बिहार में जहरीली शराब पीने से होने वाली मौतों के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि शब्द नहीं है क्या कहूं ॽ शराबबंदी वाले बिहार में जहरीली शराब पीने से एक दिन में ही ८ लोगों की मौत हो गयी। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री जी को आंकडों‚ तथ्यों के साथ शराबबंदी की यथास्थिति से अवगत कराते हैं तो वे आगबबूला हो जाते हैं। दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की बात करते हैं तो वे भ्रष्ट बाबुओं के संरक्षक बन जाते हैं। सत्ता संरक्षण में शराबबंदी के नाम पर बिहार में एक समानांतर काली अर्थव्यवस्था चल रही है।
शब्द नहीं है क्या कहूँ?शराबबंदी वाले बिहार में ज़हरीली शराब पीने से एक दिन में ही 8 लोगों की मौत हो गयी।
मुख्यमंत्री जी को आँकड़ों,तथ्यों के साथ यथास्थिति से अवगत कराते है तो वह आगबबूला हो जाते है।दोषी अधिकारियों पर कारवाई की बात करते है तो वो भ्रष्ट बाबुओं के संरक्षक बन जाते है pic.twitter.com/U3bS7ClvLQ
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 31, 2021
दोषी पर हो कार्रवाईः जायसवाल
उधर‚ बिहार में जहरीली शराब पीने से करीब १० लोगों की मौत के बाद भाजपा ने अपनी ही पार्टी की सरकार पर सवालिया निशान खडा किया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि इस घटना में जो लोग भी दोषी हैं‚ उनपर कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की जरूरत है। उन्होंने कहा की वरीय अधिकारीयों पर जब तक कार्रवाई नहीं होगी‚ बिहार में ऐसी घटनाएं नहीं रुकेंगी।
शराबबंदी फेल होने के सवाल पर संजय जायसवाल ने कहा की जो कानून बनता है‚ उसका उल्लंघन होता है। इसमें कोई शक नहीं है‚ लेकिन किसी कानून का उल्लंघन हो रहा है तो उसे खत्म नहीं किया जा सकता। वरीय अधिकारियों पर कार्रवाई होना चाहिए। जैसा की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कहते है। संजय जयसवाल ने कहा कि दो तीन अधिकारीयों की बर्खास्तगी भी होनी चाहिए।
जहरीली शराब से हुई मौतों पर जबाव दें नीतीशः लोजपा
लोक जनशक्ति पार्टी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जहरीली शराब से हुई लोगों की मौत पर जवाब मांगा है। लोजपा के प्रधान सचिव संजय पासवान और प्रवक्ता राजेश भट्ट ने शराब से हुई एक दर्जन लोगों की मौत और कई लोगों के बीमार होने पर चिंता जतायी है। पासवान और भट्ट ने कहा है कि लोजपा मृतक के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करती है। दोनों नेताओं ने सरकार के शराब बंदी के खोखले दावे पर मुख्यमंत्री से जबाव मांगा है। प्रदेश में शराबबंदी लागू है बावजूद करोड़़ों की शराब बरामद की जा रही है और प्रदेश भर में शराब की खुलेआम अवैध बिक्री हास्यास्पद है। प्रदेश में आए दिन जहरीली शराब से गरीब जनता मर रही है या जेल के सालाखों में बंद किये जा रहे हैं। कम उम्र के छात्र छात्राएं अपनी पढाई छोड़़कर शराब की अवैध होम ड़ीलिवरी में शामिल हैं। प्रदेश में जहरीली शराब से मौत की घटना की पुनरावृत्ति हुयी है। इस तरह की घटना सरकार की जमीनी हकीकत बयान कर रही है। शराब के कारोबार में प्रशासन और सरकार की मिलीभगत का आरोप लोजपा ने लगाया है। लोजपा नेताओं ने मृतकों के परिजनों को २५– २५ लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है। घटना की उच्चस्ततरीय जांच कराकर धंधे में संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की है।