयी है. प्रतिदिन की तरह पटना जिला में पिछले 24 घंटे में सर्वाधिक 372 नये केस पाये गये हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार रविवार को पटना के बाद सर्वाधिक 60 नये कोरोना पॉजिटिव जहानाबाद जिले में पाये गये हैं.
इसके साथ ही पटना में इलाहाबाद का एक, असम का एक, देवघर का एक, जामनगर का एक, कोलकाता का दो, लुधियाना का एक और रांची के एक व्यक्ति का सैंपल पॉजिटिव पाया गया है. इसके साथ ही रोहतास में अहमदाबाद और भोजपा का एक-एक, बक्सर में बलिया का एक, पश्चिम चंपारण में मध्य प्रदेश का एक, मुजफ्फरपुर में रांची का एक और दक्षिण 24 परगना के दो व्यक्ति का सैंपल भी पॉजिटिव पाया गया है.
पटना में कोरोना का खतरा बढ़ता जा रहा है। हर दिन तेजी से नए मामले सामने आ रहे हैं। पटना AIIMS में जहां बेड फुल हो गए हैं, वहीं PMCH और NMCH में भी बेड बढ़ाने को लेकर तैयारी चल रही है। नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (NMCH) में बेड कई दिनों से खाली थे लेकिन अब मरीजाें की संख्या बढ़ने लगी है। पटना मेडिकल कॉलेज का भी यही हाल है। बढ़ते संक्रमण को लेकर कोविड हॉस्पिटल के साथ सरकारी अस्पतालों के बेड बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। संक्रमण का ग्राफ बढ़ते देख प्राइवेट अस्पताल भी इलाज की तैयारी में हैं।
संक्रमण की रफ्तार को लेकर पटना में तैयारी
संक्रमण की रफ्तार ने प्रशासन को डरा दिया है। अब इससे निपटने के लिए पटना में बड़ी तैयारी चल रही है। पटना जिले के कोविड अस्पतालों में कुल बेडों की संख्या 745 है, जिनमें शनिवार की रात तक 132 संक्रमित भर्ती रहे। सरकारी अस्पतालों में कुल 417 बेड हैं जिनमें 110 संक्रमित भर्ती हैं। वहीं, निजी अस्पतालों में 328 बेड हैं जिनमें 22 संक्रमित भर्ती हैं। DM डॉ. चंद्रशेखर सिंह का कहना है कि पटना AIIMS में 89 बेड हैं और सभी फुल हैं। PMCH में 100 बेड में 36 सेवा में है, इसी में 18 वेंटीलेटर हैं। अस्पताल में रविवार को कुल 22 मरीज भर्ती थे।
PMCH में 100 बेड के लिए हो रहा काम
पटना मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड को 100 बेड करने की तैयारी चल रही है। मौजूदा समय में 30 बेड था और मरीजों की संख्या भी काफी कम थी। ऐसे में संसाधन के साथ व्यवस्था भी कम कर दी गई थी। संक्रमण का ग्राफ बढ़ते ही मरीजों की संख्या PMCH में बढ़ गई है। ऐसे में संस्थान फिर कोविड वार्ड को अपडेट करने में जुट गया है।
PMCH में अब बढ़े मरीज तो संकट
पटना मेडिकल कॉलेज में रविवार को 24 मरीज भर्ती थे। मरीजों की संख्या बढ़ती तो बेड कम पड़ जाते। ऐसे में युद्ध स्तर पर तैयारी शुरू कर दी गई है और सोमवार तक बेडों की संख्या बढ़ाकर 100 करने के लिए काम किया जा रहा है। कोविड वार्ड के नोडल अधिकारी डॉ. अरुण अजय का कहना है कि बेडों की संख्या बढ़ाने को लेकर तैयारी काफी तेजी से चल रही है। व्यवस्था ऐसी बनाई जा रही है कि सोमवार तक बेडों की संख्या 100 पहुंचा दी जाए।
नालंदा मेडिकल कॉलेज में भी बढ़े मरीज
NMCH में 22 मरीज भर्ती हैं और अभी 78 बेड खाली हैं। लेकिन जिस तरह से मरीजों की संख्या बढ़ रही है उससे आने वाले दिनों में बेड की कमी की समस्या आ सकती है। ऐसे में संस्थान में प्रशासनिक स्तर पर मंथन चल रहा है। वर्ष 2020 में NMCH को कोराेना का डेडिकेटेड अस्पताल घोषित कर दिया गया था और इससे लोगों को काफी राहत भी मिली थी। इस बार भी दूसरी लहर में संक्रमण का ग्राफ बढ़ा तो बेडों की संख्या के साथ वार्ड भी बढ़ाए जा सकते हैं। इसे लेकर संस्थान के कोविड वार्ड में तैयारी चल रही है। अधीक्षक डॉ. विनोद सिंह का कहना है कि अभी तो बेड की कोई कमी नहीं है लेकिन संक्रमण का ग्राफ बढ़ा तो बेडों की संख्या बढ़ा दी जाएगी।
होटल पाटलिपुत्र अशोक में 128 बेड की व्यवस्था
होटल पाटलिपुत्र अशोक में 128 बेड की व्यवस्था की गई है। यहां जांच के साथ मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गई है। यहां बाहर से आने वाले मरीजों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मरीजों की संख्या बढ़ी तो यहां व्यवस्था और बढ़ाई जा सकती है। इसके अलावा अन्य प्राइवेट सेंटर को अस्पताल बनाने की तैयारी है। मरीजों की संख्या बढ़ते ही यहां अस्थाई कोविड हॉस्पिटल बनाया जाएगा।