मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में सदस्यों द्वारा मर्यादा तोडने को लेकर पूछे गये सवाल पर कहा कि बुधवार को हम प्रधानमंत्री जी के साथ बैठक में व्यस्त रहे। यहां आने के बाद इसके संबंध में हमें जानकारी मिली है। गुरुûवार को हम सब इस पर विचार–विमर्श करेंगे। सबको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि सदन की कार्यवाही में किसी भी तरह का व्यवधान न हो। स्पीकर साहब को सदन चलाने में सहयोग करें‚ चाहे पक्ष हो या विपक्ष। जिनसे भूल हुई है‚ उन्होंने क्षमा भी मांग ली है। रामसूरत राय ने आरोप का जवाब दे दिया शराबबंदी को लेकर मंत्री पर लगाये गये आरोपों के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि रामसूरत राय ने बुधवार को ही स्पष्ट रूप से सारी बातें रख दी थीं। उनके परिवार का बंटवारा पहले ही हो चुका है। उन्होंने कभी भी नहीं कहा है कि जो भी इसके लिए जिम्मेवार हैं‚ उस पर कार्रवाई न हो। अनावश्यक रूप से उन पर जो भी आरोप लगाये गये हैं‚ उसका जवाब उन्होंने दे दिया है। शराबबंदी का निर्णय लिया गया‚ सदन में इस पर सर्वसम्मति थी। सभी सदस्यों ने वचन दिया था। उस समय महागठबंधन की सरकार थी। भाजपा एवं अन्य दलों के लोग उस समय विपक्ष में थे लेकिन सभी लोगों ने शराबबंदी का समर्थन किया था। कानून में संशोधन के कुछ प्रस्ताव लाये गये थे‚ जिस पर सभी लोगों ने अपनी सहमति दी थी। सभी लोगों ने खडे होकर संकल्प लिया था। हमलोगों ने शराबबंदी के पक्ष में जनवरी २०१७ में मानव श्रृंखला भी बनायी थी। मानव श्रृंखला में सभी दलों के लोगों ने हिस्सा लिया था। सभी को इसका ख्याल रखना चाहिए कि इसे आगे बढाना है। राष्ट्रपिता बापू की बातों को मानते हुए हमलोग इस पर काम कर रहे हैं। महिलाओं की मांग पर ही हमलोगों ने शराबबंदी लागू की थी। हम निरंतर लोगों को कहते रहे हैं कि इसको लेकर सजग रहिए और देखते रहिए। हम कुछ ही दिनों के अंतराल पर संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक कर एक–ंएक चीज की जानकारी लेते रहते हैं। अगर किसी को भी शराब के कारोबार में लिप्त लोगों और शराब का सेवन करने वाले लोगों के बारे मे जानकारी मिलती है तो बिजली के खंभे पर अंकित टेलीफोन नंबर पर जानकारी दे सकते हैं। उनका नाम उजागर नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि वैसे तो कोई भी दावा नहीं कर सकता है कि आप समाज में कोई भी काम कीजिएगा तो एक मत से इसे स्वीकार करेगा। चाहे धार्मिक चीजों को देख लें या ऐतिहासिक चीजों को‚ समाज में कुछ ऐसे तत्व होते हैं‚ कुछ ऐसे लोग होते हैं जो गलत रास्ते पर चलते हैं। अपराध को रोकने के लिए कानून बने हैं लेकिन लोग फिर भी अपराध करते हैं। उसे रोकने के लिए कडी कार्रवाई करनी पडती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे कानून–व्यवस्था का मामला हो या फिर शराबबंदी का मामला‚ सभी चीजों को लेकर हम निरंतर समीक्षा करते रहते हैं। बुधवार को सदन में भी गृह विभाग की तरफ से जानकारी दी गई है कि अपराध के मामले पहले से काफी घटे हैं। शराबबंदी को लेकर सभी लोगों को सचेत रहना है।
बिहार, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश समेत 12 राज्यों में चलेगी हीटवेव (लू)
मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार (20 अप्रैल) को 12 राज्यों में हीटवेव (लू) चलेगी। इनमें बिहार, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना,...