राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) को सीने में तकलीफ के बाद शुक्रवार की सुबह नई दिल्ली के सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया. 75 वर्षीय राष्ट्रपति ने सुबह सीने में दर्द की शिकायत की और इसके बाद उन्हें सैन्य अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल ने कहा कि नियमित जांच कराने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को निगरानी में रखा गया है. हालांकि, अब उनकी हालत स्थिर है. इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Kovind) का हाल जाना.
अस्पताल के अधिकारियों ने एक बयान में कहा कि उनकी नियमित जांच चल रही है और वो निगरानी में हैं. उनकी हालत स्थिर है. सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रपति तब तक अस्पताल में रहेंगे, जब तक पूरी जांच नहीं हो जाती है. अस्पताल अधिकारियों ने कहा कि डॉक्टर सभी चीजों का ध्यान रख रहे हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने जानकारी दी है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी मिलते ही पीएम नरेंद्र मोदी ने उनके बेटे से फोन पर बात की है और राष्ट्रपति का हाल जाना है. प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति कोविंद के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पिछले दिनों अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर सभी देशवासियों से महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा और स्ववलंबन को लेकर अथक प्रयास करने की अपील की. कोविंद ने कहा, हम महिलाओं, विशेषकर हमारी बेटियों के लिए अधिक सक्रिय, सक्षम और सशक्त बनने का मार्ग प्रशस्त करेंगे. आइए, हम अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के इस अवसर को महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा और सशक्तीकरण के लिए समर्पित करें. यह संकल्प करें कि हम उनकी प्रगति में बाधा डालने वाली हर परंपरा और नीति को बदलने में उनका समर्थन करेंगे. उन्होंने इस अवसर पर सभी महिलाओं को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा, महिलाएं हमारे परिवार, समाज और देश के लिए एक प्रेरणा हैं.
भारत में भी महिलाओं ने जीवन के हर क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है. जीवन के सभी क्षेत्रों में अपनी विशिष्ट भूमिका के साथ उन्होंने राष्ट्र की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. फिर भी, भारत में महिलाओं की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए बहुत कुछ किया जाना बाकी है. महिलाओं के मुद्दों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. यह पहली बार 1911 में कुछ ही देशों में मनाया गया था, लेकिन 1975 के बाद दुनियाभर के देशों में मनाया जाने लगा. संयुक्त राष्ट्र ने 1977 में आधिकारिक तौर पर महिला दिवस को मान्यता दी.