कोरोना के नए स्ट्रेन के बीच गुरुवार से सभी स्कूलों में नए सेशन की पढ़ाई शुरू हो गई है. पटना के स्कूलों में पहले दिन केवल 25 फीसदी बच्चे ही क्लास में मौजूद रहे. दरअसल कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए बच्चों के पैरेंट्स अब भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने में डर रहे हैं इसलिए पहले दिन स्कूलों में बच्चों की संख्या में बहुत कमी है बावजूद इसके जो बच्चे स्कूल पहुंचे वो नए सत्र की पढ़ाई को लेकर बेहद उत्साहित हैं.
आठवीं क्लास के संतोष बताते हैं कि पिछले साल भर से स्कूल में पढ़ाई बिल्कुल भी नहीं हुई है जिसका सीधा असर उनकी पढ़ाई पर पड़ा है. अब जबकि स्कूलों में फिर से पढ़ाई शुरू हो गई है तो उन्हें बहुत अच्छा लगता है, हालांकि बच्चे ये भी मानते हैं कि कोरोना के फिर से बढ़ने के चलते उनके पैरेंट्स स्कूल भेजने में डर रहे हैं हालांकि फिर भी जो बच्चे स्कूल पहुंचे हैं उनमें पढ़ाई को लेकर काफी उत्साह है. बच्चों को क्लास में पढ़ा रहे टीचर भी मानते हैं कि पहले दिन के क्लास के चलते और कोरोना के खतरे को लेकर बच्चों की संख्या में बहुत कमी है लेकिन उन्हें भरोसा है कि अगले कुछ दिनों में बच्चों की संख्या में इजाफा होगा.
पटना के शेखपुरा स्थित राजकीय मध्यविद्यालय में कोरोना के सारे गाइडलाइंस का बखूबी पालन किया जा रहा है. मसलन जो भी बच्चे स्कूल के अंदर प्रवेश कर रहे हैं उनके हाथों को पहले सेनेटाइज किया जा रहा है. सेनेटाइजेशन की व्यवस्था स्कूल प्रबंधन ने खुद से की है. सरकार की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई है इसके अलावे क्लास के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए बच्चों को बिठाया गया है और स्कूल ने बच्चों को अपनी तरफ से मास्क भी मुहैया करवाया है.
आठवीं क्लास में गणित पढ़ा रहे टीचर और इस स्कूल के प्रिंसिपल मनोज कुमार बताते हैं कि विपरीत परिस्थितियों के बीच उन्हें बच्चों को पढ़ाना पड़ रहा है. सरकार से कुछ ज्यादा सहयोग नहीं मिल रहा है लेकिन बच्चों के भविष्य को देखते हुए स्कूल प्रबंधन 2021-22 का नए सेशन आज से शुरू कर दिया है.